स्क्रिप्टेड थी मंत्री की चैकिंग: कैदियों के रिजर्व वार्ड वाले कमरे को ही खुलवाया गया, जहां गंदे गद्दे पड़े थे; VC को उनमें लिटाया

चंडीगढ़8 मिनट पहले

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बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर (VC) डॉ. राज बहादुर को सेहत मंत्री चेतन सिंह जौड़ा माजरा के जलील करने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मंत्री को जानबूझकर उसी कमरे में ले जाया गया, जहां फटे गद्दे पड़े हुए थे, जिसके बाद मंत्री भड़क गए और VC को गंदे गद्दे पर लिटा दिया। मंत्री की चैकिंग की पूरी कहानी की पहले ही स्क्रिप्ट लिखी गई थी। हालांकि मौके पर VC को लिटाने का वाकया अचानक हुआ, जिसकी वजह से वाइस चांसलर ने पद से इस्तीफा दे दिया। पूरे मामले की परतें अब खुलकर सामने आ रही हैं।

कैदियों के लिए बनाया था वार्ड

डॉ. राज बहादुर के मुताबिक यह दो कमरे 2 महीने पहले कैदियों के लिए बनाए गए थे। पहले कैदियों को अलग-अलग वार्ड में रखा जाता था। तब जेल विभाग ने इसको लेकर मुद्दा उठाया। उन्होंने जिला प्रशासन को कहा कि किसी एक जगह ही कैदियों को रखा जाए। अस्पताल से कई कैदियों के फरार होने के बाद यह मांग की गई थी। स्किन डिपार्टमेंट में मरीजों की भर्ती कम रहती है, इसलिए 30 में से 12 बैड कैदियों के लिए रिजर्व कर दिए गए। यह 12 बैड 2 कमरो में थे। इस वक्त 2 या 3 ही कैदी भर्ती थे, इसलिए एक ही वार्ड खुला रहता था। दूसरे को बंद किया गया था। मंत्री आए और सीधे इसी रिजर्व रूम का ताला खुलवाकर चैक करने को कहा।

चेकिंग के दौरान अफसरों को फटकार लगाते सेहत मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा।

चेकिंग के दौरान अफसरों को फटकार लगाते सेहत मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा।

विधायक से भी नाराजगी आई सामने

वाइस चांसलर की आम आदमी पार्टी के जैतो से विधायक अमोलक सिंह के साथ भी विवाद की भी बात सामने आ रही है। पिछले विधानसभा सेशन के दौरान अमोलक ने वीसी को हटाने की भी मांग की थी। हालांकि सीएम भगवंत मान के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर से अच्छे संबंध होने की वजह से सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया। हालांकि विधायक ने आरोपों को नकारा। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में अफसरों की पूरी चैन है लेकिन वहां हो रही गड़बड़ियों में वीसी के रोल को भी नकारा नहीं जा सकता।

वीसी को सबक सिखाना चाहते थे कुछ अफसर

सूत्रों के मुताबिक, वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर की नियुक्ति से कई अफसर नाराज थे। वह फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी के इच्छुक थे लेकिन उनके पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए वीसी इसके लिए राजी नहीं हुए। चूंकि मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा अभी नए हैं, इसलिए इन अफसरों ने उन्हें उसी रूम में भिजवाया, जहां फटे गद्दे रखे गए थे।

सरकार ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया

पंजाब सरकार ने अभी वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। सूत्रों की मानें तो सीएम भगवंत मान ने उन्हें इस्तीफा वापस लेकर काम करने को कहा है। हालांकि मंत्री के हाथों जलील होने के बाद भी वीसी काम करेंगे, इसकी गुंजाइश कम लग रही है।

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