सुप्रीम कोर्ट में याचिका- इजरायल को हथियार सप्लाई बंद हो: याचिकाकर्ता ने वॉर क्राइम का हवाला दिया, कहा- ऐसा करने वाली कंपनियों का लाइसेंस रद्द हो

नई दिल्ली3 घंटे पहले

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याचिका में कहा गया कि कई इंटरनेशनल नियम और संधियां हैं, जो वॉर क्राइम करने वाले देशों को हथियार सप्लाई करने से रोकती हैं। - Dainik Bhaskar

याचिका में कहा गया कि कई इंटरनेशनल नियम और संधियां हैं, जो वॉर क्राइम करने वाले देशों को हथियार सप्लाई करने से रोकती हैं।

सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को इजराइल को हथियार सप्लाई बंद करने के लिए याचिका दाखिल की गई। इसमें कहा गया कि कई इंटरनेशनल नियम और संधियां हैं, जो वॉर क्राइम करने वाले देशों को हथियार सप्लाई करने से रोकती हैं।

वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण और 10 अन्य लोगों ने यह याचिका दायर की। इसमें रक्षा मंत्रालय को पार्टी बनाया गया है। इसमें वॉर क्राइम का भी हवाला दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट में अभी इस याचिका की सुनवाई की तारीख तय नहीं की गई है।

याचिकाकर्ता बोले- हथियार सप्लाई नियमों का उल्लंघन
– प्रशांत भूषण ने मांग की कि केंद्र इजराइल को मिलिट्री इक्विपमेंट और आर्म्स सप्लाई करने वाली कंपनियों के लाइसेंस रद्द करे और नई कंपनियों को लाइसेंस ना दे। नए लाइसेंस भी ना दिए जाएं।
– भूषण ने कहा कि वॉर क्राइम करने वाले देशों को हथियार सप्लाई किए जाने से इंटरनेशनल नियमों का उल्लंघन होगा। इसकी जांच किसी एक्सपर्ट से भी कराई जा सकती है।

बीते साल 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने इजराइल पर हमला किया था। इसके बाद इजराइल ने युद्ध का ऐलान किया था।

बीते साल 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने इजराइल पर हमला किया था। इसके बाद इजराइल ने युद्ध का ऐलान किया था।

इंटरनेशनल कोर्ट ने इजरायल के खिलाफ जारी किए थे निर्देश
इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने 26 जनवरी को गाजा में हमले को लेकर इजराइल के खिलाफ कुछ नियम जारी करते हुए अस्थायी उपाय करने को कहा था। इन अस्थायी उपायों में फिलीस्तीनी लोगों पर इजराइल की तरफ से किए जा रहीं सभी हत्याओं और बर्बादी को रोकना भी शामिल था।

इस फैसले के आधार पर संयुक्त राष्ट्र के एक्सपर्ट्स ने एक स्टेटमेंट जारी करके इजराइल को हथियार और सैन्य उपकरण मुहैया कराने के खिलाफ वॉर्निंग दी थी। संयुक्त राष्ट्र ने कहा था कि अगर इजराइल को हथियार मुहैया कराए जाएंगे तो इसे मानवाधिकार और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन माना जाएगा और इसे जनसंहार समेत अंतरराष्ट्रीय अपराधों में गिना जाएगा।

रिपोर्ट में दावा- भारत ने इजराइल को हथियार भेजे
जून 2024 में कतर के मीडिया अलजजीरा ने एक रिपोर्ट में दावा किया था कि भारत ने हमास के खिलाफ जंग के बीच इजराइल को हथियार निर्यात किए हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने इजराइल को 20 टन रॉकेट इंजन, 12.5 टन विस्फोटक चार्ज वाले रॉकेट, 1500 किलो विस्फोटक सामान और 740 किलो गोला-बारूद सप्लाई किया है।

रिपोर्ट में कहा गया कि 15 मई को बोरकम नाम का एक कार्गो जहाज स्पेन के तट पर पहुंचा था। यहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने फिलिस्तीनी झंडा लहराते हुए अधिकारियों से जहाज की जांच की मांग की।

EU संसद के वामपंथी सदस्यों ने स्पेन के राष्ट्रपति पेद्रो सांचेज से अपील की थी कि वे जहाज को स्पेन के तट पर रुकने की इजाजत न दे। हालांकि, इससे पहले कि स्पेन कोई फैसला करता, बोरकम जहाज वहां से स्लोवेनिया के कोपर तट पर चला गया।

तस्वीर बोरकम जहाज की है, जो 15 मई को स्पेन के कार्टाजीना पोर्ट पर रुकने वाला था।

तस्वीर बोरकम जहाज की है, जो 15 मई को स्पेन के कार्टाजीना पोर्ट पर रुकने वाला था।

गाजा में फिलिस्तीनियों की मौत का आंकड़ा 40 हजार पहुंचा
इजराइल और हमास के बीच जारी जंग में मरने वाले फिलिस्तीनियों लोगों का आंकड़ा 40 हजार के पार हो गया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार 15 अगस्त को इसकी जानकारी दी। गाजा पर इजराइली हमलों में अब तक 90 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

मंत्रालय की तरफ से जारी किए आंकड़ो में हमास के आतंकवादियों को भी शामिल किया गया है। मरने वालों की संख्या इससे भी अधिक हो सकती है। अभी भी कई शव मलबे में दबे हुए हैं।

गाजा में मरने वाले लोगों में 16 हजार से अधिक बच्चे हैं। वहीं 10 हजार से अधिक लोग लापता हैं।

गाजा में मरने वाले लोगों में 16 हजार से अधिक बच्चे हैं। वहीं 10 हजार से अधिक लोग लापता हैं।

गाजा में 11 महीनों से जारी है जंग
इजराइल और हमास बीच इस जंग को लगभग 11 महीनों का वक्त बीत गया है। बीते साल 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने इजराइल पर हमला किया था। इस हमले में लगभग 1200 इजराइली नागरिकों की मौत हो गई थी। वहीं आंतकवादी लगभग 250 लोगों बंधक बनाकर गाजा ले गए थे।

इजराइल के मुताबिक अभी भी 111 लोग हमास की कैद में मौजूद है। इनमें 39 शव भी शामिल हैं। बंधकों में 15 महिलाएं और 5 साल से कम उम्र के 2 बच्चे शामिल हैं। 7 अक्टूबर के हमले के बाद इजराइल ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया था। इस जंग में अब तक इजराइल के 329 सैनिकों की भी मौत हो गई है।

वहीं इजराइली सेना के मुताबिक उन्होंने अब तक हमास के 15 हजार से अधिक आतंकियों का मार गिराया है। जंग की वजह से गाजा में लगभग 18 लाख लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। इजराइल और दक्षिणी लेबनान में भी हजारों लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है।

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