नीट पेपर लीक…एक भी संदिग्ध EOU कार्यालय नहीं पहुंचे: 9 आरोपियों को भेजा गया था नोटिस, SC में जल्द दाखिल होगा एफिडेविट – Patna News

नीट पेपर लीक मामले में नोटिस के बाद भी 9 आरोपी पूछताछ के लिए आर्थिक अपराध इकाई के कार्यालय नहीं पहुंचे। ईओयू ने सॉल्वर गिरोह के पास मिले रोलकोड के आधार पर नौ परीक्षा​र्थियों को नोटिस जारी कर मंगलवार और बुधवार को पूछताछ के लिए बुलाया था। परीक्षा​र्थिय

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ईओयू की दो सदस्यीय टीम दिल्ली रवाना

पुलिस सूत्रों के अनुसार, ईओयू की दो सदस्यीय टीम मंगलवार को नई दिल्ली के लिए रवाना हो गई है। इसमें डीएसपी और इंस्पेक्टर रैंक के पदा​धिकारी शामिल हैं। ईओयू के पदाधिकारी बुधवार को नेशनल टे​स्टिंग एजेंसी (एनटीए) के कार्यालय भी जा सकती है। जो नीट परीक्षा के प्रश्न-पत्र की प्रति हासिल करने का प्रयास करेंगे। हालांकि इस बाबत पूछे जाने पर ईओयू के अधिकारी कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं।

बता दें, पेपर लीक मामले में कार्रवाई के दौरान पुलिस को पटना में प्रश्न-पत्र के जले हुए अवशेष मिले थे। जिसे सॉल्वर गैंग ने पुलिस से बचने के लिए जला दिया था। पूछताछ में गिरफ्तार किए गए नीट के परीक्षा​र्थियों ने भी यह बात स्वीकारी है कि जो सवाल रटवाए गए थे, वो प्रश्नों से मेल खा रहे थे। ऐसे में इसकी पु​ष्टि के लिए प्रश्न-पत्रों का मिलान जरूरी है। ईओयू की टीम के तीन रिमाइंडर के बाद भी एनटीए ने नीट प्रश्न-पत्र की प्रति नहीं भेजी है।

13 कैंडिडेट्स के रोल कोड और नंबर मिले थे

दरअसल, पटना पुलिस ने NEET परीक्षा के दौरान लर्न प्ले स्कूल में छापेमारी की थी, जहां 13 कैंडिडेट्स के रोल कोड और नंबर मिले थे। इनमें चार को मौके से गिरफ्तार किया गया था। लेकिन, 9 लोग नहीं मिले थे। EOU ने इन 9 संदिग्धों को नोटिस भेजकर ऑफिस बुलाया था, ताकि पेपर लीक से संबंधित पूछताछ की जा सके।

पटना के इसी लर्न प्ले हॉस्टल में पुलिस ने रेड मारी थी, 25 से ज्यादा कैंडिडेट्स को यहां प्रश्न पत्र रटवाए गए थे।

पटना के इसी लर्न प्ले हॉस्टल में पुलिस ने रेड मारी थी, 25 से ज्यादा कैंडिडेट्स को यहां प्रश्न पत्र रटवाए गए थे।

4 स्टूडेंट्स को मौके से किया था गिरफ्तार

NEET पेपर लीक के बाद पटना पुलिस ने खेमनीचक में सॉल्वर गैंग के ठिकाने लर्न बॉयज हॉस्टल और लर्न प्ले स्कूल में छापेमारी की थी। यहां 13 स्टूडेंट्स के रोल कोड और नंबर मिले थे। इनमें 4 स्टूडेंट्स को मौके से ही गिरफ्तार किया गया था।

बाकी 9 लोगों के रोल कोड और नंबर की पहचान नहीं हो पाई थी। इनकी पहचान के लिए NEET की परीक्षा को कंडक्ट कराने वाली एजेंसी NTA को EOU ने लेटर लिख कर इन सभी के डिटेल्स और परीक्षा का क्वेश्चन पेपर मांगा था।

NTA ने नहीं भेजा क्वेश्चन पेपर की कॉपी

NTA की तरफ से स्टूडेंट्स के डिटेल्स भेज दिया गया, जिसके आधार पर पहचान की गई। इसके बाद उन्हें पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया। हालांकि, NTA ने ईओयू को अब तक प्रश्न पत्र की कॉपी नहीं भेजा गया है। जबकि, जांच के लिए प्रश्न पत्र का मिलान करना बेहद जरूरी है।

सूत्रों की मानें तो सॉल्वर गैंग के ठिकाने पर 4-5 मई की रात 25 से 30 कैंडिडेट्स मौजूद थे। जिन्हें परीक्षा से पहले सवालों के जवाब रटवाए गए थे। इनमें 13 कैंडिडेट्स के डिटेल्स मिले। बाकी एक से डेढ़ दर्जन कैंडिडेट्स की तलाश जारी है।

आरोपियों को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाती शास्त्री नगर थाना पुलिस। फाइल फोटो

आरोपियों को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाती शास्त्री नगर थाना पुलिस। फाइल फोटो

सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई

इस प्रकरण में 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। सूत्र बताते हैं कि इस सुनवाई से पहले EOU अपनी तरफ से जांच और कार्रवाई से संबंधित एक एफिडेविट फाइल करेगी। हालांकि, EOU की जांच और कार्रवाई किस दिशा में चल रही है? इस संबंध में EOU अधिकारी कुछ भी बताने से साफ मना कर रहे हैं।

