दिल्ली HC में कोचिंग हादसे पर आज सुनवाई: MCD डायरेक्टर कोर्ट में हाजिर होंगे, पिछली सुनवाई में जस्टिस बोले थे- हादसा अफसरों की मिलीभगत से हुआ

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नई दिल्ली1 मिनट पहले

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27 जुलाई को हुए हादसे के बाद से स्टूडेंट दिल्ली में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। - Dainik Bhaskar

27 जुलाई को हुए हादसे के बाद से स्टूडेंट दिल्ली में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।

दिल्ली में राउ IAS कोचिंग हादसे में आज हाईकोर्ट में दूसरी सुनवाई होगी। पहली सुनवाई 31 जुलाई को हुई थी। कुटुंब ट्रस्ट की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस तुषार राव की बेंच ने म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ऑफ दिल्ली (MCD) को जमकर फटकार लगाई थी।

बेंच ने कहा था- इस तरह की घटनाएं सिस्टम की नाकामी है। ये सब अफसरों की मिलीभगत से हुआ है। सभी ब्लेम-गेम खेल रहे हैं। MCD अधिकारियों से पूछो कि नाली कहां है तो नहीं बता पाएंगे, क्योंकि वे अपने AC ऑफिस से बाहर ही नहीं निकलते। कोर्ट ने MCD डायरेक्टर को आज कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया था।

दिल्ली के राउ IAS कोचिंग के बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में पानी भरने से 27 जुलाई को तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी। याचिकाकर्ता की मांग है कि राजिंदर नगर की घटना नई नहीं है। पिछले साल मुखर्जी नगर और विवेक विहार के कोचिंग सेंटर में भी आग लगी थी। तब हाईकोर्ट ने अवैध कोचिंग सेंटरों को बंद करने का आदेश दिया था, लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ।

31 जुलाई की सुनवाई में कोर्ट ने क्या कहा था…

याचिकाकर्ता के वकील ने 3 दलीलें दी थीं…

  • राजेंद्र नगर में जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण से भी अधिक है। 2019 में एक होटल में आग लगने से एक IRS और एक विदेशी की मौत हो गई थी। अनाज मंडी केस, मुखर्जी नगर अग्निकांड, मुनरेका घटना और बेबी केयर अग्निकांड भी हमने देखे। ऐसा लगता है कि हम जंगल में रह रहे हैं, जहाँ लोग आग और पानी से मर रहे हैं।
  • इस साल 26 जून को राउ IAS कोचिंग के अवैध संचालन के संबंध में एक लेटर भेजा गया था, उसके बाद दो रिमाइंडर भेजे गए लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। अगर समय रहते कार्रवाई की जाती तो उन तीन लोगों की जान बच सकती थी। इसके लिए हाई लेवल कमेटी की जरूरत है, ताकि पता चल सके कि अधिकारियों को कार्रवाई करने से किसने रोका।
  • कई लाइब्रेरी रिहायशी इलाकों में बेसमेंट में चल रही हैं। MCD चुप है, पता नहीं क्यों। कई मौजूदा कमिश्नरों की वहां प्रॉपर्टी है। यह एक कड़वी सच्चाई है। पटेल नगर, करोल बाग, राजेंद्र नगर में कई मल्टीस्टोरी बिल्डिंग हैं। एक बिल्डिंग में करीब 50-60 छात्र रह रहे हैं। यहां तक ​​कि बेसमेंट को पीजी के तौर पर चलाया जा रहा है।

6 पॉइंट में राजिंदरनगर हादसे की वजह

  1. 27 जुलाई की रात को बिल्डिंग में पावर कट के कारण बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी का बायोमेट्रिक गेट जाम हो गया। स्टूडेंट अंधेरे में लाइब्रेरी के अंदर फंस गए।
  2. गेट बंद होने के कारण पानी शुरुआत में बेसमेंट में नहीं घुसा था, लेकिन कुछ मिनट बाद ही पानी का प्रेशर तेज हुआ और गेट टूट गया।
  3. चश्मदीद ने बताया कि गेट टूटने के बाद पानी तेजी से बेसमेंट में भरने लगा। बहाव इतना तेज था कि सीढ़ियां चढ़ना मुश्किल हो रहा था।
  4. कुछ सेकेंड में ही घुटनों तक पानी भर गया। ऐसे में स्टूडेंट बेंच पर खड़े हो गए। महज 2-3 मिनट में ही पूरे बेसमेंट में 10-12 फीट पानी भर गया।
  5. स्टूडेंट को बचाने के लिए रस्सियां फेंकी गईं, लेकिन पानी गंदा था, इसलिए रस्सी दिखाई नहीं दी। पानी में बेंच भी तैर रही थीं। इसलिए रेस्क्यू में दिक्कतें हुईं।
  6. देर रात 3 छात्रों के शव मिले। 14 को रस्सियों के सहारे निकाला गया। ​​​​​​रेस्क्यू जब आखिरी चरण में था, तब भी 7 फीट तक पानी अंदर भरा हुआ था।
बेसमेंट में जहां कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी थी, वहां पानी तेजी से भर रहा था। अंदर जाना मुश्किल था।

बेसमेंट में जहां कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी थी, वहां पानी तेजी से भर रहा था। अंदर जाना मुश्किल था।

तीन स्टूडेंट्स जिनकी मौत हुई

घटना के बाद से अब तक प्रशासन का एक्शन…
कोचिंग मालिक अभिषेक गुप्ता और कॉर्डिनेटर देशपाल सिंह सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को मजिस्ट्रेट जांच शुरू करने के आदेश दिए। उधर MCD ने 25 संस्थान सील कर दिए हैं। 35 बंद कराए गए। 75 कोचिंग सेंटर को नोटिस जा चुका है। उधर दृष्टि कोचिंग सेंटर ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख की सहायता राशि देने का ऐलान किया।

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