नागार्जुन सागर बांध का विवाद: तेलंगाना का आरोप- आंध्र पुलिस ने 5000 क्यूसेक पानी चुराया, आंध्र का जवाब- अपना हिस्सा लिया

हैदराबाद17 मिनट पहले

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तेलंगाना की मुख्य सचिव शांति कुमारी का आरोप है- आंध्र प्रदेश से करीब 500 पुलिसकर्मी नागार्जुन सागर बांध पर आए। गेट नंबर 5 पर बने हेट रेगुलेटर को खोलकर करीब 5000 क्यूसेक पानी छोड़ दिया। - Dainik Bhaskar

तेलंगाना की मुख्य सचिव शांति कुमारी का आरोप है- आंध्र प्रदेश से करीब 500 पुलिसकर्मी नागार्जुन सागर बांध पर आए। गेट नंबर 5 पर बने हेट रेगुलेटर को खोलकर करीब 5000 क्यूसेक पानी छोड़ दिया।

तेलंगाना में नई सरकार बनने से पहले पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश से कृष्णा नदी के पानी को लेकर विवाद हो गया है। तेलंगाना की मुख्य सचिव शांति कुमारी का आरोप है- 30 नंवबर को जब राज्य में वोटिंग हो रही थी, तब आंध्र प्रदेश से करीब 500 पुलिसकर्मी नागार्जुन सागर बांध पर आए।

उन्होंने सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए फिर गेट नंबर 5 पर बने हेट रेगुलेटर को खोलकर करीब 5000 क्यूसेक पानी छोड़ दिया।

शांति कुमारी ने कहा कि आंध्र प्रदेश के इस कदम से कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो गई है। साथ ही हैदराबाद और आसपास के क्षेत्रों के दो करोड़ लोगों को पीने के पानी का संकट पैदा हो सकता है।

आंध्र प्रदेश के सिंचाई मंत्री अंबाती रामबाबू ने 30 नवंबर की सुबह एक्स (जो पहले ट्विटर था) पर एक पोस्ट की। उन्होंने लिखा- हमने पानी के लिए कृष्णा नदी पर नागार्जुन सागर के दाहिनी हिस्से से पानी छोड़ दिया है।

कृष्णा नदी का 66% पानी आंध्र प्रदेश का है और 34% पानी तेलंगाना का है। हमने दोनों राज्यों के बीच हुई संधि को ध्यान में रखते हुए अपने हिस्से का पानी लिया है।

केंद्र सरकार के प्रस्ताव से दोनों राज्य सहमत
जल विवाद को लेकर जब दोनों राज्यों के बीच तनाव बढ़ने लगा तो केंद्र सरकार ने हस्तक्षेप किया। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए दोनों राज्यों से 28 नंवबर की स्थिति के अनुसार नागार्जुन सागर का पानी छोड़ने की अपील की। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की सरकारें इस प्रस्ताव के लिए सहमत भी हो गए हैं।

बांध की निगरानी के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को तैनात किया गया है। CRPF निगरानी करेगी कि दोनों राज्यों को समझौते के तहत ही पानी मिल रहा है या नहीं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले साल 2015 में आंध्र प्रदेश पुलिस ने बांध में घुसने का प्रयास किया था, लेकिन तेलंगाना सुरक्षाबलों ने मौके पर पहुंचकर इस प्रयास को रोक दिया था।

बांध की निगरानी के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को तैनात किया गया है।

बांध की निगरानी के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को तैनात किया गया है।

आंध्र पुलिस के खिलाफ दो केस दर्ज
उधर, तेलंगाना के नलगोंडा जिले में आंध्र पुलिस के खिलाफ दो मामले दर्ज किए गए। पहला मामला स्पेशल सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने दर्ज कराया है। उन्होंने आंध्र प्रदेश पुलिस पर गेट, सीसीटीवी को नुकसान पहुंचाने और वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों से मारपीट कर उन्हें वहां से जाने के लिए मजबूर करने का आरोप है।

दूसरा मामला तेलंगाना सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने आंध्र प्रदेश पुलिस के खिलाफ दर्ज कराया है। आरोप है कि आंध्र प्रदेश पुलिस ने बांध के पास तोड़फोड़ की।

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