संसद में घुस रहा संदिग्ध अरेस्ट, फर्जी पास मिला: CISF ने दिल्ली पुलिस को सौंपा, 15 दिन पहले भी एक युवक दीवार फांद गया था

12 मिनट पहले

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पिछले 15 दिनों में संसद के अंदर अवैध तरीके से घुसने का यह दूसरा मामला है। - Dainik Bhaskar

पिछले 15 दिनों में संसद के अंदर अवैध तरीके से घुसने का यह दूसरा मामला है।

संसद में फर्जी इंट्री पास पर घुसने की कोशिश कर रहे एक व्यक्ति को अरेस्ट किया गया है। पुलिस के मुताबिक, पकड़ा गया युवक संसद परिसर में कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने वाला एक मजदूर है। जब उसकी गेट पर चेकिंग हुई तो उसके पास फर्जी इंट्री पास मिला।

सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) ने व्यक्ति को दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस फिलहाल पूछताछ कर रही है कि, उसके पास फर्जी पास कहां से आया।

पिछले 15 दिनों में संसद के अंदर अवैध तरीके से घुसने का यह दूसरा मामला है। इससे पहले 16 अगस्त को एक व्यक्ति दीवार फांदकर अंदर कूद गया था। तब पुलिस ने बताया था कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त लगता है। वह अपना नाम भी ठीक से नहीं बता पा रहा है।

यह तस्वीर 16 अगस्त की है। जब आरोपी संसद के अंदर कूद गया था। इसमें CISF के जवान उसे पकड़े हुए हैं।

यह तस्वीर 16 अगस्त की है। जब आरोपी संसद के अंदर कूद गया था। इसमें CISF के जवान उसे पकड़े हुए हैं।

इम्तियाज खान मार्ग की तरफ हुई घटना
CISF के सूत्रों के अनुसार, घटना इम्तियाज खान मार्ग की तरफ हुई थी। संदिग्ध आरोपी दोपहर करीब 2:45 बजे दीवार फांदकर पार्लियामेंट एनेक्सी भवन के कैंपस के अंदर कूद गया था। संसद परिसर की सुरक्षा देखने वाले CISF जवानों ने युवक को देखने के बाद PCR कॉल की और स्थानीय पुलिस को सूचित किया।

पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और युवक को पास के पुलिस स्टेशन ले गई, जहां अधिकारियों ने उससे पूछताछ की। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह दीवार फांदकर ​​​​कैंपस के अंदर कैसे चला गया। CCTV फुटेज की जांच की जा रही है।

13 दिसंबर 2023 को नए संसद भवन की सुरक्षा में चूक हुई थी

13 दिसंबर 2023 को संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर नए संसद भवन की विजिटर्स गैलरी से बैठे 2 युवकों ने अपने जूतों से छिपा पीला स्प्रे भवन में फैला दिया था। पूरे सदन में भगदड़ मच गई थी।

ये लोग 5 लेयर की सुरक्षा तोड़कर लोकसभा में घुसे थे और हंगामा किया था। वहीं, इनके दो अन्य साथियों को संसद के बाहर प्रदर्शन करते हुए सिक्योरिटी ने पकड़ा था। पूरी खबर पढ़ें…

CISF को मई में संसद की सुरक्षा का जिम्मा मिला

CRPF ने अपने सभी जवानों को 17 मई को संसद से वापस बुला लिया था। (फोटो X से ली गई है)

CRPF ने अपने सभी जवानों को 17 मई को संसद से वापस बुला लिया था। (फोटो X से ली गई है)

इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) को संसद की आंतरिक सुरक्षा से हटा दिया गया था। दिल्ली पुलिस के पास अभी सिर्फ बाहरी सुरक्षा का जिम्मा है। संसद में तैनात रहे CRPF के पार्लियामेंट ड्यूटी ग्रुप (PDG) ने 17 मई को अपने 1400 जवानों को वापस बुला लिया था। साथ ही अपने सारे वाहन, हथियार और कमांडो भी हटा लिए।

20 मई से संसद की नई और पुरानी बिल्डिंग की सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरी तरह से सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) को सौंपी गई। CISF के 3317 जवान संसद की आतंकियों और किसी भी तरह के हमलावरों वालों से रक्षा करने के लिए तैनात किए गए हैं। पूरी खबर पढ़ें…

संसद की इन जगहों पर CISF की तैनाती
CISF के जवानों की तैनाती संसद भवन के सभी एंट्री और एग्जिट गेट, वॉच टावर पर रहती है। इसके साथ ही डॉग स्क्वाड, फायर ब्रिगेड को तैनात किया गया है। जवानों को पास सेक्शन के साथ-साथ CCTV मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम और कम्युनिकेशन सेंटर में तैनात किया गया है।

रिसेप्शन पर तैनात CISF के पुरुष और महिला जवान की ड्रेस अलग रहती है। वे सफारी सूट के अलावा हल्के नीले रंग की शर्ट और ब्राउन पैंट पहनते हैं।

अभी तक CRPF की PDG यूनिट संसद भवन की सुरक्षा में तैनात रहती थी।

अभी तक CRPF की PDG यूनिट संसद भवन की सुरक्षा में तैनात रहती थी।

PDG-PSS को सौंपा जा सकता है अलग जिम्मा
PDG को CRPF की VIP सुरक्षा विंग की 6वीं बटालियन के साथ मर्ज किए जाने की उम्मीद है। वहीं, PSS को केंद्र सरकार के अन्य भवनों की सुरक्षा में तैनात किया जा सकता है। कुछ PSS कर्मचारियों को मार्शल ड्यूटी के लिए सदन की लॉबी का मैनेजमेंट करने के लिए रखा जा सकता है, लेकिन अंतिम निर्णय अभी लिया जाना बाकी है।

13 दिसंबर 2001 को संसद पर हमला हुआ था
13 दिसंबर 2001 को संसद में विंटर सेशन चल रहा था। महिला आरक्षण बिल पर हंगामे के बाद 11:02 पर सदन को स्थगित कर दिया गया। इसके बाद उस समय के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और विपक्ष की नेता सोनिया गांधी संसद से जा चुके थे।

करीब साढ़े 11 बजे उपराष्ट्रपति के सिक्योरिटी गार्ड उनके बाहर आने का इंतजार कर रहे थे और तभी सफेद एंबेसडर में सवार 5 आतंकी गेट नंबर-12 से संसद के अंदर घुस गए। उस समय सिक्योरिटी गार्ड निहत्थे हुआ करते थे।

ये सब देखकर सिक्योरिटी गार्ड ने उस ऐंबैस्डर कार के पीछे दौड़ लगा दी। तभी आतंकियों की कार उपराष्ट्रपति की कार से टकरा गई। घबराकर आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों के पास AK-47 और हैंडग्रेनेड थे, जबकि सिक्योरिटी गार्ड निहत्थे थे। पूरी खबर पढ़ें…

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