जस्टिस हिमा फेयरवेल पर बोलीं-मेरी जगह महिला जज अपॉइंट हो: CJI बोले- सीनियर एडवोकेट महिलाओं को अवसर दें

  • Hindi News
  • National
  • Supreme Court Justice Hima Kohli; CJI DY Chandrachud | Female Judge Appointment

नई दिल्ली1 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
CJI ने सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा- जस्टिस कोहली हिमा न सिर्फ एक महिला जज हैं, बल्कि महिलाओं के अधिकारों की रक्षक भी हैं। - Dainik Bhaskar

CJI ने सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा- जस्टिस कोहली हिमा न सिर्फ एक महिला जज हैं, बल्कि महिलाओं के अधिकारों की रक्षक भी हैं।

सुप्रीम कोर्ट की 8वीं महिला जज जस्टिस हिमा कोहली का शुक्रवार को कोर्ट में आखिरी वर्किंग डे था। फेयरवेल सेरेमनी में उन्होंने CJI डीवाई ​​​​​​चंद्रचूड़ से अनुरोध किया कि रिटायरमेंट के बाद उनकी जगह पर किसी महिला जज की नियुक्ति की जाए।

CJI चंद्रचूड़ ने कहा- सीनियर एडवोकेट्स को अधिक महिला वकीलों को ट्रेनिंग देनी चाहिए और उनकी भर्ती करनी चाहिए। एक बार जब कानूनी पेशे में समान अवसर मिलेंगे, तो जस्टिस कोहली की तरह अधिक महिलाएं वकील बनेंगी।

सुप्रीम कोर्ट में तीन साल तक सेवा देने के बाद जस्टिस कोहली 1 सितंबर को रिटायर होने वाली है। जस्टिस कोहली 40 सालों तक कानून के पेशे में रहीं। उन्होंने 22 साल वकील और 18 साल बतौर जज काम किया। वो 31 अगस्त 2021 से सुप्रीम कोर्ट में जज के पद पर कार्यरत थीं।

CJI ने कहा- हिमा महिलाओं के अधिकारों की एक प्रबल रक्षक
CJI चंद्रचूड़ ने जस्टिस कोहली की तारीफ करते हुए कहा कि हिमा न सिर्फ एक महिला जज हैं, बल्कि महिलाओं के अधिकारों की एक प्रबल रक्षक भी हैं। जस्टिस कोहली के साथ बैठना बेहद खुशी की बात है। हमने बहुत गंभीर विचारों पर बातचीत और चर्चा की है। कई बार ऐसा हुआ है जब उन्होंने मेरा समर्थन किया।

जस्टिस हिमा कोहली के फेयरवेल सेरेमनी की फोटो।

जस्टिस हिमा कोहली के फेयरवेल सेरेमनी की फोटो।

कपिल सिब्बल बोले- बड़े केस लड़ने के बाद भी महिलाओं को मौके नहीं मिल रहे
जस्टिस हिमा कोहली के फेयरवेल सेरेमनी में सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) चीफ और सीनियर वकील कपिल सिब्बल ने अनुरोध किया कि महिलाओं को न्यायपालिकों में उचित स्थान देना चाहिए। उन्होंने CJI से कहा कि लॉ फर्म्स में बड़े केस लड़ने के बाद भी महिला वकीलों को मौका नहीं मिल रहा है। ऐसी प्रतिभावान महिलाओं को हाई कोर्ट जज के तौर पर नियुक्त किया जाना चाहिए। अगर महिलाएं प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति बन सकती हैं तो सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में जज भी बन सकती है। CJI ने कपिल सिब्बल की बातों को सहमति दी।

कौन है जस्टिस हिमा कोहली
जस्टिस हिमा कोहली ने 1984 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस लॉ सेंटर से लॉ की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट में जज रहे सुनंदा भंडारे, वाईके सभरवाल और विजेंद्र जैन से ट्रेनिंग ली थी। जस्टिस कोहली 2006 में दिल्ली हाईकोर्ट की एडिशनल जज बनीं। 2007 में स्थायी जज बन गईं। इसके बाद वो 7 जनवरी 2021 को तेलंगाना हाई कोर्ट की पहली महिला चीफ जस्टिस बनीं। CJI एनवी रमना ने 31 अगस्त 2021 को तीन महिला जजों को सुप्रीम कोर्ट की जज की शपथ दिलाई। इसमें जस्टिस कोहली, बीवी नागरत्ना और बेला एम त्रिवेदी शामिल थी।

यह खबर भी पढ़ें…
सुप्रीम कोर्ट में 83 हजार केस पेंडिंग, यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या; हाईकोर्ट और ट्रायल कोर्ट में भी 5 करोड़ केस

देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट में 82,831 केस पेंडिंग हैं। यह अब तक पेंडिंग केसों की सबसे बड़ी संख्या है। अकेले 27,604 पेंडिंग केस पिछले एक साल के अंदर दर्ज हुए हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट में 2024 में 38,995 नए केस दर्ज किए गए। इनमें से 37,158 केसों का निपटारा हुआ। पिछले 10 साल में 8 बार पेंडिंग केस की संख्या बढ़ी है। 2015 और 2017 में पेंडिंग केस कम हुए। पूरी खबर पढ़ें…

खबरें और भी हैं…