ट्रेन हादसे के बाद ड्राइवर का रोते हुए AUDIO: बोला- साहब बड़ी दुर्घटना हो गई, गाड़ी डिरेल हो गई; समझ नहीं आ रहा क्या करें – Gonda News

गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ ट्रेन हादसे के बाद ट्रेन ड्राइवर का रोते हुए ऑडियो सामने आया है। इसमें लखनऊ रेलवे कंट्रोल रूम के कर्मचारी से कॉल पर कह रहा कि साहब, बड़ी दुर्घटना हो गई है। बहुत सी बोगियां उतर गई हैं। समझ नहीं आ रहा क्या करें?

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ये सुनते ही कंट्रोल रूम के कर्मचारी ने उसे ढांढस बंधाया। कहा- चिंता न करें, आप सुरक्षित हैं न…हम लोग तत्काल पहुंच रहे हैं। 37 सेकेंड के ऑडियो में लोको पायलट हादसे के बाद बुरी तरह सहमा और घबराया हुआ है।

लोको पायलट (ड्राइवर) त्रिभुवन नारायण और कंट्रोल रूम कर्मचारी योगेश शर्मा के बीच की बातचीत…

ड्राइवर : (रोते हुए) साहब, बहुत बड़ा डिरेलमेंट हो गया। कई बोगियां डिरेल हो गई हैं। कई लोग दबे हैं, लोग परेशान हैं। मैं क्या करूं समझ नहीं आ रहा?

कर्मचारी- आप परेशान मत होइए। मैं योगेश शर्मा बोल रहा हूं। टीम आपके पास पहुंच रही है। ड्राइवर साहब आप लोग सुरक्षित हैं न।

ड्राइवर- साहब हम सुरक्षित हैं। ट्रेन भी सुरक्षित है।

कर्मचारी- आपकी ट्रेन भी सुरक्षित है, इंजन सुरक्षित है, तो आप घबराइए मत।

ड्राइवर- साहब, इंजन के अलावा बोगियां बहुत बुरी तरीके से डिरेल हो गईं। हम क्या करें समझ नहीं आ रहा?

कर्मचारी- तसल्ली रखिए, हम लोग तत्काल आपके पास पहुंच रहे हैं।

ड्राइवर- साहब, हम इतना नहीं देख पा रहे, बहुत से लोग दबे होंगे।

शुक्रवार सुबह RPF ने एक और शव बरामद किया। यह शव AC कोच के नीचे मिट्‌टी में दब गया था।

शुक्रवार सुबह RPF ने एक और शव बरामद किया। यह शव AC कोच के नीचे मिट्‌टी में दब गया था।

AC कोच के नीचे मिला एक और शव, अब तक 4 मौतें
चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की 21 बोगियां गुरुवार दोपहर 2.37 बजे पटरी से उतर गईं। हादसे में अब तक 4 यात्रियों की मौत हो गई। 25 घायल हैं,जिनका गोंडा और लखनऊ KGMU में इलाज चल रहा है। ​​​​​​शुक्रवार सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक यात्री का शव AC कोच के नीचे दबा मिला।

RPF कर्मियों ने जेसीबी की मदद से कोच हटावाया। देखा तो मिट्‌टी के अंदर शव दबा था। युवक की उम्र करीब 40 साल है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।

विस्फोट होने के नहीं मिले सुराग
पूर्वोत्तर रेलवे के CPRO पंकज कुमार ने बताया- लोको पायलट ने एक्सीडेंट के पहले धमाके की आवाज सुनी थी। हालांकि, DGP प्रशांत कुमार ने किसी तरह के विस्फोट होने की बात से इनकार किया है।

जानकारों का कहना है कि अगर पटरी पर कोई विस्फोटक होगा तो सबसे पहले इसका असर ट्रेन के इंजन पर पड़ेगा। इंजन के पीछे लगे SLR कोच और जनरल- AC बोगियां डिरेल हुईं, फिर पीछे की तरफ की बोगियां पटरी से उतरी हैं। आगे की बोगी जहां पर डिरेल हुईं, वहां बारिश का पानी भरा हुआ था।

ताजा हालात की तस्वीरें देखिए…

21 बोगियां पटरी से उतरीं। इनमें AC की 5 बोगियां हैं। 3 बोगियां पलट गईं। वहीं, 2 यात्रियों के पैर कट गए।

21 बोगियां पटरी से उतरीं। इनमें AC की 5 बोगियां हैं। 3 बोगियां पलट गईं। वहीं, 2 यात्रियों के पैर कट गए।

जेसीबी की मदद से ट्रैक से बोगी को हटाया जा रहा है। इस कोशिश में एक जेसीबी पलट गई।

जेसीबी की मदद से ट्रैक से बोगी को हटाया जा रहा है। इस कोशिश में एक जेसीबी पलट गई।

रेलवे की टीमें ट्रैक को मरम्मत करने में जुटी हैं। आस-पास के लोग भारी संख्या में मौके पर मौजूद हैं।

रेलवे की टीमें ट्रैक को मरम्मत करने में जुटी हैं। आस-पास के लोग भारी संख्या में मौके पर मौजूद हैं।

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ट्रेन हादसा- ट्रैक के पास भरा था पानी:पटरी 4 फीट खिसकी, मिट्‌टी के सैंपल लिए; कोच के नीचे मिली एक और लाश, अब तक 4 मौतें

यूपी के गोंडा में गुरुवार दोपहर 2.37 बजे चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की 21 बोगियां पटरी से उतर गईं। हादसे में 4 यात्रियों की मौत हो गई, 25 घायल हैं। हादसे की वजह जानने के लिए रेल संरक्षा आयुक्त (CRS) रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। रेलवे जांच टीमों को ट्रैक अपनी मौजूदा स्थिति से करीब 4 फीट खिसका हुआ मिला है।

ट्रैक के पास पानी भरा था। इसकी वजह से ट्रैक कमजोर होने की आशंका है। यही वजह है कि फोरेंसिक टीम ने पटरी का लोहा और मिट्‌टी का सैंपल लिया है। रेलवे अधिकारियों को घटनास्थल के हालात देखने के बाद हादसे की 3 वजह समझ आ रही हैं। (पूरी खबर पढ़ें)