जमीन पर पटका, साड़ी खींचकर गला घोंटा…पूरा शरीर खरोंच डाला: 8KM में 4 महिलाओं का मर्डर, मारने का पैटर्न सेम…90 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

बरेली9 मिनट पहलेलेखक: देवांशु तिवारी

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बरेली के शाही थाना इलाके में अजीब डर का माहौल है। यहां की औरतें दिन में भी घर से निकलने में डर रही हैं। खेत पर जाना होता है तो अकेले न जाकर झुंड में जाती हैं। सबके दिलोदिमाग में खौफ है कि कहीं कोई उनकी हत्या न कर दे।

ये दहशत है सीरियल किलिंग की…दरअसल, शाही इलाके में बीते 3 महीने के अंदर 4 महिलाओं की लाशें खेत में पड़ी मिली। उम्र करीब 40 से 55 साल के बीच। चारों हत्याओं का पैटर्न हू-ब-हू एक जैसा। सभी की गला घोंटकर हत्या की गई। शवों पर आधा कपड़ा और शरीर के गहने-जेवर तक लूट लिए गए। इन घटनाओं के बाद यहां के गांवों में सुगबुगाहट है कि कहीं कोई सीरियल किलर तो नहीं आ गया, जो गांवों की महिलाओं की हत्या कर रहा है। उधर…पुलिस इन हत्याओं की गुत्थी सुलझाने में लगी हुई है। फिलहाल, किसी भी संदिग्ध को पकड़ा नहीं जा सका है।

7 महीने पहले बाराबंकी में भी इसी तरह 3 महिलाओं की हत्या हुई थी। पुलिस की स्पेशल टीमें लगाई गईं तो एक 24 साल का लड़का पकड़ा गया। वह बुजुर्ग महिलाओं को पीटता, फिर उनके साथ रेप करता और गला दबाकर हत्या कर देता था। पुलिस ने साइको किलर को पकड़ा तो इलाके में हत्याएं बंद हो गईं। लेकिन अब बरेली की घटनाओं के बाद फिर से सीरियल किलिंग का खौफ लौट आया है। दैनिक भास्कर की टीम ग्राउंड पर पहुंची। जहां डेडबॉडी मिलीं हम वहां गए। आस-पास के लोगों से बात की। पुलिस का भी पक्ष जाना।

  • आइए सबसे पहले तारीख-दर-तारीख पुलिस की कार्रवाई के साथ हत्याओं के पैटर्न को जानते हैं…

22 जुलाई 2023: महिला की साड़ी से उसका गला घोंटा, ब्लाउज फटा मिला

ये फोटो कुसमा की है। पति रमेश ने फोन पर उसकी तस्वीर दिखाई। हत्या की कहानी बताते-बताते रमेश की आंखें नम हो जाती हैं।

ये फोटो कुसमा की है। पति रमेश ने फोन पर उसकी तस्वीर दिखाई। हत्या की कहानी बताते-बताते रमेश की आंखें नम हो जाती हैं।

बरेली से 32 किमी. दूरी पर पड़ता है शाही थाना क्षेत्र। यहीं के खजुरिया गांव में 40 साल की महिला कुसमा की लाश मिर्च के खेत में मिली। वह सुबह 7:30 बजे खेत में मिर्ची तोड़ने गई थी। लेकिन उसी खेत में मरी हुई मिली। कुसमा के पति रमेश ने बताया, “22 जुलाई की सुबह मैं और मेरी पत्नी खेत में मिर्च तोड़ने गए थे। सुबह 11:00 बजे मैं बाजार चला गया। कुसमा खेत पर ही थी। उसने कहा था कि थोड़ा काम निपटाकर वह घर चली जाएगी। दोपहर 2 बजे के करीब जब मैं लौटा तो कुसमा घर पर नहीं थी। मैं घबरा गया। मैंने दोनों बेटों को बुलाया और हम सब उसे खोजने खेत की तरफ भागे।”

“जब हम खेत पहुंचे तो कुसमा वहां नहीं मिली। हमने इधर-उधर खोजा तो खेत के छोर पर सड़क किनारे झाड़ियों में कुसमा पेट के बल पड़ी हुई मिली। मैंने उसे पकड़कर हिलाया लेकिन वह कुछ नहीं बोली। कुसमा के गले में उसी की साड़ी का फंदा कसा हुआ था। हाथ उलटी तरफ मुड़े हुए और ब्लाउज फटा था। गला इतना जोर से जकड़ा हुआ था कि उसकी जीभ बाहर निकल आई थी।”

“मैंने पुलिस को फोन लगाया। थानेदार फोर्स लेकर खेत में पहुंचे। दरोगा साहब ने मुझसे पूछा कि क्या किसी पर शक है? मैंने रमपुरा गांव के राजेश का नाम लिया। क्योंकि जिस दिन मैं और कुसमा खेत में काम कर रहे थे। उस वक्त राजेश हमारे खेत के पास किसी दूसरे व्यक्ति के साथ सुल्फा (नशीला पदार्थ) पी रहा था। जिस जगह कुसमा की लाश मिली वहां पर सुल्फा के पैकेट भी पड़े मिले थे। इसलिए मुझे लगता है कि राजेश और उसके दोस्त ने ही मेरी पत्नी की हत्या की है।”

मामले की कार्रवाई कहां तक पहुंची: शाही पुलिस थाने के SHO सतेंद्र भड़ाना ने बताया, “मृतका के शरीर को खरोंचा गया, लेकिन दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। कुसमा की हत्या के बाद हमने घरवालों के शक के आधार पर आरोपी राजेश और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। अभी दोनों फरार हैं, लेकिन जब तक पूरी विवेचना नहीं हो जाती कुछ भी कहना ठीक नहीं है।”

