जयपुर36 मिनट पहलेलेखक: मनीष व्यास
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ हमेशा सूट-बूट में रहते हैं, इसके बावजूद वह पश्चिम बंगाल के गवर्नर थे तो गरीबों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याएं सुनते थे। यही वजह है कि वहां लोग उन्हें जनता का गवर्नर कहते थे। पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी के साथ भी उनका खास रिश्ता रहा है।
जब धनखड़ गवर्नर बनकर बंगाल गए तो रक्षाबंधन के मौके पर ममता ने उन्हें राखी बांधी थी। इसके बाद जब कई मौके पर धनखड़ ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए तो दोनों के रिश्ते में तनाव आ गया। तनाव इतना बढ़ गया कि ममता बनर्जी ने धनखड़ को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया।
पश्चिम बंगाल में जगदीप धनखड़ को जनता का गवर्नर कहा जाता है। वो वहां गरीबों और जरूरतमंद लोगों के बीच पहुंचते थे और उनकी समस्याएं सुनते थे।
अशोक गहलोत से रोचक मुलाकात
धनखड़ के CM गहलोत से भी अच्छे संबंध रहे। जगदीप धनखड़ को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त करने के बाद जयपुर में एक कार्यक्रम में गहलोत की जगदीप धनखड़ के छोटे भाई और कांग्रेस नेता रणदीप धनखड़ से मुलाकात हुई। CM गहलोत ने बधाई दी और कहा- पहले तो गवर्नर और उसमें भी बंगाल का गवर्नर बनना बड़ा अचीवमेंट है।
जयपुर में CM अशोक गहलोत और जगदीप धनखड़ के बीच मुलाकात की कहानी भी रोचक है। दोनों एक-दूसरे से मिलना चाहते थे, लेकिन प्रोटोकॉल और व्यस्तताएं आड़े आ रही थीं। ऐसे में इस मुलाकात का जरिया बने PCC उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा। उन्होंने ही जयपुर सिटीजन फोरम संस्था के जरिए जगदीप धनखड़ का सम्मान समारोह आर्गेनाइज किया, जिसमें अशोक गहलोत भी शामिल हुए।
पहले कांग्रेस में थे धनखड़
राजीव अरोड़ा ने बताया कि CM अशोक गहलोत और धनखड़ में बहुत बढ़िया संबंध रहे हैं। धनखड़ भी पहले कांग्रेस में थे। उनके छोटे भाई रणदीप धनखड़ तो CM गहलोत के NSUI प्रेसिडेंट रहते संगठन में काम कर चुके हैं। अरोड़ा ने बताया- अभी थोड़े टाइम पहले भी जब जगदीप भाईसाहब जयपुर आये थे तो बातों ही बातों में मैंने कह दिया था कि NDA के पास अभी आपसे बढ़िया उपराष्ट्रपति प्रत्याशी का विकल्प नहीं है।
इस पर उन्होंने जो जवाब दिया, उसने सभी को हैरान कर दिया। वो बोले- राजीव कभी लॉजिक के बिना बात तो नहीं करता, पर मैं इस पर कुछ नहीं कहूंगा। इस दौरान उन्होंने सभी को दार्जिलिंग की मशहूर टी भी गिफ्ट दी।
देखिए धनखड़ के जीवन से जुड़े फोटो और पढ़िए हर तस्वीर की कहानी…
जगदीप धनखड़ प्राइमरी तक अपने गांव के स्कूल में पढ़े। इसके बाद एक साल पास के ही गांव में पढ़ने गए और फिर वो चित्तौड़गढ़ के सैनिक स्कूल चले गए।
धनखड़ फुटबॉल के शौकीन हैं। साल 1966 में स्कूल के इंटर हाउस फुटबॉल टूर्नामेंट जीतने पर ट्रॉफी और टीम के साथ ग्रुप फोटो। (धनखड़ सबसे पीछे की लाइन में दाएं से दूसरे स्थान पर)
