भारत गौरव यात्रा ट्रेन में 40 लोगों को फूड पॉइजनिंग: चेन्नई से पुणे आ रहे थे; रेलवे ने कहा- प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टर ने खाना सप्लाई किया

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पुणे43 मिनट पहले

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रेलवे के पुणे डिवीजन के PRO ने बताया कि सभी यात्रियों का इलाज किया गया। इसके बाद रात करीब साढ़े 12 बजे ट्रेन रवाना की गई। - Dainik Bhaskar

रेलवे के पुणे डिवीजन के PRO ने बताया कि सभी यात्रियों का इलाज किया गया। इसके बाद रात करीब साढ़े 12 बजे ट्रेन रवाना की गई।

भारत गौरव यात्रा ट्रेन में मंगलवार देर रात 40 यात्रियों ने खाने के बाद उल्टी-दस्त की शिकायत की। रात 9 बजे यात्रियों ने खाना खाया। इसके बाद कुछ लोग असहज महसूस करने लगे। उन्हें उल्टी-दस्त होने लगी। इसकी शिकायत ट्रेन में मौजूद स्टाफ से की गई।

पुणे रेल डिवीजन के PRO रामदास भिसे ने बताया कि ट्रेन प्राइवेट पार्टी ने गुजरात के पालिताना के लिए बुक की थी। यह चेन्नई से पुणे आ रही थी। इसमें लगभग 1 हजार यात्री थे। देर रात हमें शिकायत मिली कि कई पैसेंजर्स को उल्टी-दस्त और चक्कर आ रहे हैं। इसके बाद रेलवे अस्पताल के डॉक्टरों के साथ-साथ 40 लोगों की टीम उपचार के लिए भेजी गई थी।

भिसे ने बताया कि ट्रेन के पुणे स्टेशन पहुंचने के बाद सभी पैसेंजर्स को प्लेटफॉर्म पर उतारकर इलाज किया गया। किसी भी यात्री को अस्पताल में भर्ती नहीं कराना पड़ा। उपचार के बाद सभी यात्रियों के साथ ट्रेन लगभग 12.30 बजे पुणे स्टेशन से रवाना हुई।

NCP सांसद ने रेल मंत्री से जांच की मांग की
घटना को लेकर NCP सांसद सुप्रिया सुले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन में चिंताजनक घटना सामने आई है। ट्रेन के 40 यात्रियों को फूड पॉइजनिंग का शिकार होना पड़ा। अगर रेलवे की तरफ से यात्रियों को खाना दिया गया था तो इसकी जांच जरूरी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से आग्रह है कि वे इस मामले को पूरी गंभीरता से देखें।

रेलवे या IRCTC स्टाफ ने खाना सप्लाई नहीं किया
सुले के पोस्ट पर सेंट्रल रेलवे ने जवाब देते हुए लिखा- पैसेंजर्स ने प्राइवेट फूड कॉन्ट्रैक्टर से खाना मंगवाया था। रेलवे या IRCTC स्टाफ ने खाना सप्लाई नहीं किया था। मामले की जानकारी मिलने के फौरन बाद पुणे रेलवे स्टेशन पर देर रात रेलवे और प्राइवेट हेल्थ एजेंसी के 40 स्टाफ ने सभी यात्रियों की जांच की। सभी की हालत स्थिर होने के बाद उन्हें प्राइवेट अस्पताल में रेफर कर दिया गया।

ट्रेन में पैंट्री सुविधा नहीं थी
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों के इलाज और ट्रेन की पूरी जांच के बाद उसे आगे के लिए रवाना कर दिया गया। ट्रेन में पैंट्री की सुविधा नहीं थी। यात्रियों को सोलापुर से लगभग 180 किमी दूर वाडी रेलवे स्टेशन पर खाना मिला। यह खाना किसने सप्लाई किया, इसकी जांच की जा रही है।

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