वायनाड लैंडस्लाइड में 413 मौतें, 10वें दिन रेस्क्यू जारी: पीएम मोदी 10 अगस्त को वायनाड जा सकते हैं, राहुल-प्रियंका पीड़ितों से मिल चुके

वायनाड40 मिनट पहले

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने 1-2 अगस्त को वायनाड में पीड़ित लोगों से मुलाकात की थी। - Dainik Bhaskar

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने 1-2 अगस्त को वायनाड में पीड़ित लोगों से मुलाकात की थी।

केरल के वायनाड में 29 जुलाई की देर रात हुए लैंडस्लाइड में मरने वालों की संख्या 413 पहुंच गई है। हादसे में लापता लोगों की तलाश आज 10वें दिन भी जारी है। लैंडस्लाइड प्रभावित इलाके को 6 जोन में बांटकर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (10 अगस्त) को पीड़ितों से मिलने वायनाड पहुंच सकते हैं। उनके विजिट से पहले इलाके को कॉर्डन ऑफ करने की तैयारी शुरू हो गई है। पीएम के दौरे के बाद वायनाड लैंडस्लाइड को लेवल-3 आपदा घोषित किया जा सकता है। ऐसा होने पर पुनर्वास के लिए आवश्यक राशि का 75% हिस्सा राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से मिलेगा।

इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी 1 अगस्त को वायनाड पहुंचे थे। यहां उन्होंने 2 दिन तक पीड़ितों से मुलाकात की। साथ ही वायनाड लैंडस्लाइड का मुद्दा दिल्ली में उठाने की बात कही। राहुल ने कहा कि लैंडस्लाइड में केंद्रीय सहायता बढ़ाई जानी चाहिए और घोषणा की कि कांग्रेस पार्टी यहां 100 से ज्यादा घर बनाएगी।

वायनाड में 29-30 जुलाई देर रात 2 बजे और 4 बजे के करीब मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में लैंडस्लाइड हुई थीं। इनमें घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां बह गईं।

राहुल और प्रियंका गांधी 1-2 अगस्त को वायनाड में रुके थे। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग जगहों पर पीड़ितों से मुलाकात की।

राहुल और प्रियंका गांधी 1-2 अगस्त को वायनाड में रुके थे। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग जगहों पर पीड़ितों से मुलाकात की।

पीएम मोदी चुरालमाला में स्थिति का जायजा लेंगे
अब तक तय कार्यक्रम के अनुसार पीएम मोदी दिल्ली से विशेष विमान से कन्नूर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। इसके बाद वे हेलीकॉप्टर से वायनाड जाएंगे। प्रधानमंत्री बेली ब्रिज के रास्ते चुरालमाला जाएंगे और हादसा प्रभावित इलाके की स्थिति का आकलन करेंगे। इसके बाद राहत कैंपों का भी दौरा करेंगे। इस दौरान पीएम राज्य सरकार के प्रतिनिधियों से भी बात करेंगे। हालांकि, मौसम की स्थिति के आधार पर कार्यक्रम में बदलाव हो सकता है।

घटनास्थल को मैप से समझें..

पिछले 24 घंटे के अपडेट्स…

  • वायनाड लैंडस्लाइड के रेस्क्यू ऑपरेशन का आज 10वां दिन है। आज फिर से सनराइज वैली में लापता लोगों की तलाश की जाएगी। सर्च ऑपरेशन में डॉग स्क्वाड को भी लगाया गया है।
  • चुरलमाला, मुंडकाई, समलीमट्टम में रूटीन सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा। तलाशी के लिए पूरे प्रभावित इलाके को छह जोन में बांटा गया है।
  • लैंडस्लाइड के बाद से 16 कैंपों में रह रहे 1968 लोगों के लिए किराए के मकान ढूंढने का काम शुरू हो गया है। जल्द ही उन्हें राहत कैंप से शिफ्ट किया जाएगा।

राहुल बोले- पिता के निधन का दिन याद आया
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने वायनाड में प्रभावित लोगों से बात की। चूरलमाला और मेप्पाडी में एक अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मॉर्चुरी भी पहुंचे। यहां राहत कार्य को लेकर पार्टी नेताओं और मेप्पाड़ी ग्राम पंचायत के डेलिगेशन से मिले।

राहुल और प्रियंका लैंडस्लाइड में सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका चूरलमाला पहुंचे। यहां दोनों ने पीड़ितों से मुलाकात की।

राहुल और प्रियंका लैंडस्लाइड में सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका चूरलमाला पहुंचे। यहां दोनों ने पीड़ितों से मुलाकात की।

राहुल ने कहा- यह देखना दुखद है कि कितने लोगों ने अपने परिवार और घरों को खो दिया है। आज मुझे वैसा ही महसूस हो रहा है, जैसा मेरे पिता के निधन के समय हुआ था। राहुल वायनाड और रायबरेली से लोकसभा चुनाव जीते थे। उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी थी। अब प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ने वाली हैं।

रेस्क्यू ऑपरेशन की तस्वीरें…

लैंडस्लाइड प्रभावित इलाकों को 6 जोन में बांटकर लापता लोगों और शवों को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

लैंडस्लाइड प्रभावित इलाकों को 6 जोन में बांटकर लापता लोगों और शवों को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

5 साल पहले भी लैंडस्लाइड से 17 मौतें हुई थीं
वायनाड के 4 गांव मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में लैंडस्लाइड की घटना हुई है। 5 साल पहले 2019 में भी भारी बारिश की वजह से इन्हीं गांवों में लैंडस्लाइड हुई थी, जिसमें 17 लोगों की मौत हुई थी। 5 लोगों का आज तक पता नहीं चला। 52 घर तबाह हुए थे।

वायनाड में लैंडस्लाइड की क्या वजह है
वायनाड, केरल के नॉर्थ-ईस्ट में है। यह केरल का एकमात्र पठारी इलाका है। यानी मिट्टी, पत्थर और उसके ऊपर उगे पेड़-पौधों के ऊंचे-नीचे टीलों वाला इलाका। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक, केरल का 43% इलाका लैंडस्लाइड प्रभावित है। वायनाड की 51% जमीन पर पहाड़ी ढलाने हैं। यानी लैंडस्लाइड की संभावना बहुत ज्यादा बनी रहती है।

वायनाड का पठार वेस्टर्न घाट में 700 से 2100 मीटर की ऊंचाई पर है। मानसून की अरब सागर वाली ब्रांच देश के वेस्टर्न घाट से टकराकर ऊपर उठती है, इसलिए इस इलाके में मानसून सीजन में बहुत ज्यादा बारिश होती है। वायनाड में काबिनी नदी है। इसकी सहायक नदी मनंतावडी ‘थोंडारमुडी’ चोटी से निकलती है। लैंडस्लाइड के कारण इसी नदी में बाढ़ आने से भारी नुकसान हुआ है।

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