मलयालम एक्ट्रेसेस से यौन शोषण के आरोप, SIT बनी: हेमा कमीशन की रिपोर्ट में दावा- हीरो करते हैं मनमानी, रोल के बदले फेवर मांगते हैं मेकर्स

तिरुवनंतपुरम14 मिनट पहले

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केरल सरकार ने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए एक सीनियर पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) बनाने का फैसला किया है।

दरअसल 19 अगस्त को हाईकोर्ट की पूर्व जज हेमा ने मलयालम इंडस्ट्री में एक्ट्रेसेस के साथ हो रहे र्दुव्यवहार को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को 295 पन्नों की एक रिपोर्ट सौंपी थी।

इस रिपोर्ट में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में चल रहे कास्टिंग काउच और सेक्सुअल हैरेसमेंट जैसे गंभीर मुद्दों का जिक्र है। इस रिपोर्ट की कॉपी आरटीआई एक्ट के तहत मीडिया को भी सौंपी गई है।

पूर्व हाईकोर्ट जज के. हेमा जिन्होंने यह रिपोर्ट तैयार की है।

पूर्व हाईकोर्ट जज के. हेमा जिन्होंने यह रिपोर्ट तैयार की है।

एक्टर सिद्दीकी पर दुष्कर्म का आरोप, राज्य फिल्म पुरस्कार जीत चुके
इस बीच एक मलयाली एक्ट्रेस ने एक्टर सिद्दीकी पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। जिसके बाद सिद्दीकी ने असोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया। बता दें कि 300 मलयालम फिल्मों में काम कर चुके सिद्दीकी फिल्म सासनेहम सुमित्रा के लिए केरल राज्य फिल्म पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं।

दूसरी ओर, एक और एक्ट्रेस ने नंदनम जैसी अवॉर्ड विनिंग फिल्म का निर्देशन करने वाले रंजीत पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। इसके बाद उन्होंने केरल चित्रकला अकादमी के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया है। एक्ट्रेस के अनुसार पालेरी मानिक्यम फिल्म के निर्माण के दौरान रंजीत ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था।

महिलाओं ने लगाए गलत डिमांड के आरोप
कमीशन की रिपोर्ट फिल्म इंडस्ट्री के अंदर हुई कई ऐसी घटनाओं पर सवाल खड़े करती है, जिससे मलयालम फिल्म इंडस्ट्री का वर्क कल्चर सवालों के घेरे में है।

रिपोर्ट के मुताबिक मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाली कई महिलाओं ने आरोप लगाया है कि काम शुरू करने से पहले ही उनके साथ गलत डिमांड की जाती है।

रिपोर्ट में लिखा गया है कि ये चकाचौंध से भरी दुनिया है जिसमें दूर से सब सही लगता है लेकिन अंदर से यह पूरी तरह घ‍िनौनी है।

हाल ही में WICC (वुमन इन सिनेमा कलेक्टिव) के सभी मेंबर्स ने भी केरल सीएम से मुलाकात की थी। यह मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाली महिलाओं के लिए एक संगठन है।

हाल ही में WICC (वुमन इन सिनेमा कलेक्टिव) के सभी मेंबर्स ने भी केरल सीएम से मुलाकात की थी। यह मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाली महिलाओं के लिए एक संगठन है।

मेल एक्टर्स और मेकर्स का दबदबा
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मलयालम फिल्म इंडस्ट्री कुछ मेकर्स, निर्देशकों और एक्टर्स के नियंत्रण में है। ये सभी पुरुष हैं। वे पूरे मलयालम फिल्म इंडस्ट्री को नियंत्रित करते हैं और वहां काम करने वाले लोगों पर हावी होते हैं।

इन पावरफुल लोगों के ग्रुप को ‘माफिया’ कहा गया है क्योंकि वे अपने खिलाफ बोलने वालों के करियर को बर्बाद करने की ताकत रखते हैं। रिपोर्ट में कुछ बड़े एक्टर्स के इस ग्रुप शामिल होने का दावा किया गया है।

2017 में हुआ था हेमा कमीशन का गठन
2017 में एक मलयाली एक्ट्रेस पर यौन उत्पीड़न का आरोप 7 लोगों पर लगा था। इस मामले में मलयाली सुपरस्टार दिलीप को गिरफ्तार भी किया गया। इसके बाद फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं की स्थिति जांचने के लिए सीएम पिनाराई विजयन ने केरल हाईकोर्ट के पूर्व जज की अध्यक्षता में हेमा कमेटी का गठन किया था। दिसंबर 2019 में यह रिपोर्ट सरकार को सौंपी गई। हालांकि, कानूनी अड़चनों की वजह से यह रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं हुई थी।​​​​​​​