मोगा पुलिस की गिरफ्त में गैंगस्टर लॉरेंस: डिप्टी मेयर के भाई पर कातिलाना हमले में पूछताछ; पिस्टल लॉक होने से कत्ल नहीं कर सके

चंडीगढ़11 मिनट पहले

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लॉरेंस को पुलिस सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में तिहाड़ जेल से लाई थी, इसके बाद उससे लगातार पूछताछ की जा रही है। - Dainik Bhaskar

लॉरेंस को पुलिस सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में तिहाड़ जेल से लाई थी, इसके बाद उससे लगातार पूछताछ की जा रही है।

कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस अब मोगा पुलिस की गिरफ्त में पहुंच गया है। उसे पिछले साल दिसंबर में डिप्टी मेयर के भाई पर हुए कातिलाना हमले के केस में रिमांड पर लिया गया है। लॉरेंस के गुर्गे मोनू डागर और जोधा ने डिप्टी मेयर अशोक धमीजा के भाई सुनील धमीजा पर कातिलाना हमला किया था।

हालांकि पिस्टल लॉक होने की वजह से वह हत्या नहीं कर सके। जहां मोनू डागर को पकड़ लिया गया था। लॉरेंस को मलोट पुलिस ने फाइनेंसर राणा हत्याकांड में 4 दिन के बाद कोर्ट में पेश किया। जिसके बाद मोगा पुलिस को ट्रांजिट रिमांड मिल गया।

जतिंदर नीला था टारगेट, शक्ल मिलने से सुनील पर अटैक किया
लॉरेंस गैंग और कनाडा बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के टारगेट पर मोगा के डिप्टी मेयर अशोक धमीजा का भाई जतिंदर धमीजा उर्फ नीला था। इसकी सुपारी हरियाणा के ईनामी बदमाश मोनू डागर को दी गई थी। नीला का चेहरा अपने भाई सुनील धमीजा से काफी मिलता है। इस वजह से मोनू डागर और जोधा ने उस पर हमला कर दिया। हालांकि वह सुनील को मारने में कामयाब नहीं हो सके और सुनील ने मोनू डागर को पकड़ लिया। मामला एक दिसंबर 2021 का है।

सुपारी देने का सच ढूंढेगी पुलिस
पुलिस इस मामले में अभी तक यह नहीं पता कर सकी थी कि लॉरेंस या गोल्डी बराड़ की डिप्टी मेयर के भाई से क्या रंजिश थी। मोनू डागर ने सिर्फ सुपारी मिलने की बात कही थी। अब लॉरेंस से इसी मामले में पूछताछ होगी कि वह जतिंदर नीला का कत्ल क्यों करवाना चाहता था?।

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