बच्ची को ​​​​​​​डांटने पर टीचर की पिटाई: बंगाल में समुदाय विशेष के लोगों ने महिला टीचर को निर्वस्त्र किया, बेरहमी से पीटा

16 मिनट पहले

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पश्चिम बंगाल में एक मुस्लिम लड़की को कान पकड़कर डांट देने पर खास समुदाय के लोगों ने महिला टीचर के कपड़े उतार दिए और उनके साथ मारपीट की। यह घटना दिनाजपुर जिले के हिली थाना इलाके के त्रिमोहिनी प्रताप चंद्र हाई स्कूल की है। मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार और 35 के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।

दफ्तर में घुसकर की टीचर से मारपीट
त्रिमोहिनी प्रताप चंद्र हाई स्कूल में गुरुवार को 9वीं की एक छात्रा को महिला टीचर ने डांट दिया। एक दिन बाद छात्रा के परिजन और समुदाय के कुछ लोग स्कूल पहुंच गए और प्रिंसिपल के सामने इस बात की शिकायत की। इतने में ही कुछ लोग महिला टीचर के ऑफिस में दाखिल हो गए और उन्हें निर्वस्त्र कर मारपीट की।

टीचर की पिटाई के विरोध में हुआ प्रदर्शन

स्थानीय लोगों ने महिला टीचर के साथ मारपीट करने वालों की गिरफ्तारी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।

स्थानीय लोगों ने महिला टीचर के साथ मारपीट करने वालों की गिरफ्तारी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।

मामले की सूचना मिलते ही पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंचा और मामले को शांत करवाया। महिला टीचर के साथ हुई बदसलूकी की वजह से स्थानीय लोगों में गुस्सा देखने को मिला। लोगों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

इस मामले में पीड़ित महिला टीचर ने कहा कि छात्रा को अनुशासन में रखने के लिए उसके कान खींचकर डांट दिया था। ऐसी घटना मेरे साथ पहले कभी नहीं हुई। मुझे अब डर लग रहा है।

BJP सांसद ने पुलिस पर सवाल खड़े किए

भाजपा सांसद सुकांत मजूमदार ने रविवार को संबंधित क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने महिला टीचर के साथ अभद्रता और मारपीट करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

BJP सांसद सुकांत मजूमदार ने पुलिस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इतना सब कुछ होने के बाद भी पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था।

BJP सांसद सुकांत मजूमदार ने पुलिस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इतना सब कुछ होने के बाद भी पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था।

मजूमदार ने कहा कि मैं एक शिक्षक था। कई छात्रों को डांटा भी है। एक शिक्षक के लिए, एक छात्र केवल उनका होता है। यहां शिक्षिका के कान पकड़ते ही हिजाब उतर जाता है। यही हुआ। इतनी मामूली बात से उसके परिवार सहित अन्य दो सौ लोगों ने स्कूल पर अटैक कर दिया।

मुझे आश्चर्य है कि स्कूल के प्रिंसिपल ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई दी। पुलिस की मामला दर्ज करने की हिम्मत नहीं हुई। जब लोगों ने विरोध किया और सड़क जाम कर दी, तब जाकर पुलिस एक्टिव हुई।

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