बिहार पुलिस की जांच में दो अहम पॉइंट

नीट परीक्षा में पेपर आउट होने की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई के पास मामले में खुलासा करने के लिए दो बड़े आधार है। पहला यह कि जांच के दौरान पुलिस को जिन का रोल कोड मिला, उनसे पूछताछ करना।

दूसरा बिंदु प्रश्न-पत्र का मिलान है। अगर एनटीए बिहार पुलिस को प्रश्न-पत्र उपलब्ध करा देता है तो पुलिस इसका भी खुलासा कर देगी। हालांकि, बिहार पुलिस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि कैंडिडेट्स की जानकारी जो एनटीए ने दी है, उससे ही पूरे मामले का खुलासा हो जाएगा।

नीट परीक्षा में बिहार पुलिस की कैस हुई एंट्री जानिए

5 मई 2024 को पूरे देश में एक साथ नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट की परीक्षा आयोजित की थी। एग्जाम से पहले 5 मई को ही पटना पुलिस की एंट्री हो गई। खुफिया इनपुट पर पटना की शास्त्रीनगर थाने की पुलिस ने बेली रोड से झारखंड नंबर वाली सफेद कार को पकड़ा।

कार में समस्तीपुर के सिकंदर यादवेंदू, दानापुर के अखिलेश कुमार और रोहतास के बिट्‌टू सिंह ने पुलिस के इनपुट को पुख्ता कर दिया। तलाशी के दौरान कार से पुलिस ने नीट परीक्षा का 4 एडमिट कार्ड बरामद किया।

यह एडमिट कार्ड अभिषेक, शिवनंदन कुमार, आयुष राज और अनुराग यादव का था। पूछताछ में सिकंदर यादवेंदु ने बताया कि हमारे कुछ कैंडीडेट्स पटना के अलग-अलग सेंटर पर परीक्षा दे रहे हैं। हम लोगों ने सेंटर से रॉकी, नीतीश, अमित आनंद और संजीव सिंह के जरिए सेटिंग कराई है। शास्त्रीनगर थाना के इंस्पेक्टर अमर कुमार ने खुद वादी बनकर केस दर्ज कराया।

अब पटना पुलिस की FIR के कुछ अंश पढ़िए…

दिनांक 5/5/2024 को अधिकारियों ने 2 बजे सूचना दी कि आज नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एंट्रेंस टेस्ट ले रही है। इसमें एक संगठित गिरोह ने कुछ स्टूडेंट्स और परीक्षा संचालन करने वाले कर्मियों की मिलीभगत से प्रश्न पत्र की गोपनीयता को भंग किया है। प्रश्न पत्र को लीक किया गया है।

पता चला कि संगठित गिरोह परीक्षा केंद्र के बाहर गाड़ी नंबर JH01BW-0019 से घूम रहा है। जिसके बाद चेकिंग अभियान चलाया गया। पटेल भवन की ओर से आ रही इस नंबर की गाड़ी को घेराबंदी कर पकड़ा गया।

ड्राइवर ने भागने की कोशिश भी की। इस गाड़ी में ड्राइवर समेत 3 लोग थे। इनके पास से नीट परीक्षा से संबंधित 4 लोगों के एडमिट कार्ड की फोटो कॉपी बरामद की गई। सख्ती से पूछताछ के बाद इन लोगों ने बताया गया कि अलग-अलग सेंटर्स पर भी कुछ लोग परीक्षा दे रहे हैं। हम लोगों ने सेंटर से रॉकी, नीतीश, अमित आनंद, संजीव सिंह के जरिए सेटिंग कराई थी।

ये FIR पटना के शास्त्री नगर थाने के थाना अध्यक्ष अमर कुमार ने खुद दर्ज कराई थी। ये उन्होंने खुद लिखी थी।

ये पटना पुलिस की FIR की कॉपी है इसमें साफ लिखा है कि प्रश्न पत्र लीक किया गया है। NEET पेपर में गड़बड़ी के आरोप में पटना के शास्त्रीनगर थाने में केस नंबर-358/24 दर्ज किया था।

ये पटना पुलिस की FIR की कॉपी है इसमें साफ लिखा है कि प्रश्न पत्र लीक किया गया है। NEET पेपर में गड़बड़ी के आरोप में पटना के शास्त्रीनगर थाने में केस नंबर-358/24 दर्ज किया था।

झारखंड STF के इनपुट पर पटना EOU ने की कार्रवाई

पटना पुलिस को झारखंड STF से इनपुट मिला। इसके आधार पर पटना में EOU और पटना पुलिस ने कार्रवाई की। पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज की। पुलिस ने 6 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया।

पटना पुलिस ने नीट की परीक्षा में दूसरे के बदले परीक्षा दे रही छात्रा को गिरफ्तार किया। माउंट लिट्रा स्कूल में जांच के दौरान छात्रा को गिरफ्तार किया गया।

छात्रा की पहचान पटना सिटी निवासी जियाउल रहमान की बेटी सोफिया के रूप हुई। सोफिया अमरावती महाराष्ट्र की रहने वाली जेहरा कुरतुलने की जगह परीक्षा दे रही थी।

उस वक्त पटना SSP राजीव मिश्रा ने बताया था कि पेपर लीक हुआ या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं है। पटना पुलिस इस केस की पड़ताल सही दिशा में कर रही है।

शिक्षा मंत्री ने गड़बड़ी की बात स्वीकारी

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी मान लिया है कि नीट परीक्षा में गड़बड़ी हुई है। उन्होंने कहा है कि इसमें एनटीए के बड़े अधिकारी भी दोषी पाए गए तो उन पर कड़ी कार्रवाई होगी। बच्चे और अभिभावक निश्चित रहें, केंद्र सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। एनटीए में सुधार की जरूरत है।