देश में वन इंडिया इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट प्लान बन रहा: ऐप के जरिए यात्रियों को बेस्ट मोड ऑफ ट्रांसपोर्ट का ऑप्शन मिलेगा; पब्लिक ट्रांसपोर्ट बेहतर होगा

नई दिल्ली19 मिनट पहलेलेखक: सुजीत ठाकुर

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सूत्रों के मुताबिक, सड़क परिवहन, रेल और हवाई यात्रा के एक्सपर्ट्स की टीम इस योजना पर काम कर रही है। - Dainik Bhaskar

सूत्रों के मुताबिक, सड़क परिवहन, रेल और हवाई यात्रा के एक्सपर्ट्स की टीम इस योजना पर काम कर रही है।

देश में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट के बेहतर इस्तेमाल को लेकर केंद्र सरकार इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट प्लान बना रही है। इसका मकसद सड़क, रेल और हवाई जहाज के यात्रियों के भार को कम करना है।

सूत्रों के मुताबिक, सड़क परिवहन, रेल और हवाई यात्रा के एक्सपर्ट्स की टीम इस योजना पर काम कर रही है। यह जब अपने मूल रूप में आएगी तो किसी भी एक ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर ज्यादा लोड नहीं पड़ेगा। सीट और बर्थ की मारामारी भी कम हो जाएगी।

एप से यात्री बेस्ट मोड ऑफ ट्रांसपोर्ट पर सुझाव ले सकेंगे। अगर कहीं पर ट्रांसपोर्ट सेवा नहीं है, तो एप पास का डेस्टिनेशन पॉइंट भी बताएगी।

एप से यात्री बेस्ट मोड ऑफ ट्रांसपोर्ट पर सुझाव ले सकेंगे। अगर कहीं पर ट्रांसपोर्ट सेवा नहीं है, तो एप पास का डेस्टिनेशन पॉइंट भी बताएगी।

इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट एप डेवलप किया जाएगा
सूत्रों ने बताया कि इस योजना के तहत इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट एप डेवलप की जाएगी। एप यात्रियों को डेस्टिनेशन के लिए ट्रांसपोर्ट का बेहतर विकल्प सुझाएगी। रेल मंत्रालय के सीनियर ऑफिसर का कहना है कि देश में अब ज्यादातर जगहों के लिए बस, प्लेन और ट्रेन का ऑप्शन हैं।

200-400 किमी यात्रा के लिए बस बेहतर है। 400-600 किमी के लिए कार और 500 से 1000 किमी जाने के लिए ट्रेन सही ऑप्शन है। 1000 से ज्यादा किमी यात्रा के लिए हवाई यात्रा सबसे बेहतर विकल्प है। नया एप इन्हें चुनना आसान बनाएगा।

ऐसे काम करेगा एप
मान लीजिए आपको दिल्ली से मुंबई की यात्रा करनी है। इसके लिए आपको एप में यात्रियों की डिटेल डालनी होगी। डेस्टिनेशन और यात्रा की तारीख चुननी होगी। ये डालते ही एप बस, ट्रेन या प्लेन में से सबसे सही ऑप्शन आपको बताएगी। आप उसे चुनेंगे तो एप टिकट बुक कराने के लिए एग्रीगेटर की वेबसाइट पर ले जाएगा।

इस एप से यात्री बेस्ट मोड ऑफ ट्रांसपोर्ट पर सुझाव ले सकेंगे। अगर कहीं पर ट्रांसपोर्ट सेवा नहीं है, तो एप पास का डेस्टिनेशन पॉइंट भी बताएगी। अभी ज्यादातर लोग सीधे ट्रेन या प्लेन की टिकट बुक करते हैं। एप से वे यात्रा के ऑप्शन पर भी सोच सकेंगे। एप रेलवे, हवाई और सड़क परिवहन की साइट से जोड़ा जाएगा। इससे यात्री को वैकल्पिक जानकारी भी मिल जाएगी।

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