ट्रेनी IAS पूजा खेडकर की जांच के लिए कमेटी बनी: UPSC में विकलांगता कैटेगरी और OBC कोटे के दुरुपयोग का आरोप; पुणे से वाशिम ट्रांसफर

नई दिल्ली8 मिनट पहले

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केंद्र ने गुरुवार (11 जुलाई) को विवादों में घिरी ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर (34) की उम्मीदवारी को वेरिफाई करने के लिए सिंगल मेंबर कमेटी का गठन किया है। पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने विकलांगता और OBC आरक्षण का दुरुपयोग करके IAS में पद हासिल किया।

कई दस्तावेजों से पता चला है कि पूजा के पिता दिलीप खेडकर के नाम पर करीब 40 करोड़ की संपत्ति है। वहीं पूजा खेडकर के नाम पर विभिन्न स्थानों पर 17 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है।

केंद्र ने एक बयान में कहा कि यह जांच एडिशनल सेक्रेटरी रैंक के अफसर करेंगे। इस जांच का मकसद 2023 बैच की अधिकारी खेड़कर की उम्मीदवारी के दावों और अन्य डिटेल को वेरिफाई करना होगा। खेडकर को महाराष्ट्र कैडर में नियुक्त किया गया है। बयान में कहा गया है कि समिति अपनी रिपोर्ट दो हफ्तों में पेश करेगी।

पुणे में पर्सनल कार पर लाल बत्ती लगाई, अधिकारियों को परेशान किया
खेडकर ने गुरुवार को विदर्भ क्षेत्र के वाशिम जिला कलेक्टरेट में असिस्टेंट कलेक्टर के तौर पर जॉइन किया। उन्हें पुणे से यहां ट्रांसफर किया गया है, जहां उन्होंने कथित तौर पर कई लोगों को परेशान किया और अपनी पर्सनल ऑडी कार पर लाल लाल बत्ती लगाई थी। खेडकर ऑडी कार के बजाय सामान्य बोलेरो कार में वाशिम ऑफिस पहुंचीं।

वाशिम में मीडिया के सवालों पर खेडकर ने कहा कि वाशिम डिस्ट्रिक्ट कलेक्टरेट में ड्यूटी जॉइन करके वे खुश हैं और यहां काम करते चाहती हैं। अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे इस मामले में कुछ भी कहने का अधिकार नहीं है। सरकारी नियम मुझे इस मामले में कुछ कहने की अनुमति नहीं देते।

वहीं पुणे पुलिस अधिकारी खेडकर द्वारा कार पर लाल बत्ती लगाने और VIP नंबर लेने के आरोपों की जांच करने खेडकर के पुणे आवास पहुंचे। यहां पुलिस को गेट पर ताला लगा मिला। परिसर में मौजूद खेड़कर की मां ने मीडिया को वीडियो रिकॉर्ड करने से रोका।

पूजा ने UPSC को बताया- मानसिक रूप से अक्षम हूं
पूजा ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को दिए एक हलफनामे में दावा किया है कि वह मानसिक रूप से अक्षम हैं और उन्हें देखने में भी दिक्कत होती है। पूजा ने मेडिकल टेस्ट देने से 6 बार मना किया था जबकि मेडिकल टेस्ट देना जरूरी होता है।

कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूजा का पहला मेडिकल टेस्ट दिल्ली AIIMS में अप्रैल 2022 में शेड्यूल हुआ था। उन्होंने कोविड पॉजिटिव होने का हवाला देकर इसमें शामिल होने से मना कर दिया था। हालांकि ये साफ नहीं हुआ है कि जब पूजा ने एग्जाम में शामिल होने से मना कर दिया था तो फिर सिलेक्शन क्यों और कैसे हुआ?

MRI टेस्ट में भी शामिल नहीं हुईं पूजा
रिपोर्ट के मुताबिक, पूजा ने जुलाई और अगस्त में हुए टेस्ट शेड्यूल में भी शामिल होने से मना कर दिया था। सितंबर में हुए शेड्यूल टेस्ट को भी उन्होंने आधा अटेंड किया था। यही नहीं, पूजा MRI टेस्ट में भी शामिल नहीं हुई थीं। इस टेस्ट में इस बात की जांच होती है कि आप देख सकते हैं या नहीं। वहीं, पूजा ने खुद को पिछड़ा वर्ग (OBC) का बताया था। इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।