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- Ex Rpf Constable Asked His Wife If He Should Shoot Himself After Killing Four In Train; Mumbai Train Killing
मुंबई4 मिनट पहले
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घटना के बाद यात्रियों ने मीरा रोड स्टेशन के पास चेन खींचकर ट्रेन रोकी। कांस्टेबल को ट्रेन से हथियार के साथ पकड़ा गया था।
मुंबई-जयपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में 31 जुलाई को RPF के कॉन्स्टेबल चेतन सिंह (34) ने ASI सहित तीन लोगों को गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद वो आत्महत्या करना चाहता था। उसने अपनी पत्नी को फोन करके घटना के बारे में बताया था और उससे पूछा था कि क्या वो खुद को भी गोली मार ले?
आरोपी की पत्नी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर उसे फोन किया था। उसने कहा- मैंने सब इंस्पेक्टर और तीन लोगों को मार दिया है। मुझसे बड़ी गलती हो गई। तुम बोलो तो अपने आप को गोली मार लूं क्या। आरोपी की पत्नी ने उसे सरेंडर करने को कहा था।
कॉन्स्टेबल की पत्नी ने दावा किया उसके पति के ब्रेन में ब्लड क्लॉट था और वह इसकी दवाई ले रहा था। हालांकि, GRP ने बताया है कि वारदात के वक्त चेतन सिंह मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ था। उसे पता था कि वह क्या कर रहा है। इस मामले में 20 अक्टूबर को GRP ने मजिस्ट्रेट कोर्ट में चार्जशीट दायर की थी।
घटना 31 जुलाई की सुबह लगभग 5 बजकर 23 मिनट पर हुई थी
GRP ने 150 से अधिक गवाहों के बयान दर्ज किए
GRP अधिकारियों के अनुसार, 1000 पन्नों वाली चार्जशीट को 150 से अधिक गवाहों के बयान रिकॉर्ड करने के बाद तैयार किया गया है। GRP ने IPC की धारा 164 के तहत बोरीवली मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालत के सामने ऐसे तीन गवाहों के बयान दर्ज किए।
जांचकर्ताओं ने ट्रेन के अंदर के CCTV फुटेज पर भी भरोसा किया, जहां चेतन सिंह डिब्बों के बीच घूमते हुए दिखाई दे रहा है। घटना के बाद शुरुआत में आरोपी कॉन्स्टेबल के गुस्सैल और मानसिक रूप से अस्थिर होने की बात कही जा रही थी।
इस तस्वीर में आरोपी जवान अगली कतार में सबसे बाएं दिखाई दे रहा है।
घटना के वक्त ट्रेन गुजरात से महाराष्ट्र जा रही थी
जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस (12956) में 31 जुलाई सुबह रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) के कॉन्स्टेबल चेतन कुमार चौधरी ने अपनी ऑटोमैटिक राइफल से साथी असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) टीका राम मीणा को गोली मार दी थी। इसके बाद वह दूसरे डिब्बे में गया और 3 पैसेंजर्स को भी शूट कर दिया। इसके बाद वो दहिसर स्टेशन के पास ट्रेन से उतर कर भाग गया था।
घटना के वक्त ट्रेन गुजरात से महाराष्ट्र जा रही थी। फायरिंग पालघर रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के कोच बी-5 में हुई। जवान को उसकी राइफल के साथ अरेस्ट कर लिया गया था। चारों के शव अलग-अलग कोच से मिले थे। दो बॉडी B5, एक पैंट्री कार और एक बी 1 कोच से मिलीं थी।
6 महीने बाद रिटायर होने वाले थे मारे गए ASI
आरोपी शख्स उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले का रहने वाला है। वहीं, मारे गए ASI राजस्थान के सवाई माधोपुर के थे। वे 6 महीने बाद रिटायर होने वाले थे। कॉन्स्टेबल ने मुस्लिमों को लेकर कोई कमेंट किया था, इसका ASI ने विरोध किया। इसी बात पर आरोपी ने उसे गोली मार दी। पूरी खबर पढ़ें…
गोली चलाने वाला कॉन्स्टेबल चेतन (बाएं) और मृतक RPF ASI टीकाराम मीणा (दाएं)।
घटना की तस्वीरें…
फायरिंग के दौरान मारा गया एक पैसेंजर। रेलवे ने इसकी पहचान अभी नहीं बताई है।
जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस के बी-5 कोच में फायरिंग हुई।
फायरिंग के चलते ट्रेन की विंडो में छेद हो गया। ट्रेन के फ्लोर पर खून नजर आया।
घटना के बाद ट्रेन के बाहर पुलिसकर्मी तैनात हैं। फायरिंग वाले डिब्बों को बंद कर दिया गया है।