मणिपुर हिंसा पर असम के CM हिमंता बोले: राहुल चाहते हैं सेना नागरिकों पर गोलियां चलाएं, बुलेट नहीं, दिल से समाधान निकलेगा

इंफाल16 मिनट पहले

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हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा- भारतीय सेना कुछ भी ठीक नहीं कर सकती। वे सिर्फ कुछ समय के लिए शांति ला पाएंगे, इससे हल नहीं निकलेगा। - Dainik Bhaskar

हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा- भारतीय सेना कुछ भी ठीक नहीं कर सकती। वे सिर्फ कुछ समय के लिए शांति ला पाएंगे, इससे हल नहीं निकलेगा।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर में शांति बहाली के लिए सेना की मदद लेने की बात कही है। राहुल ने ये बयान गुरुवार (10 अगस्त) को संसद में दिया था। इस पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा- भारतीय सेना कुछ भी ठीक नहीं कर सकती। वे सिर्फ कुछ समय के लिए शांति ला पाएंगे, इससे हल नहीं निकलेगा। वहां गोलियों से नहीं, दिल से समाधान निकलेगा।

शुक्रवार (11 अगस्त) को गुवाहाटी में हिमंता ने कहा- मणिपुर में 100 दिनों से ज्यादा समय से हिंसा जारी है। राहुल ने कहा कि सेना दो दिन में सब कुछ ठीक कर सकती है। इसका क्या मतलब है? उन्हें नागरिकों पर खुलेआम गोलियां चलानी चाहिए। क्या ये उनकी सलाह है? वो ऐसा कैसे कह सकते हैं?

प्रधानमंत्री ने संसद में दिल से और नॉर्थ-ईस्ट के लिए कहा
संसद में पीएम मोदी के 2 घंटे 20 मिनट के संबोधन में मणिपुर पर चंद मिनट बोलने पर हिंमत बिस्वा ने कहा- प्रधानमंत्री ने जो भी कहा, दिल से और नॉर्थ-ईस्ट के लिए कहा। उन्होंने दिखाया कि नॉर्थ-ईस्ट के प्रति उनके मन में कितना लगाव है। हमलोग पीएम के भाषण से बहुत खुश हैं। विपक्ष खुश नहीं हो सकता।

पीएम मोदी ने 10 अगस्त को लोकसभा में कहा था- मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जो कोशिशें चल रही हैं, उससे निकट भविष्य में मणिपुर में शांति का सूरत जरूर उगेगा।

पीएम मोदी ने 10 अगस्त को लोकसभा में कहा था- मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जो कोशिशें चल रही हैं, उससे निकट भविष्य में मणिपुर में शांति का सूरत जरूर उगेगा।

विपक्ष को पीएम का भाषण आखिरी तक सुनना चाहिए
हिंमत बिस्व सरमा ने कहा कि पहले तो विपक्ष पीएम नरेंद्र मोदी के बोलने की मांग कर रहा था। जब पीएम बोलने लगे तो वे लोग लोकसभा से निकल गए। एक प्रमुख दल के तौर पर विपक्ष को पीएम का भाषण आखिरी तक सुनना चाहिए। वे संसद के अंदर हंगामा करना चाहते थे। ये मणिपुर के लिए प्यार नहीं था। उनका मकसद सिर्फ संसद को बाधित करना था।

राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर संसद में PM के भाषण पर जताई थी

राहुल गांधी ने 11 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कहा कि मैंने 19 साल के राजनीतिक अनुभव में जो मणिपुर में देखा, वह कहीं नहीं देखा।

राहुल गांधी ने 11 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कहा कि मैंने 19 साल के राजनीतिक अनुभव में जो मणिपुर में देखा, वह कहीं नहीं देखा।

संसद में मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर रही। प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार (10 अगस्त) को अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देते हुए मणिपुर हिंसा पर अपनी बात रखी। इसके बाद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- संसद में 2 घंटे के अपने भाषण में वे मणिपुर पर सिर्फ 2 मिनट बोले। ये शोभा नहीं देता। जो मणिपुर में हो रहा है, सेना उसे दो दिन में रोक सकती है। पढ़ें पूरी खबर…

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