जम्मू-कश्मीर सुरक्षा पर गृह मंत्री शाह की हाई लेवल मीटिंग: जीरो टेरर प्लान, सिक्योरिटी ग्रिड पर चर्चा होगी; NSA डोभाल, एलजी मनोज सिन्हा शामिल रहेंगे

नई दिल्ली44 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ यहां पर हुए निवेश की भी मीटिंग के दौरान समीक्षा होगी। - Dainik Bhaskar

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ यहां पर हुए निवेश की भी मीटिंग के दौरान समीक्षा होगी।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार (2 जनवरी को) राजधानी दिल्ली में जम्मू-कश्मीर सुरक्षा मुद्दे को लेकर हाई लेवल मीटिंग करने जा रहे हैं।

मीटिंग में जम्मू-कश्मीर में कानून व्यवस्था की स्थिति, सिक्योरिटी ग्रिड, एरिया डोमिनेशन प्लान, यूएपीए से जुड़े मामले और जीरो टेरर प्लान पर चर्चा होगी। साथ ही यहां के डेवलपमेंट की भी समीक्षा की जाएगी।

सूत्रों के मुताबिक, मीटिंग में NSA अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के LG मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, मुख्य सचिव अटल डुल्लू, जम्म-कश्मीर पुलिस के DGP आर आर स्वैन, IB निदेशक तपन डेका, CRPF-BSF के महानिदेशक सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे।

जम्मू-कश्मीर की विकास परियोजनाओं की समीक्षा
मीटिंग के दौरान गृह मंत्री शाह जम्मू-कश्मीर की विकास परियोजनाओं की समीक्षा कर सकते हैं।

केंद्र सरकार ने साल 2021 में जम्मू-कश्मीर के लिए 28,400 करोड़ रुपए की नई इंडस्ट्रियल पॉलिसी की घोषणा की थी।

इसके तहत साल 2022-23 के दौरान इंडस्ट्रियल एरिया में 2153.45 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट आया है। साल 2023-24 के लिए नवंबर 2023 तक 2326.65 करोड़ का निवेश हो चुका है।

गृह मंत्री ने 2023 में भी की थी मीटिंग
गृह मंत्री शाह ने 13 जनवरी 2023 को भी जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर हाई लेवल मीटिंग की थी। उन्होंने कहा था कि सभी सिक्योरिटी एजेंसियां मोदी सरकार के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाकर निर्णायक लड़ाई लड़ रही हैं।

यह खबर भी पढ़ें…

जम्मू-कश्मीर के तहरीक-ए-हुर्रियत और मुस्लिम लीग मसरत ग्रुप पर बैन, इन पर UAPA के तहत कार्रवाई

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 31 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर की संस्था तहरीक-ए-हुर्रियत को गैर कानूनी संगठन घोषित कर दिया। 27 दिसंबर को मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर मसरत आलम ग्रुप को भी UAPA के तहत गैरकानूनी घोषित कर दिया था। पूरी खबर पढ़ें…

जम्मू-कश्मीर में इस साल 76 आतंकी मारे गए:291 गिरफ्तारियां हुईं; DGP स्वैन बोले- 2022 के मुकाबले आतंकी घटनाएं 63% कम हुईं

जम्मू-कश्मीर में साल 2023 में 48 एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन्स के तहत 76 आतंकी मारे गए, जिनमें 55 विदेशी थे। जम्मू-कश्मीर में 291 आतंकी सहयोगियों को गिरफ्तार भी किया गया। पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत 201 ओवरग्राउंड वर्कर्स के खिलाफ मामला दर्ज किए गए। पूरी खबर पढ़ें…

विस्थापित कश्मीरी पंडितों पर कम बात हुई: रिटायर्ड जस्टिस कौल बोले- अनुच्छेद 370 हटाना सर्वसम्मत फैसला

सुप्रीम कोर्ट से 25 दिसंबर को रिटायर हुए जस्टिस संजय किशन कौल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी ताकतों के आने के कारण विस्थापित हुए साढ़े 4 लाख कश्मीरी पंडितों के बारे में बहुत कम बातें हुई हैं। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि कश्मीरी पंडित इतना बड़ा वोट बैंक नहीं रहे कि राजनीति का ध्यान अपनी ओर नहीं खींच पाएं। पूरी खबर पढ़ें…

खबरें और भी हैं…