रामपुर तक कैसे पहुंची ISIS की चिट्ठी: धमकी वाले लेटर में 12 साल के बच्चे का भी नाम, लिखा है- सरीन गैस इंस्टाल कर दी गई है

9 मिनट पहले

यूपी के रामपुर जिले के अनुवा गांव में आतंकी संगठन ISIS के धमकी भरे खत मिले। खत मिलने के एक हफ्ते बाद भी गांव के लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। कई लोग तो डर के चलते बैठे-बैठे बेहोशी की हालत में चले जाते हैं। जिस घर के गेट में लाल कपड़े में लिपटे वो 4 खत मिले, उस घर पर 4 पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं।

उन लिफाफों में 4 परिवारों के 5 लोगों के नाम लिखे हैं। पांचवा नाम एक 12 साल के बच्चे का है, जो पिछले 7 साल से उस गांव में रह ही नहीं रहा। इन 5 लोगों के अलावा पूरे गांव को सरीन गैस से मारने की धमकी दी गई है। लिखा है, “गांव के एक-एक व्यक्ति पर उनके एजेंट्स की नजर है। 10 अगस्त डेडलाइन है।”

भास्कर टीम ग्राउंड पर पहुंची, गांव के हालात जाने। धमकी मिलने वाले लोगों से मुलाकात की और उन खतों को डिकोड करने की कोशिश की। आइए, सभी पहलुओं पर बारी-बारी चलते हैं…

लाल कपड़े पर अरबी में लिखा है- ला इलाहा इलल्लाह, ISIS
अनुवा गांव के कुलदीप सिंह सुबह खेत में धान को पानी लगाकर वापस लौटे। घर के गेट पर उन्हें गिफ्ट पैक करने वाली पन्नी में लिपटा हुआ कुछ दिखाई दिया। उन्होंने पन्नी हटाई तो अंदर लाल कपड़ा था। उसके ऊपर अरबी भाषा में कुछ लिखा हुआ था। कुलदीप ने सोचा टोटका है और उस पूरे पैकेट को खेत की कूड़े वाली जगह पर फेंक आए।

इसी लाल कपड़े में 4 लिफाफे लपेट कर रखे थे।

इसी लाल कपड़े में 4 लिफाफे लपेट कर रखे थे।

गांव के कुछ लोगों की नजर उस पैकेट पर पड़ी। उन्होंने लाल कपड़े को खोल कर देखा तो उसमें चार लिफाफे थे। लिफाफों के अंदर खत थे। खत इंग्लिश में लिखे हुए थे और नीचे उर्दू में 2 लाइनें लिखी हुई थीं। गांव में किसी को अंग्रेजी नहीं आती थी। जिस किसी को थोड़ी बहुत आती थी उसने पढ़ा तो पता चला उन खतों में जान से मारने की धमकी दी गई है। सबने मिलकर पुलिस को जानकारी दी।

“RAW ने जो पेनड्राइव और मैप दिए हैं वो चाहिए, नहीं तो मारे जाओगे”
वो खत 5 लोगों के नाम है। लिफाफों में कुलदीप सिंह, भानुप्रताप सिंह, वीरपाल सिंह और 60 साल की गीता शर्मा का नाम लिखा हुआ है। गीता शर्मा वाले लिफाफे में उनके 12 साल के पोते भरत शर्मा का भी नाम लिखा हुआ है। जब भरत 4 महीने का था तब उसके पिता का मर्डर हो गया था। पिछले 8 साल से अपनी मां के साथ दूसरे गांव में रह कर पढ़ाई कर रहा है।

4 लिफाफों के अंदर से इस तरह के चार खत निकले। सभी खतों में सेम बातें लिखी हुई थीं।

4 लिफाफों के अंदर से इस तरह के चार खत निकले। सभी खतों में सेम बातें लिखी हुई थीं।

खत में लिखा है, “तुम लोग सोच रहे होगे, ये तुम्हारे साथ क्यों हो रहा है। मैं तुम्हें कभी भी मार सकता हूं। तुम्हारे परिवार या तुम्हारे गांव का कोई एक शख्स विदेश में है। उसके पास भारतीय खुफिया एजेंसी RAW या इंटेलिजेंस ब्यूरो के दिए हुए पैनड्राइव और मैप रखे हैं। वो किसी भी हाल में हमें चाहिए। नहीं तो गांव का एक भी शख्स जिंदा नहीं बचेगा।”

