महाराष्ट्र में MVA से हाथ मिलाना चाहती है AIMIM: पूर्व सांसद बोले- हमें साथ लेकर चलेंगे तो फायदा, भाजपा को हराना लक्ष्य है

13 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
फैयाद अहमद को मुंबई AIMIM प्रेसिडेंट पद से हटाया गया। अहमद के समर्थकों ने मुंबई पार्टी अध्यक्ष इम्तियाज जलील के सामने विरोध प्रदर्शन किया। - Dainik Bhaskar

फैयाद अहमद को मुंबई AIMIM प्रेसिडेंट पद से हटाया गया। अहमद के समर्थकों ने मुंबई पार्टी अध्यक्ष इम्तियाज जलील के सामने विरोध प्रदर्शन किया।

महाराष्ट्र में दिवाली बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) विपक्षी महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन के साथ हाथ मिलाना चाहती है।

AIMIM की राज्य इकाई के अध्यक्ष और पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ने कहा, हम भाजपा को हराना चाहते हैं। इसलिए MVA को साथ आने का प्रस्ताव दे रहे हैं लेकिन यह उन पर निर्भर है कि वे हमें गठबंधन में शामिल करते हैं या नहीं।

जलील ने कहा, अगर वे (एमवीए पार्टियां) हमें साथ लेकर चलती हैं, तो यह उनके लिए फायदेमंद होगा। अगर नहीं, तो हम अकेले आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं। अगर उन्हें लगता है कि हमारे पास कुछ ताकत है और वोट बैंक है, तो वे हमसे साथ आने को जरूर पूछेंगे।

AIMIM नेता बोले- भाजपा को हराने के लिए उद्धव ठाकरे से भी समस्या नहीं
इम्तियाज जलील से जब पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी AIMIM को महाविकास अघाड़ी में शामिल शिवसेना (यूबीटी) से कोई समस्या नहीं है, तो उन्होंने कहा, भाजपा ने देश को नुकसान पहुंचाया है इसलिए हम उन्हें किसी भी तरह से सरकार से दूर रखना चाहते हैं। इसके लिए सबकुछ करने को तैयार हैं।

जलील बोले- महाराष्ट्र सरकार को बहनों से कोई प्यार नहीं, यह सिर्फ सौदा
महायुति सरकार की लाड़की बहन योजना पर निशाना साधते हुए जलील ने कहा, इतने सालों के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को एहसास हुआ कि राज्य में उनकी कितनी बहनें हैं। अब महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के बाद, सत्ता में बैठे लोग खुले तौर पर लोगों से उनके (महायुति) लिए वोट करने के लिए कह रहे हैं। यह दर्शाता है कि बहनों के लिए कोई प्यार नहीं है। यह सिर्फ एक सौदा है।

महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज, इसी साल होना है विधानसभा चुनाव
महाराष्ट्र में राजनीतिक बयानबाजी की असल वजह आगामी विधानसभा चुनाव हैं। चुनाव आयोग ने कहा कि दिवाली के बाद महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। पिछले महीने महाराष्ट्र में विधान परिषद (MLC) के चुनाव हुए थे। NDA को जबरदस्त जीत मिली थी। गठबंधन ने 11 में से 9 सीटें जीतीं थीं। वहीं INDIA ब्लॉक के तीन प्रत्याशी खड़े थे, जिनमें 2 ही जीत सके। कांग्रेस के 7 से 8 विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने की खबर थी।

नवंबर 2024 को खत्म होगा बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) की सरकार का कार्यकाल
महाराष्ट्र में इस वक्त बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) की सरकार है। इसका कार्यकाल 8 नवंबर 2024 को खत्म हो रहा है। अक्टूबर 2024 में चुनाव हो सकते हैं। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 2019 में चुनाव हुए थे। बीजेपी 106 विधायकों के साथ राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनी। मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना और बीजेपी गठबंधन में बात नहीं बन पाई।

56 विधायकों वाली शिवसेना ने 44 विधायकों वाली कांग्रेस और 53 विधायकों वाली NCP के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी बनाकर सरकार बनाई। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने।

मई 2022 महाराष्ट्र सरकार में नगर विकास मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने 39 विधायकों के साथ बगावत कर दी। वह बीजेपी के साथ मिल गए। 30 जून 2022 को एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के 20वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। इसके साथ ही शिवसेना पार्टी दो गुटों में बंट गई। एक धड़ा शिंदे गुट और दूसरा उद्धव गुट का बना।

17 फरवरी 2023 को चुनाव आयोग ने आदेश दिया कि पार्टी का नाम ‘शिवसेना’ और पार्टी का चुनाव चिह्न ‘धनुष और तीर’ एकनाथ शिंदे गुट के पास रहेगा।

लोकसभा चुनाव 2024 : भाजपा को मिली सिर्फ 9 सीटें, INDIA ब्लॉक ने 30 सीटें जीतीं
लोकसभा चुनाव 2024 में महाराष्ट्र की 48 सीटों में बीजेपी 9 सीटों पर जीती। गठबंधन की सहयोगी NCP (अजित पवार गुट) ने एक सीट जीती। शिवसेना (शिंदे गुट) को 7 सीटों पर जीत मिली। INDIA ब्लॉक में शामिल कांग्रेस ने 13 और शिवसेना (उद्धव गुट) ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की। NCP शरद चंद्र पवार ने 8 सीटों पर जीत हासिल की। सांगली सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जीता।

यह खबर भी पढ़ें…

शरद पवार बोले- लोग जानते हैं NCP किसने बनाई: भाजपा ने ED-CBI का इस्तेमाल करके पार्टी तोड़ी

NCP शरदचंद्र पवार के चीफ शरद पवार का कहना है कि उनकी पार्टी ही असली NCP है। 3 महीने पहले दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि कोई भी कह सकता है असली NCP हम हैं। लेकिन लोगों को पता है कि NCP किसने बनाई, किसने इन्हें मंत्री बनाया। लोग इन पर हंस रहे हैं। हम बीजेपी के खिलाफ लड़े और जीते, अब वे (अजित पवार) बीजेपी के साथ खड़े हैं। पढ़ें पूरी खबर…

खबरें और भी हैं…