33 साइंटिस्ट्स को मिले राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार: बायोकेमिस्ट गोविंदाराजन पद्मनाभन को विज्ञान रत्न, ISRO चंद्रयान टीम को विज्ञान टीम अवॉर्ड

2 घंटे पहले

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज 22 अगस्त को 33 लोगों को राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार से सम्मानित किया। ये सेरेमनी राष्ट्रपति भवन में हुई। बायोकेमिस्ट गोविंदाराजन पद्मनाभन को साइंस के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए विज्ञान रत्न अवॉर्ड दिया गया। इसके अलावा ISRO की चंद्रयान टीम को विज्ञान टीम अवॉर्ड से नवाजा गया।

पद्म भूषण पुरस्कार विजेता पद्मनाभन IISc, बेंगलुरु में डॉक्टरेट प्रोफेसर हैं।

पद्म भूषण पुरस्कार विजेता पद्मनाभन IISc, बेंगलुरु में डॉक्टरेट प्रोफेसर हैं।

18 युवा वैज्ञानिकों को मिले अवॉर्ड
33 अवॉर्ड विजेताओं की लिस्ट में 18 युवा वैज्ञानिकों के लिए ‘विज्ञान युवा शांति स्वरूप भटनागर’ अवॉर्ड और 13 ‘विज्ञान श्री’ अवॉर्ड शामिल हैं।

‘विज्ञान रत्न’ विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आजीवन उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देने के लिए दिया गया, जबकि ‘विज्ञान श्री’ विशिष्ट योगदान को मान्यता देने के लिए दिया गया।

सरकार ने पद्म पुरुस्कार की तर्ज पर देश में सभी विज्ञान अवॉर्ड को शुरू करते हुए जनवरी में नेशनल साइंस अवॉर्ड की शुरुआत की थी, जहां अवॉर्ड विजेताओं को एक पदक और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। पहले के साइंस अवॉर्ड से अलग , नेशनल साइंस अवॉर्ड में कैश नहीं दिया जाता है।

आनंदरामकृष्णन सी, उमेश वार्ष्णेय, भीम सिंह, आदिमूर्ति आदि, सैयद वजीह अहमद नकवी, संजय बिहारी और राहुल मुखर्जी विज्ञान श्री पुरस्कार के लिए चुने गए लोगों में शामिल हैं।

साइंस युवा अवॉर्ड के लिए रजिस्टर्ड अवॉर्ड विजेताओं में डॉ. बप्पी पॉल, डॉ. अभिलाष, राधाकृष्णन महालक्ष्मी, पूरबी सैकिया, दिगेंद्रनाथ स्वैन, प्रभु राजगोपाल और प्रशांत कुमार शामिल हैं।