न्यूक्लियर हथियार में यूज होने वाला मटेरियल गोपालगंज में मिला: 850 करोड़ के 50 ग्राम रेडियोएक्टिव कैलिफोर्नियम के साथ 3 गिरफ्तार – Gopalganj News

गोपालगंज पुलिस ने 3 तस्कर को गिरफ्तार किया है। साथ ही रेडियोएक्टिव पदार्थ कैलिफोर्नियम जब्त किया है।  

गोपालगंज में दुनिया के दूसरे सबसे महंगे रेडियोएक्टिव कैलिफोर्नियम को जब्त किया गया है। एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि हमने गूगल सर्च किया तो पता चला कि इसकी एक ग्राम की कीमत 17 करोड़ रुपए है। जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र के बल्थरी चेकपोस्ट पर पुलिस

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बरामद रेडियोएक्टिव की कीमत करीब 850 करोड़ रुपए बताई जा रही है। ये एक प्रतिबंधित रेडियोएक्टिव पदार्थ है, भारत में आम आदमी इसको खरीद या बेच नहीं सकता।

इसका इस्तेमाल न्यूक्लियर वेपन्स, न्यूक्लियर प्लांट से बिजली उत्पादन, पोर्टेबल मेटल डिटेक्टर बनाने में होता है। साथ ही ब्रेन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज में भी इसका इस्तेमाल होता है।

एसपी के मुताबिक कैलिफोर्नियो के एक ग्राम की कीमत 17 करोड़ रुपए है।

एसपी के मुताबिक कैलिफोर्नियो के एक ग्राम की कीमत 17 करोड़ रुपए है।

तीन गिरफ्तार, इसमें एक तस्कर और दो लाइनर

एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य तस्कर यूपी का है। छोटे लाल प्रसाद (40) उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के तमकुही राज थाना क्षेत्र का निवासी है। इसके अलावा दोनों लाइनर नगर थाना क्षेत्र के कौशल्या चौक वार्ड नंबर 22 निवासी योगेंद्र साह का 40 साल का बेटा चंदन गुप्ता और महमदपुर थाना क्षेत्र के कुशहर मठिया निवासी हरेंद्र राम का 28 साल का बेटा चंदन राम गिरफ्तार हुआ है।

850 करोड़ के रेडियोएक्टिव मटेरियल के साथ 3 तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें से एक यूपी का रहने वाला है।

850 करोड़ के रेडियोएक्टिव मटेरियल के साथ 3 तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें से एक यूपी का रहने वाला है।

1 ग्राम की कीमत करीब 17 करोड़

एसपी ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बहुमूल्य पदार्थ की तस्करी की जा रही है। सूचना के आधार पर कुचायकोट थाना की ओर से तत्काल कार्रवाई करते हुए एक टीम का गठन किया गया। गठित टीम ने तत्काल छापेमारी करते हुए 50 ग्राम रेडियोएक्टिव पदार्थ कैलिफोर्नियम को जब्त किया गया।

जानकारी के अनुसार कैलिफोर्नियम के 1 ग्राम की कीमत करीब 17 करोड़ रुपए बताई जा रही है। वहीं जब्त की गई 50 ग्राम कैलिफोर्नियम की कीमत करीब 850 करोड़ रुपए हो सकती है।

इसकी सत्यता के लिए डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी से संपर्क साधा जा रहा है। एफएसएल की विशेष टीम को भी पदार्थ की जांच के लिए बुलाया गया है। इसके अलावा तस्करी, हैंडलिंग और जुड़े लिंक को भी खंगाला जा रहा है।

IIT मद्रास का फेक सर्टिफिकेट

एसपी के अनुसार कई महीनों से तस्कर इस पदार्थ को बेचने की कोशिश में थे। इनके पास से पदार्थ का लैब टेस्ट रिपोर्ट भी मिली है, जो आईआईटी मद्रास का है। सर्टिफिकेट के बारे में आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर एस मोहन से बात की गई तो उन्होंने इसे फेक बताया है। इसके साथ ही अन्य लोगों से संपर्क साधने की कोशिश की जा रही है।

3 साल पहले लखनऊ में 64 अरब रुपए का कैलिफोर्नियम जब्त हुआ था

लखनऊ के गाजीपुर थाने की पुलिस ने रेडियोएक्टिव धातु कैलिफोर्नियम के साथ 8 लोगों को गिरफ्तार किया था।

लखनऊ के गाजीपुर थाने की पुलिस ने रेडियोएक्टिव धातु कैलिफोर्नियम के साथ 8 लोगों को गिरफ्तार किया था।

3 साल पहले यूपी की राजधानी लखनऊ के गाजीपुर थाने की पुलिस ने रेडियोएक्टिव धातु कैलिफोर्नियम के साथ 8 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस को गिरोह के पास से 340 ग्राम संदिग्ध कैलिफोर्नियम धातु मिली थी। उस समय पुलिस ने एक ग्राम कैलिफोर्नियम की कीमत करीब 27 लाख डॉलर प्रति ग्राम (करीब 19 करोड़ रुपए) बताई थी। इसकी बिक्री मिली ग्राम में होती है। आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि कोयले की खदान में काम करने वाले किसी व्यक्ति ने उन्हों ये दिया था। देने वाले ने दोनों को बताया था कि यह कैलिफोर्नियम धातु है। बहुत महंगी बिकती है। उसकी बिक्री करने के लिए यह दोनों लखनऊ ले आए थे। इसके बाद से ग्राहक तलाश रहे थे।