“सरीन गैस गांव में रखवा दी गई है, 10 अगस्त आखिरी डेट”
खत में आगे लिखा है, “वो मैप और पेनड्राइव 20 अगस्त को भारत लाकर होम मिनिस्टर अमित शाह को देने का प्लान है। उस शख्स ने जिन अधिकारियों के साथ मिलकर प्लान बनाया है। उनको हमने खरीद लिया है। वो शख्स भूल रहा है कि भारत में मंत्रियों, अधिकारियों से लेकर जज तक सब बिकने को तैयार बैठे हैं। फिर भी वो किसी भी हालत में अमित शाह तक पहुंचने की कोशिश करेगा।”

ऊपर से चौथी लाइन में सरीन गैस का जिक्र किया गया है। खत के तीसरे पन्ने पर भी बोल्ड लेटर्स में सरीन गैस की बात लिखी है।

ऊपर से चौथी लाइन में सरीन गैस का जिक्र किया गया है। खत के तीसरे पन्ने पर भी बोल्ड लेटर्स में सरीन गैस की बात लिखी है।

“अगर ऐसा होता है तो मैं कसम खा कर कहता हूं, गांव का एक भी इंसान जिंदा नहीं बचेगा। वो शख्स और खुद भारत सरकार यहां तक कि अमित शाह और योगी आदित्यनाथ भी तुम्हें नहीं बचा पाएंगे। सरीन गैस को गांव में रखवा दिया गया है। मेरे एजेंट्स गांव के एक-एक व्यक्ति पर नजर बनाए हुए हैं। तुम लोगों के पास 10 अगस्त तक का टाइम है, उसे रोक लो। लिफाफे के ऊपर लिपटा लाल कपड़ा मौत का पैगाम है।”

खत में आगे बढ़ें, उससे पहले जान लेते हैं कि सरीन गैस क्या बला है?…..

सीरिया के दमिश्क में हुआ था इस्तेमाल, 15 मिनट में मर जाता है इंसान
अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री जॉन केरी के अनुसार, “21 अगस्त 2013 को सीरिया के दश्मिक में सरीन गैस का उपयोग किया गया था। इस हमले में 1400 से ज्यादा लोग मारे गए थे।” दरअसल, ये रासायनिक गैस सायनाइड से भी खतरनाक होती है। विश्‍व के रासायनिक हथियारों पर निगरानी करने वाली एक वॉचडॉग एजेंसी के अनुसार, “इस गैस से कोई भी इंसान 15 मिनट में मर जाता है।”

सरीन गैस से हुई मौतों के बाद सीरिया के दश्मिक से ये तस्वीर सामने आई थी। ह्यूमन राइट वाच नाम की वेबसाइट ने अपनी रिपोर्ट में इसे छापा है।

सरीन गैस से हुई मौतों के बाद सीरिया के दश्मिक से ये तस्वीर सामने आई थी। ह्यूमन राइट वाच नाम की वेबसाइट ने अपनी रिपोर्ट में इसे छापा है।

अब खत पर वापस आते हैं…

“मौत प्यारी है या 2 करोड़ रुपए और विदेश में नौकरी”
खत में आगे लिखा है, “अगर वो शख्स अमित शाह की जगह पेनड्राइव और मैप हमारे एजेंट को देता है तो गांव के लोगों की जान तो बचेगी ही। हमारे एजेंट 24 घंटे में आपके घर 2 करोड़ रुपए पहुचाएंगे। उस शख्स को दुनिया के किसी भी देश में हाई लेवल की जॉब दिलवाएंगे।

लेकिन अगर ये जानकारी पुलिस या किसी भी सुरक्षा एजेंसी को दी गई तो ये तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा। वो पेनड्राइव और मैप तो हम लेकर रहेंगे। आप सोच रहे होंगे ये सब आपके साथ क्यों हो रहा है? वो इसलिए क्योंकि आप उस सख्स को जानते हैं। वो आपसे जुड़ा हुआ है। सरीन गैस को अपने दिमाग में रखना। एक छोटी सी गलती बहुत सी जिंदगियां ले सकती है।”

