मणिपुर हिंसा के बीच विस्थापितों की जमीन हड़प रहे लोग: SC का राज्य सरकार को कार्रवाई का आदेश; 5 महीने में 50 हजार लोगों ने घर छोड़ा

नई दिल्ली42 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
27 सितंबर की रात इंफाल वेस्ट में डिप्टी कलेक्टर के ऑफिस कैंपस में खड़ी दो कारों को प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी। - Dainik Bhaskar

27 सितंबर की रात इंफाल वेस्ट में डिप्टी कलेक्टर के ऑफिस कैंपस में खड़ी दो कारों को प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी।

मणिपुर सरकार ने राज्य के लोगों से विस्थापित लोगों की जमीन न हड़पने की अपील की है। साथ ही अधिकारियों को ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है।

राज्य के कमिश्नर (गृह) टी रनजोत सिंह ने मंगलवार को इसे लेकर एक आदेश जारी किया है। इस आदेश में सुप्रीम कोर्ट के 25 सितंबर के आदेश का जिक्र है।

दरअसल, 25 सितंबर को एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि राज्य की धार्मिक इमारतों को अतिक्रमण और नुकसान या नष्ट होने से बचाया जाना चाहिए।

मणिपुर सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि विस्थापित लोगों की प्रॉपर्टी और हिंसा में क्षतिग्रस्त होने वाली प्रॉपर्टी की सुरक्षा की जाएगी और अतिक्रमण रोका जाएगा।

सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि सरकार ऐसे लोगों को दूसरों की प्रॉपर्टी पर कब्जा छोड़ने का आदेश दे।

अगर इसके बाद भी लोग अवैध कब्जा नहीं छोड़ते हैं, तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना के आरोप में उन पर कार्रवाई हो सकती है।

मणिपुर में 3 मई से अब तक 50 हजार लोग विस्थापित हुए
मणिपुर में 3 मई से मैतेई और कुकी लोगों के बीच जारी हिंसा में अब तक 178 लोगों की जान गई है, जबकि 50 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोड़कर रिलीफ कैंपों में रह रहे हैं।

इंफाल वैली में मैतेई बहुल है, ऐसे में यहां रहने वाले कुकी लोग आसपास के पहाड़ी इलाकों में बने कैंप में रह रहे हैं, जहां उनके समुदाय के लोग बहुसंख्यक हैं। जबकि, पहाड़ी इलाकों के मैतेई लोग अपना घर छोड़कर इंफाल वैली में बनाए गए कैंपों में रह रहे हैं।

मणिपुर में युवक को जिंदा जलाने का वीडियो सामने आया

मणिपुर में रविवार को कुकी समुदाय के युवक को जिंदा जलाने का वीडियो सामने आया है। इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फ्रंट (ITLF) के प्रवक्ता घिन्जा ने ये वीडियो शेयर किया है। उन्होंने कहा कि वीडियो मई का है, लेकिन ये अभी सामने आया है।

मणिपुर के सिक्योरिटी एडवाइजर कुलदीप सिंह ने वीडियो की पुष्टि करते हुए कहा कि DGP ने मामला CBI जांच के लिए रिकमेंड किया है, क्योंकि ये भी उस महिलाओं को नग्न परेड कराने वाले वीडियो का सीक्वल है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

CBI ने 2 स्टूडेंट्स की हत्या के आरोप में 4 को गिरफ्तार किया
मणिपुर में 2 स्टूडेंट्स की हत्या के आरोप में CBI ने रविवार को 4 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें 2 महिलाएं हैं। इन्हें चुराचांदपुर से पकड़ा गया था। जांच एजेंसी सभी आरोपियों को असम के गुवाहाटी ले गई थी। गुवाहाटी कोर्ट ने इन आरोपियों को CBI की 5 दिन की हिरासत में भेज दिया है।

गिरफ्तार लोगों में हत्या का मुख्य आरोपी और उसकी पत्नी भी है। CBI उनकी दो बेटियों को भी साथ ले गई है, जिनकी उम्र 9 और 11 साल है। बेटियां नाबालिग हैं, इसीलिए उन्हें किसी रिश्तेदार को सौंप दिया जाएगा।​​​

मुख्यमंत्री एन बीरेन ने भी चार लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। इनके नाम पाओमिनलुन हाओकिप, एस. मालस्वान हाओकिप, लिंग्नेइचोन बाइट और टिन्नुपिंग हैं। उन्होंने कहा कि हम दोषियों को मौत की सजा दिलाएंगे।

दोनों स्टूडेंट्स की हत्या को लेकर इंफाल के अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शन जारी है। मैतेई महिला संगठन मीरा पैबिस ने मोमबत्ती जलाकर मृत मैतेई स्टूडेंट्स को श्रद्धांजलि दी। हत्या के विरोध में चुराचांदपुर बंद भी रहा।

दो स्टूडेंट्स की हत्या के विरोध में इंफाल में लगातार 9 दिनों से प्रदर्शन किया जा रहा है।

दो स्टूडेंट्स की हत्या के विरोध में इंफाल में लगातार 9 दिनों से प्रदर्शन किया जा रहा है।

आरोपियों की गिरफ्तारी का विरोध शुरू
उधर, चार आरोपियों की गिरफ्तारी का विरोध भी शुरू हो गया है। चुराचांदपुर में प्रदर्शनकारियों ने गिरफ्तार लोगों को बेकसूर बताते हुए 48 घंटे में रिहाई की मांग की। उन्होंने रविवार रात से जिले में बंद का ऐलान कर दिया। इसके बाद राज्य में सेल्युलर इंटरनेट बैन 6 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया।

