देश भर – Himachal Meeting Election: चुनाव से पहले BJP का बड़ा दांव, हाटी सुमदाय को ST दर्जा देने पर केंद्र कर रहा विचार – #INA – INA Information Agancy

हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Meeting Election 2022) से पहले एक बड़े राजनीतिक कदम के तहत, केंद्र कथित तौर पर सिरमौर जिले के ट्रांस-गिरी क्षेत्र को ‘जनजातीय’ का दर्जा देने पर विचार कर रहा है (Tribal Standing). अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी जाती है, तो इस क्षेत्र में रहने वाले सभी समुदायों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्रदान करेगा (ST Neighborhood). सूत्रों का कहना है कि जनजातीय मामलों के मंत्रालय द्वारा पेश किए जाने वाले प्रस्ताव पर अंतर-मंत्रालयी विचार-विमर्श होने की संभावना है. पहले जहां हट्टी समुदाय को एसटी का दर्जा देने की मांग थी, वहीं केंद्र अब इसे पूरे क्षेत्र में विस्तारित करने के सुझाव पर गंभीरता से विचार कर रहा है. लंबे समय से जनजाती क्षेत्र करने वाले सिरमौर के हाटी समुदाय (Hatti Neighborhood) को भी अब उत्तराखंड के जौनसार बावर की तर्ज पर ऐसा दर्ज मिल सकता है.

इस कदम की वकालत को इस आधार पर युक्तिसंगत बनाया जा रहा है कि यह उत्तराखंड के जौनसार क्षेत्र में 1967 (तब अविभाजित उत्तर प्रदेश का हिस्सा) में किया गया था, जो वर्तमान में भी जारी है. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक केंद्र सरकार सिरमौर जिले के ट्रांस-गिरी क्षेत्र को ‘जनजातीय’ दर्जा देने पर विचार कर रहा है. इसे लेकर अंतर-मंत्रालयी विचार-विमर्श होने की संभावना है. दरअसल हिमाचल के किसी क्षेत्र में आदिवासी स्थिति का विस्तार हाल के दिनों में नहीं हुआ है, और अब इसे राज्य के चुनावों से पहले एक राजनीतिक दांव के रूप में देखा जा रहा है.

सिरमौर की कई सीटों पर फैला है हट्टी समुदाय

अगर इस प्रस्ताव पर मुहर लगती है तो भाजपा के लिए ये फैसला क्षेत्र के मतदाताओं, विशेष रूप से राजनीतिक रूप से प्रभावशाली हट्टी समुदाय को लुभाने के लिए बनाई गई एक राजनीतिक पहल होगी, जो पिछले कुछ वर्षों से आदिवासी दर्जे की मांग कर रहा है. दरअसल सिरमौर जिले में हट्टी समुदाय कई सीटों पर फैला हुआ है. और लंबे समय से जनजातीय दर्जे की मांग कर रहै है.

प्रदेश में जातीय स्थिती

प्रदेश में अन्य जातियों की बात करें तो हिमाचल प्रदेश 2011 की जनगणना के अनुसार 50 फ़ीसदी से ज्यादा आबादी केवल 2 जातियों की है. राज्य में राजपूत मतदाता की आबादी 30.72% है जबकि ब्राह्मण 18 फ़ीसदी से ज्यादा है. इसके अलावा राज्य में अनुसूचित जाति 25.22 फ़ीसद है जबकि अनुसूचित जनजाति की आबादी 5.71 फीसद है. राज्य में ओबीसी समुदाय 13.52 फ़ीसदी है. जबकि मुस्लिम आबादी महज 2 फ़ीसदी के करीब है. गौर हो कि हिमालच में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं.

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