यहां पेनड्राइव और मैप्स के बदले पैसे और नौकरी देने की बात कही गई है। साथ ही 10 अगस्त की डेडलाइन भी दी गई है।

यहां पेनड्राइव और मैप्स के बदले पैसे और नौकरी देने की बात कही गई है। साथ ही 10 अगस्त की डेडलाइन भी दी गई है।

IB कर रही मामले की जांच, 4 पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात
कुलदीप सिंह के घर पहुंचने पर हमने देखा, 4 पुलिस कर्मी उनकी सुरक्षा में तैनात हैं। पता चला, IB यानी इंटेलिजेंस ब्यूरो और OSG यानी स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप भी गांव में पहुंचा हुआ था। गहराई से मामले की जांच चल रही है। जिले के एसपी अशोक कुमार सिंह भी गांव आए थे। सहमे हुए लोगों को तसल्ली दे कर गए हैं कि हम आपको कुछ नहीं होने देंगे।

मीडिया से बात करते हुए एसपी ने बताया, “खत के ऊपर ISIS लिखा हुआ है। ये काफी गंभीर मामला है। गांव के लोगों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है। उन्हें डरने की जरूरत नहीं।”

धमकी के बाद से एक-एक घंटे में बेहोश हो रहा कुलदीप का भाई
हम धमकी मिलने वाले चारों लोगों से मिले, उनसे बात की। कुलदीप ने बताया, “हमने पहली बार पेनड्राइव का नाम सुना है। हम तो ये डबिया वाला फोन चलाते हैं।” इतनी ही बात हुई थी कि बगल में बैठा कुलदीप का छोटा भाई बेहोश होकर गिर पड़ा।

कुलदीप सिंह के छोटे भाई की तरह सभी धमकी मिलने वाले सहमे हुए हैं।

कुलदीप सिंह के छोटे भाई की तरह सभी धमकी मिलने वाले सहमे हुए हैं।

होश आने पर रोते हुए बोला, “हम कहीं भी नहीं जा पा रहे हैं। हमारे पालतू जानवर भूखे हैं उनके लिए चारा लेने जाने में भी डर लगता है। कल 5-6 लोग इकट्ठे होकर गए थे तब चारा लेकर आए हैं। 60 साल की विधवा गीता शर्मा ने कहा, “मेरे 12 साल के पोते ने क्या बिगाड़ा है। वो तो कभी गांव भी नहीं आता। पड़ोसियों के अलावा गांव का कोई भी व्यक्ति उसे नहीं जानता।” सभी के हालात आप ऊपर लगे वीडियो में देख सकते हैं।

चारों लोगों का कहना है कि हमारे पास वो कुछ भी नहीं है जो खत में मांगा गया है। दरअसल, उन्हें अब तक ये पता ही नहीं कि खत में एक्चुअली लिखा क्या है। उन्हें बस इतना पता है कि 10 अगस्त तक उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है।

धमकी भरे खत मिलने वाले लोगों की सुरक्षा में 4 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। उनमें से एक तस्वीर में दिख रहे हैं।

धमकी भरे खत मिलने वाले लोगों की सुरक्षा में 4 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। उनमें से एक तस्वीर में दिख रहे हैं।

गांव वालों को नहीं पता कि खत में उन्हें मारने की धमकी भी शामिल है
धमकी के बाद से ही गांव में सनसनी फैली हुई है। गांव वालों के मन में चिंता इस बात को लेकर है कि 4 लोगों को जान से मारने की धमकी मिली है। उन्हें ये नहीं पता कि खत में पूरे गांव को सरीन गैस से मारने की धमकी दी गई है। वो खत पूरे गांव के नाम है।

खत में लिखा है कि गांव के किसी एक शख्स के पास वो दस्तावेज हैं जो विदेश में है। जबकि अब तक की जांच में गांव में ऐसा कोई शख्स नहीं मिला है जो विदेश में रहता हो या कभी गया हो।

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