वहीं, लापता बच्चों के परिजन ने दैनिक भास्कर से कहा कि जब तक शव बरामद नहीं हो जाते, तब तक उन्हें शांति नहीं मिलेगी। मणिपुर में 23 सितंबर को इंटरनेट बहाली के बाद मैदानी इलाकों से 27 और पहाड़ से 14 युवाओं के गायब होने की जानकारी सामने आई थी। इनका अब तक पता नहीं चला है।

23 सितंबर को स्टूडेंट्स की डेड बॉडी की तस्वीर वायरल हुई थी
23 सितंबर को मोबाइल इंटरनेट से बैन हटने के बाद दोनों स्टूडेंट्स के शवों की फोटो सामने आई थी, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। फोटो में दोनों की बॉडी जमीन पर पड़ी हुई नजर आ रही है। साथ ही लड़के का सिर कटा हुआ है। हालांकि दोनों के शव अभी तक नहीं मिले हैं।

जुलाई में दोनों स्टूडेंट्स एक दुकान में लगे CCTV कैमरे में 6 जुलाई को दिखाई दिए थे, लेकिन उसके बाद से उनका पता नहीं चल सका है।

सोशल मीडिया पर ये दो तस्वीरें वायरल हुई थीं…

पहली तस्वीर- इसमें दो स्टूडेंट्स- 17 साल की हिजाम लिनथोइंगंबी और 20 साल का फिजाम हेमजीत बैठे हुए नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर में छात्रा एक सफेद टी-शर्ट में है, जबकि हेमजीत चेक शर्ट में है और बैकपैक पकड़े हुए है। उनके पीछे दो बंदूकधारी भी नजर आ रहे हैं।

दूसरी तस्वीर: इस तस्वीर में दोनों स्टूडेंट्स के शव झाड़ियों के बीच पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि यह तस्वीर मणिपुर के किस इलाके की है। पुलिस और जांच एजेंसी शव ढूंढने की कोशिश कर रही हैं।

19 जुलाई को महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का वीडियो वायरल हुआ था
मणिपुर में 3 मई से हिंसा शुरू हुई थी और 4 मई को ही दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना थोउबाल जिले में हुई। इसका वीडियो 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके ले गए और उनसे अश्लील हरकतें कीं।

एक पीड़ित महिला के पति ने बताया- ‘हजार लोगों की भीड़ ने गांव पर हमला किया था। मैं भीड़ से अपनी पत्नी और गांव वालों को नहीं बचा पाया। पुलिसवालों ने भी हमें सुरक्षा नहीं दी। भीड़ तीन घंटे तक दरिंदगी करती रही। मेरी पत्नी ने किसी तरह एक गांव में पनाह ली।’

वहीं, वीडियो में दिख रही दूसरी महिला की मां ने कहा- ‘अब हम कभी अपने गांव नहीं लौटेंगे। वहां मेरे छोटे लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी गई, मेरी बेटी को शर्मिंदा किया गया। अब मेरे लिए सब कुछ खत्म हो चुका है।’

यह फोटो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने के वीडियो से ही ली गई है। हमने महिलाओं वाले हिस्से को नहीं लगाया। यह हुजूम आरोपियों का है।

यह फोटो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने के वीडियो से ही ली गई है। हमने महिलाओं वाले हिस्से को नहीं लगाया। यह हुजूम आरोपियों का है।

हिंसा के बाद 65 हजार से ज्यादा लोगों ने घर छोड़ा
मणिपुर में अब तक 65 हजार से अधिक लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। राज्य में 36 हजार सुरक्षाकर्मी और 40 IPS तैनात किए गए हैं। पहाड़ी और घाटी दोनों जिलों में कुल 129 चौकियां स्थापित की गईं हैं।

ये खबरें भी पढ़ें…

UN ने मणिपुर हिंसा पर चिंता जताई:मानवाधिकार एक्टिविस्ट को सुरक्षा देने की अपील की, 5 अक्टूबर को घर पर हमला हुआ था

मणिपुर में दूसरी बार हिंसा भड़कने के बाद संयुक्त राष्ट्र ने राज्य के हालात पर चिंता जताई है। यूनाइटेड नेशंस ह्यूमन राइट्स कमीशन (UNHR) ने शुक्रवार (6 अक्टूबर) को सोशल मीडिया पर लिखा- हम मणिपुर हिंसा पर बोलने वाले मानवाधिकार एक्टिविस्ट बबलू लिथोंगबम को मिल रही धमकियों से चिंतित हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…

नेशनल प्लेयर के सिर से निकले 61 पैलेट्स:मणिपुर के स्टूडेंट बोले- फोर्स जुल्म कर रही, CM कहते हैं, हमारे पास पावर नहीं

20 साल के उत्तम सोइबाम वुशु के नेशनल प्लेयर हैं। जुलाई से लापता दो स्टूडेंट्स की हत्या के विरोध में 26 सितंबर को इंफाल में स्टूडेंट्स ने प्रोटेस्ट किया था। तब सिक्योरिटी फोर्स की कार्रवाई में उत्तम भी घायल हुए थे। वे दोस्तों के साथ प्रोटेस्ट में गए थे। डॉक्टरों ने उनके 61 पैलेट सिर से निकाले, कई अब भी धंसे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…

खबरें और भी हैं…