जगदीप धनखड़ अपने गांव में अंग्रेजी में बात करने वाले पहले शख्स थे। वे उन दिनों में अंग्रेजी अखबार पढ़ा करते थे। अब गांव के बच्चों के लिए इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स चला रहे हैं।
वकालत कर रहे जगदीप (बाएं से दूसरे) तब अपने ड्रेसिंग सेन्स को लेकर भी खासे चर्चित रहते थे। सूट उनकी पसंदीदा पोशाकों में से है।
जगदीप धनखड़ और उनके छोटे भाई रणदीप धनखड़ की शादी एक ही दिन हुई थी। फोटो में दाएं से पहले नंबर पर जगदीप धनखड़ की पत्नी सुदेश। उनके पास रणदीप की पत्नी व उनकी सास बैठी हैं।
जगदीप धनखड़ की पत्नी सुदेश व उनकी सास बेटे दीपक के साथ।
पहले फोटो में जगदीप धनखड़ अपने बेटे दीपक के साथ। फरवरी 1994 में 14 साल की उम्र में उनक बेटे को ब्रेन हेमरेज हो गया। दिल्ली लेकर गए, लेकिन बचा नहीं पाए। दूसरे फोटो में जगदीप अपनी बेटी कामना के साथ।
जगदीप धनखड़ के माता-पिता अपने पोते दीपक के साथ। फरवरी 1994 में 14 साल की उम्र में दीपक का निधन हो गया था।
जगदीप धनखड़ अपने भाइयों व रिश्तेदारों के साथ। (दाएं से पहले नंबर पर)
जगदीप धनखड़ अपने पिता गोकुलराम चौधरी के साथ एक पारिवारिक कार्यक्रम में।
जगदीप धनखड़ के देवीलाल चौटाला से अच्छे संबंध थे। उन्हीं के कहने पर धनखड़ ने पहली बार 1989 में जनता दल के टिकट पर झुंझनू से सांसद का चुनाव लड़ा था और बाद में केंद्रीय मंत्री भी बने थे। (दाएं से चौथे नंबर पर जगदीप धनखड़ और उनके साथ देवीलाल चौटाला)
बेटे की मौत ने धनखड़ को तोड़ दिया था:बचपन में कपड़ों की गेंद से खेलते, राजनीति में नहीं आना चाहते थे
केंद्रीय मंत्री बनने के बाद दिल्ली में अपने छोटे भाई रणदीप धनखड़ से मिलते हुए जगदीप धनखड़।
पारिवारिक कार्यक्रम में अपनी भतीजी के पास खड़े होकर बात करते हुए जगदीप धनखड़।
पत्नी सुदेश धनखड़ और बेटी कामना के साथ जगदीप धनखड़।
पत्नी सुदेश धनखड़ के साथ जगदीप धनखड़।
जोधपुर में हिरण शिकार मामले में जमानत के बाद सलमान खान से मिलते जगदीप धनखड़।
तीनों भाई एक साथ (दाएं से पहले जगदीप, बीच में कुलदीप और लास्ट में रणदीप)।
पश्चिम बंगाल का गवर्नर बनने पर शपथ लेते हुए जगदीप धनखड़। वे 2019 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बने थे।
पश्चिम बंगाल के गवर्नर बनने के बाद रक्षाबंधन के मौके पर वहां की CM ममता बनर्जी ने जगदीप धनखड़ को राखी बांधकर अपना भाई बनाया था।
गवर्नर बनने के बाद धनखड़ और उनकी पत्नी सुदेश धनखड़ उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से मिलने पहुंचे थे।
पश्चिम बंगाल के गवर्नर बनने के बाद जयपुर में आयोजित सम्मान कार्यक्रम में राजस्थान के CM अशोक गहलोत के साथ जगदीप धनखड़।
जगदीप धनखड़ के अमित शाह से बढ़िया रिश्ते रहे हैं।
उपराष्ट्रपति पद के लिए नाम का ऐलान होने के बाद जगदीप धनखड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर आभार जताया था।
उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन भरने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अन्य भाजपा नेताओं के साथ जगदीप धनखड़।