पश्चिम बंगाल में रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ का वीडियो VIRAL: ट्रेन की सीटी की आवाज से नमाज में पड़ा खलल तो फोड़ दिया रेलवे स्टेशन ? जानिए क्या है इस दावे की सच्चाई

32 मिनट पहले

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सोशल मीडिया पर एक दावा वायरल हो रहा है। बोला जा रहा है कि ट्रेन की सीटी की आवाज से नमाज में खलल आने के चलते धर्मविशेष के लोगों ने एक रेलवे स्टेशन पर जमकर तोड़फोड़ की है।

  • इस वायरल दावे के सपोर्ट में एक वीडियो भी शेयर किया गया है जिसमें कुछ लोग, जिनमें कुछ नाबालिग भी शामिल हैं, एक रेलवे स्टेशन पर जमकर तोड़फोड़ करते नजर आ रहे हैं। इस दावे से जुड़े कई ट्वीट्स पिछले 24 घंटे के अंदर कई वेरिफाइड और नॉन वेरिफाइड एक्स अकाउंट द्वार किए गए हैं।
  • इस दावे को लेकर दैनिक भास्कर फैक्ट चेक के वॉट्सऐप हेल्पलाइन नंबर 9201776050 पर भी पाठकों की रिक्वेस्ट आई है।

पड़ताल की शुरुआत करते हैं वायरल ट्वीट्स के साथ…

सबसे पहले बात वेरिफाइड एक्स अकाउंट भगवा क्रांति की जिसने 06 नवंबर को किए अपने ट्वीट में दावा किया- पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में नाओपारा महिषासुर रेलवे स्टेशन को यह कहते हुए पूरी तरह से तोड़फोड़ दिया गया और व्यावहारिक रूप से नष्ट कर दिया गया कि ट्रेन की सीटी की आवाज उनकी नमाज में खलल डाल रही है।

देखें ट्वीट :

  • भगवा क्रांति द्वारा किया गया यह ट्वीट वायरल हुआ और खबर लिखे जाने तक इसे 2600 से अधिक बार रीट्वीट किया गया। वहीं, इस ट्वीट को 2700 से ज्यादा लोगों ने लाइक भी किया है।
  • भगवा क्रांति एक्स अकाउंट को 46000 से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। वहीं, इस अकाउंट के बायो में लिखा है – हिंदुत्व की बात करना

देखें स्क्रीनशॉट

ऐसा ही एक ट्वीट हमें सनातनी हिन्दू राकेश जय श्री राम नाम के वेरिफाइड एक्स अकाउंट पर मिला। इस ट्वीट को भी 06 नवंबर 2023 को किया गया था।

देखें ट्वीट :

  • सनातनी हिन्दू राकेश जय श्री राम नाम के इस एक्स अकाउंट को 40000 से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

देखें स्क्रीनशॉट

पड़ताल के दौरान, हमें विकास सिंह राजपूत नाम के एक्स यूजर का वेरिफाइड अकाउंट मिला। विकास ने अपनी एक्स बायो में खुद को पश्चिमी दिल्ली से भाजपा का उपाध्यक्ष बताया है।

  • विकास ने 27 अप्रैल 2022 को एक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने भी इस बात का जिक्र किया था कि ट्रेन की सीटी से नमाज में खलल आने के चलते पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में नाओपारा महिषासुर रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ की गई है।
  • विकास ने इसके साथ अपने ट्वीट में यह सवाल भी खड़ा किया कि दिक्कत यही है या कुछ और ?

देखें स्क्रीनशॉट :

  • वायरल होते इस मैसेज को दैनिक भास्कर के वॉट्सऐप हेल्पलाइन नंबर 9201776050 पर भी एक पाठक ने भेजकर पूछा कि क्या ये सूचना सही है ? क्या सच में ट्रेन की सीटी की आवाज से नमाज में खलल पड़ने के बाद लोगों ने रेलवे स्टेशन में तोडफोड की ?
दैनिक भास्कर के पाठक द्वारा भेजे गए मैसेज का स्क्रीन शॉट।

दैनिक भास्कर के पाठक द्वारा भेजे गए मैसेज का स्क्रीन शॉट।

  • वायरल होते इस मैसेज और वीडियो की पड़ताल के लिए हमने इस वीडियो के की फ्रेम्स (Key Frames) को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया। इससे पता चला कि यह मामला अभी का नहीं बल्कि साल 2019 का था।

जांच के दौरान हमें ANI की एक रिपोर्ट मिली जिसमें सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि पश्चिम बंगाल के नाओपारा महिषासुर रेलवे स्टेशन पर हुई तोड़फोड़ का यह वीडियो साल 2019 का है। CAA/NRC के विरोध में हुई हिंसा के दौरान यहां तोड़फोड़ की गई थी। ANI की रिपोर्ट पढ़ने के लिए क्लिक करें।

ANI की खबर का स्क्रीनशॉट।

ANI की खबर का स्क्रीनशॉट।

  • वहीं, जब हमने बांग्ला भाषा में ‘नाओपारा महिषासुर स्टेशन’ लिखकर (নওপাড়া মহিষাসুর স্টেশন) यूट्यूब पर सर्च किया तो हमें Md Ejaj Ahamed नाम के एक यूजर द्वारा 14 दिसंबर 2019 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला।
  • इस वीडियो का शीर्षक बांग्ला भाषा में था- সাগড়দিঘির নওপাড়া মহিষাসুর স্টেশনে ক্যাব ও এন আর সি বিরোধী বিক্ষোভ মিছিল। जिसका हिंदी अर्थ है- नाओपारा महिषासुर स्टेशन पर CAB और एनआरसी विरोधी विरोध मार्च।

देखें स्क्रीनशॉट:

  • यह वीडियो 3 मिनट 14 सेकंड का है। वीडियो के 2 मिनट 15 सेकंड बाद वो हिस्सा दिखाई देता है जिसमें उग्र भीड़ नाओपारा महिषासुर स्टेशन को घेरकर तोड़फोड़ करती है।

देखें वीडियो:

  • पड़ताल के दौरान हमें WildFilmsIndia के ऑफिशियल यूट्यूब अकाउंट पर भी एक वीडियो मिला। यह वीडियो 18 नवंबर 2020 को अपलोड किया गया था। इस वीडियो का शीर्षक था – Young men vandalise railway station in West Bengal | CAA/ NRC incidents in India। यानी – पश्चिम बंगाल में युवकों ने रेलवे स्टेशन पर की तोड़फोड़ | भारत में CAA/NRC से जुड़ी घटनाएं।

देखें वीडियो :

  • यहां तक यह बात स्पष्ट हो चुकी थी कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा कि ‘ट्रेन की सीटी की आवाज से नमाज में खलल आने के चलते धर्मविशेष के लोगों ने एक रेलवे स्टेशन में जमकर तोड़फोड़ की‘ पूरी तरह से गलत था।
  • पश्चिम बंगाल के नाओपारा महिषासुर रेलवे स्टेशन पर हुई तोड़फोड़ 2019 में CAA/ NRC के विरोध के दौरान हुई थी।

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