देश के सभी एयरपोर्ट-बॉर्डर पर मंकीपॉक्स का अलर्ट: दिल्ली के 3 अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बने; पाकिस्तान में चौथा केस मिला, PoK का शख्स संक्रमित

नई दिल्ली4 मिनट पहले

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केंद्र सरकार ने दुनिया भर में मंकीपॉक्स (Mpox) के बढ़ते मामलों के बीच देश के सभी पोर्ट, एयरपोर्ट के साथ पाकिस्तान और बांग्लादेश से सटे बॉर्डर पर अलर्ट जारी किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अधिकारियों को बाहर से आने वाले यात्रियों में मंकीपॉक्स के लक्षणों को लेकर सतर्क रहने के लिए कहा है।

ऑफिशियल सूत्रों ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली में केंद्र के तीन बड़े अस्पतालों- राम मनोहर लोहिया, सफदरजंग और लेडी हार्डिंग में नोडल सेंटर्स बनाए हैं। इन अस्पतालों में मंकीपॉक्स के मरीजों के इलाज और देखभाल के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं।

केंद्र ने सभी राज्य सरकारों को भी उनके राज्य के अस्पतालों में मंकीपॉक्स के मरीजों के लिए जरूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। भारत में अभी मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक के आकलन के मुताबिक, मंकीपॉक्स के बड़े पैमाने पर फैलने का खतरा कम है।

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चौथा केस मिला
दूसरी तरफ, पड़ोसी देश पाकिस्तान में मंकीपॉक्स के अब तक 4 मामले सामने आ गए हैं। सोमवार (19 अगस्त) को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में एक संदिग्ध मामला सामने आया। 47 साल का व्यक्ति हाल ही में सऊदी अरब से पाकिस्तान लौटा है​​​​​​।

उसे इस्लामाबाद के पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (PIMS) में भर्ती कराया गया है। इससे पहले, पाकिस्तान में मंकीपॉक्स के तीन मामले सामने आए थे। सभी खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के रहने वाले थे।

क्या है मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स चेचक जैसी एक वायरल बीमारी है। आमतौर इस वायरस से संक्रमण के ज्यादा दुष्प्रभाव नहीं होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह घातक हो सकता है। इसके चलते फ्लू जैसे लक्षण दिखते हैं और शरीर पर मवाद से भरे घाव हो जाते हैं। यह वायरस ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस फैमिली का ही मेंबर है, जो चेचक (स्मालपॉक्स) के लिए भी जिम्मेदार है।

WHO ने मंकीपॉक्स को हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 14 अगस्त को मंकीपॉक्स को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है। यह दो साल में दूसरी बार है, जब इस बीमारी को हेल्थ इमरजेंसी बताया गया है।

WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल विश्व में मंकीपॉक्स से अब तक 537 मौत हो चुकी है। आशंका है कि यह दुनिया के दूसरे देशों में फैल सकती है। इसकी शुरुआत अफ्रीकी देश कांगो से हुई थी। इसके बाद ये तेजी से पड़ोसी देशों में फैली।

कोरोना की तरह यह विमान यात्रा एवं अन्य ट्रैवलर साधनों से दूसरे देशों में फैल रही है। अफ्रीका के दस देश इसकी गंभीर चपेट में हैं। WHO इसलिए भी चिंतित है क्योंकि मंकीपॉक्स के अलग-अलग प्रकोप में मृत्यु दर अलग-अलग देखी गई है। कई बार तो यह 10% से भी अधिक रही है।

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