बदरुद्दीन अजमल बोले-रेप, लूटपाट, डकैती में नंबर-1 हैं मुस्लिम: जेल जाने में भी सबसे आगे हैं; ऐसा शिक्षा की कमी के चलते

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गुवाहाटी9 मिनट पहले

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असम के ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के चीफ मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने रेप, चोरी, लूटपाट और डकैती जैसे अपराधों में मुस्लिमों को नंबर 1 बताया है। उन्होंने कहा कि हम जेल जाने में भी नंबर 1 हैं। ये बात उन्होंने 20 अक्टूबर को एक कार्यक्रम में कही थी।

आलोचना होने के बाद भी वे अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने शुक्रवार को एक मीडिया चैनल से कहा कि मैंने कुछ भी गलत नहीं कहा है। अपराधों में शामिल होने की आदत शीधे तौर पर शिक्षा की कमी से जुड़ी है।

हमारे बच्चों के पास स्कूल जाने का समय नहीं, पर जुआ खेलने का है
बदरुद्दीन अजमल ने असम के गोलपारा में 20 अक्टूबर को एक कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय में शिक्षा की कमी पर चिंता जताते हुए कहा था कि इसी के चलते आपराधिक गतिविधियों में मुस्लिम ज्यादा फंसते हैं।

उन्होंने कहा कि चोरी, लूटपाट, डकैती, रेप जैसे अपराधों में हम नंबर-1 हैं। जेल जाने में भी हम नंबर-1 हैं। हमारे बच्चों के पास स्कूल जाने का समय नहीं है, लेकिन जुआ खेलने और लोगों के साथ धोखाधड़ी करने का बहुत समय है। इन सब गलत कामों में कौन शामिल होता है, मुस्लिम शामिल होता है। ये दुखद बात है।

लोग चांद और सूरज तक जा रहे हैं, और हम जेल जाने पर PhD कर रहे हैं। किसी भी पुलिस स्टेशन चले जाइए, आपको दिख जाएगा कि कौन पूर्ण बहुमत में है- अब्दुर रहमान, अब्दुर रहीम, अब्दुर मजीद, बदरुद्दीन, सिराजुद्दीन, फखरुद्दीन- क्या ये दुखी करने वाली बात नहीं है?

विवाद के बाद भी अपनी बात पर कायम
अपने बयान पर विवाद के बाद भी बदरुद्दीन अजमल अपने बात पर कायम हैं। शुक्रवार को एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि मैंने दुनियाभर के मुस्लिम समुदायों में पढ़ाई की कमी देखी है। मैंने कई बार ये बात कही है कि हमारे बच्चे पढ़ाई नहीं करते, हायर एजुकेशन नहीं लेते, यहां तक कि मैट्रिक भी नहीं करते हैं। युवाओं को पढ़ाई का महत्व बताने के लिए मैंने अपराध में नंबर-1 वाली बात कही थी।

लड़कियों से बात करते वक्त गंदी नीयत न रखें
बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि वे लड़के जो महिलाओं को देखकर उत्तेजित हो जाते हैं, मैं उन्हें बताना चाहूंगा कि इस्लाम कहता है कि बर्ताव करने का एक सही ढंग होता है। जब हम बाजार या पब्लिक में होते हैं और वहां हमें महिलाएं दिखती हैं, तो हमें नजर फेर लेनी चाहिए।

लड़कों को याद रखना चाहिए कि उनके घरों में भी महिलाएं हैं अगर वे अपनी मां-बहनों के बारे में सोचेंगे तो कभी उनके दिमाग में गलत खयाल नहीं आएंगे।

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