बंगाल SSC बोला- सिर्फ 5 हजार नियुक्तियां अवैध: 19 हजार शिक्षकों की भर्ती में कोई गड़बड़ी नहीं; HC ने 25 हजार नियुक्तियां रद्द की थी

कोलकाता10 मिनट पहले

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कलकत्ता हाईकोर्ट ने 22 अप्रैल को स्टेट लेवल सेलेक्शन टेस्ट-2016 (SLCT) के जरिए की गई 25,753 नियुक्तियों को रद्द किया था। - Dainik Bhaskar

कलकत्ता हाईकोर्ट ने 22 अप्रैल को स्टेट लेवल सेलेक्शन टेस्ट-2016 (SLCT) के जरिए की गई 25,753 नियुक्तियों को रद्द किया था।

पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (SSC) ने गुरुवार (25 अप्रैल) को दावा किया कि 2016 भर्ती में 19 हजार शिक्षकों के योग्य होने की संभावना हैं। ये शिक्षक नियुक्ति अथॉरिटी की योग्यता मानदंडों को पूरा कर सकते हैं।

राज्य SSC के अध्यक्ष सिद्धार्थ मजूमदार ने कहा कि उन्होंने कलकत्ता हाईकोर्ट को 5,300 उम्मीदवारों की लिस्ट दी थी​​​​​, जिनकी नियुक्तियां संदिग्ध थीं। ये लिस्ट दो अनियमितताओं पर आधारित थीं- पहला ऑप्टिकल मार्क रिकॉग्निशन (OMR) शीट में हेरफेर और दूसरा रैंक में उछाल।

मजूमदार ने कहा कि 5,300 लोगों में ग्रुप सी और डी के उम्मीदवारों और क्लास 9, 10, 11, 12 के शिक्षक शामिल थे। 19,000 से अधिक उम्मीदवारों की नियुक्ति में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। हमने सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए याचिका दायर की है।

कलकत्ता HC ने 25 हजार शिक्षकों की नियुक्ति रद्द की
दरअसल, कलकत्ता हाईकोर्ट के सोमवार (22 अप्रैल) को 2016 में की गई 25,753 नियुक्तियों को रद्द कर दिया गया था।​ हाईकोर्ट ने इन शिक्षकों को 7-8 साल के दौरान मिली सैलरी 12% इंटरेस्ट के साथ लौटाने के निर्देश भी दिए हैं। इसके लिए कोर्ट ने 6 हफ्ते का समय दिया है।

क्या हैं बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला?
पश्चिम बंगाल सरकार ने 2016 में स्टेट लेवल सेलेक्शन टेस्ट-2016 (SLCT) के जरिए सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के लिए टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ भर्ती किया था। तब 24,640 रिक्त पदों के लिए 23 लाख से अधिक लोगों ने भर्ती परीक्षा दी थी।

इस भर्ती में 5 से 15 लाख रुपए तक की घूस लेने का आरोप है। मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट को कई शिकायतें मिली थीं। भर्ती में अनियमितताओं के मामले में CBI ने राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, उनकी करीबी मॉडल अर्पिता मुखर्जी और SSC के कुछ अधिकारियों को गिरफ्तार किया था।

मेरिट लिस्ट से बाहर वालों को नौकरी देने का आरोप
ममता बनर्जी की सरकार ने 2014 में शिक्षकों की भर्ती निकाली थी। इसकी प्रक्रिया 2016 में पूरी हुई थी। तब पार्थ चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री थे। याचिकाकर्ताओं का आरोप था कि जिन उम्मीदवारों के नंबर कम थे उन्हें मेरिट लिस्ट में ऊपर स्थान मिला।

कुछ उम्मीदवारों का मेरिट लिस्ट में नाम न होने पर भी नौकरी दी गई। याचिकाकर्ताओं ने दावा किया कि कुछ ऐसे भी उम्मीदवारों को नौकरी दी गई, जिन्होंने TET परीक्षा भी पास नहीं की थी, जबकि राज्य में शिक्षक भर्ती के लिए TET की परीक्षा पास करना अनिवार्य है।

हाईकोर्ट ने CBI जांच के आदेश दिए थे
इसी तरह से राज्य में 2016 में SSC द्वारा ग्रुप डी की 13 हजार भर्ती के मामले में शिकायतें मिली थीं। हाईकोर्ट ने इन सभी याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए CBI जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद ED ने शिक्षक भर्ती और कर्मचारियों की भर्ती के मामले में मनी ट्रेल की जांच शुरू की थी। CBI ने इस मामले में 18 मई को पार्थ चटर्जी से पूछताछ भी की थी।

शिक्षक भर्ती घोटाले के दौरान राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी थे। उन्हें ED ने 23 जुलाई 2022 को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था।

शिक्षक भर्ती घोटाले के दौरान राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी थे। उन्हें ED ने 23 जुलाई 2022 को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था।

जुलाई 2022 में हुई थी पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी
ED ने 23 जुलाई 2022 को पार्थ को शिक्षक भर्ती घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में कोलकाता के सरकारी आवास से गिरफ्तार किया था। पार्थ पर आरोप है कि मंत्री रहते हुए उन्होंने नौकरी देने के बदले गलत तरीके से पैसे लिए। पार्थ की गिरफ्तारी के 5 दिन बाद ममता बनर्जी ने उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था। इस मामले में 16 फरवरी 2024 तक पार्थ चटर्जी के करीबियों के ठिकानों पर ED ने छापेमारी की थी।

अर्पिता के घर से 49 करोड़ कैश और करोड़ों की ज्वेलरी मिली थी
ED ने 22 जुलाई, 2022 को पार्थ चटर्जी के ठिकानों समेत 14 जगहों पर छापेमारी की थी। इस दौरान घोटाले में बंगाल की एक मॉडल अर्पिता मुखर्जी से जुड़ी जानकारी भी सामने आई। छापेमारी के दौरान अर्पिता मुखर्जी की प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले थे।

इसके बाद ED ने अर्पिता के घर पर छापा मारा। अर्पिता के फ्लैट से करीब 21 करोड़ रुपए कैश, 60 लाख की विदेशी करेंसी, 20 फोन और अन्य दस्तावेज मिले। 24 जुलाई को ED ने अर्पिता और पार्थ को गिरफ्तार कर लिया।

इसके बाद एक और छापेमारी में अर्पिता के घर से 27.9 करोड़ रुपए कैश मिला। इसमें 2000 रुपए और 500 रुपए के नोटों के बंडल थे। इसके अलावा 4.31 करोड़ रुपए का गोल्ड मिला। इसमें 1-1 किलो की 3 सोने की ईंटें, आधा-आधा किलो के 6 सोने के कंगन और अन्य ज्वेलरी शामिल हैं।

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