हल्द्वानी (उत्तराखंड)6 मिनट पहलेलेखक: उमेश शर्मा
- कॉपी लिंक
![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/02/11/asaa1707539375_1707632180.gif)
हल्द्वानी हिंसा में अपनों को खोने वाले अभी कर्फ्यू के कड़े पहरे में कैद हैं। इनकी मौत किन हालात में हुई ये सच अभी बाहर आना बाकी है। दैनिक भास्कर ने हिंसा में अपने दामाद और नवासे को गंवाने वाली सामाजिक कार्यकर्ता मुमताज बेगम से किसी तरह संपर्क साधा।
मुमताज ने कहा- मेरे दामाद तो अपने नाती के लिए दूध लेने घर