30 जून 2023: चारा काटने खेत गई प्रेमवती की अगली सुबह लाश मिली
हत्या की दूसरी घटना शाही इलाके के ही आनंदपुर गांव की है। आनंदपुर की रहने वाली प्रेमवती के पति नत्थूराम की 2021 में मौत हो गई थी। प्रेमवती तीन बेटों के साथ गांव में रह रही थी। 29 जून की दोपहर वह घर से करीब 500 मीटर दूर खेत में चारा लेने गई थी। लेकिन देर रात तक नहीं लौटी। परिवार ने खोजबीन शुरू की। अगली सुबह खेत में उसका शव पड़ा मिला। पहली हत्या की तरह ही प्रेमवती को उसी की साड़ी से गला घोंटकर मारा गया था। लाश पर कपड़ा फटा हुआ मिला। पूरे शरीर में खरोंच के निशान थे।

प्रेमवती के शव के पास बिलखते परिवार वाले।

प्रेमवती के शव के पास बिलखते परिवार वाले।

मामले की कार्रवाई कहां तक पहुंची: प्रेमवती की हत्या का मामला दर्ज हुआ। मृतका के बेटे ने बताया कि पास के ही ईंट भट्ठे के मालिक से प्रेमवती का मिट्टी उठाने को लेकर झगड़ा चल रहा था। उसने मां को देख लेने की धमकी दी थी। ऐसे में उसकी मौत के लिए वह जिम्मेदार हो सकता है।

प्रेमवती के परिवार की तहरीर पर पुलिस ने भट्ठे के मालिक समेत 4 नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया। लेकिन, जांच में सभी निर्दोष निकले, इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। पुलिस का कहना है कि भट्ठा मालिक खेत से मिट्टी उठाने जैसे मामूली विवाद में हत्या नहीं कर सकता। असली हत्यारों की तलाश हो रही है। अभी कोई भी संदिग्ध पकड़ा नहीं गया है।

17 जून 2023: बाजार से दवा लेने गई धनवती कभी वापस नहीं लौटी
शाही थाना क्षेत्र के कुल्छा गांव की रहने वाली धनवती देवी की तबीयत कुछ दिनों से खराब चल रही थी। वह दवाई लाने बाजार गई, लेकिन फिर कभी वापस नहीं लौटी। परिवार वालों ने उसे खोजना शुरू किया तो 48 घंटे बाद उसकी लाश एक खेत में पेट के बल पड़ी मिली।

ये तस्वीर 19 जून की है जब कुल्छा-शाही रोड के किनारे गन्ने के खेत में पुलिस को तेज बदबू महसूस हुई। सभी खेत में उतरे तो पता चला कि यहीं धनवती का शव पड़ा था।

ये तस्वीर 19 जून की है जब कुल्छा-शाही रोड के किनारे गन्ने के खेत में पुलिस को तेज बदबू महसूस हुई। सभी खेत में उतरे तो पता चला कि यहीं धनवती का शव पड़ा था।

डेडबॉडी को खेत में पड़े-पड़े काफी समय बीत चुका था। जब घरवालों ने उसे खोजा तो शव का आधा हिस्सा गल चुका था। लेकिन कपड़ों की वजह से धनवती की पहचान हो गई। बाकी महिलाओं की तरह ही धनवती को भी गला दबाकर मारा गया। 19 जून को जब मृतका की डेडबॉडी मिली, तो शरीर पर ऊपरी हिस्से के कपड़े नहीं थे। पूरा शरीर काला पड़ा चुका था।

मामले की कार्रवाई कहां तक पहुंची: पहले पुलिस ने धनवती की मौत को सामान्य बताकर कार्रवाई नहीं की। इसके बाद महिला के पति प्रेमराज मौर्य ने अफसरों से लेकर मानवाधिकार आयोग तक शिकायत की। 30 दिन बाद SSP के आदेश पर शिकायत दर्ज हुई। फिलहाल, पुलिस विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। हत्यारे का कोई सुराग नहीं मिला है।

5 मई 2023: खेत में डेडबॉडी मिली, पोस्टमॉर्टम तक नहीं हुआ
बरेली शहर से 25 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है परतापुर इलाका। 5 मई को यहां खेत में एक महिला की डेडबॉडी मिली। कपड़े फटे हुए थे, पहने हुए जेवर गायब मिले। शव की गर्दन एक तरफ झुकी हुई थी मानो उसकी गला घोंटकर हत्या की गई हो।

मामले की कार्रवाई कहां तक पहुंची: बरेली पुलिस के मुताबिक, इस मामले के बारे में कोई डिटेल नहीं है। क्योंकि पुलिस को घटना की कोई सूचना नहीं दी गई। न ही शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया।

‘ऐसा लगा मानों चेहरे को ईंटों से कूचा गया हो’

बरेली का शाही इलाका दिल्ली हाईवे से सटा हुआ है। लखनऊ, शाहजहांपुर और मुरादाबाद के बीच बड़े व्यापार से लेकर लोकल बिजनेस से जुड़े लोग रोजाना यहां से होकर गुजरते हैं। इसी बात को देखते हुए पुलिस ये जांच कर रही है कि कहीं कोई बाहरी व्यक्ति तो नहीं है, जो इन महिलाओं को मार रहा हो।

22 जुलाई को खजुरिया गांव में कुसमा की डेडबॉडी घर पहुंची। परिवार उसकी लाश को देख सिहर उठा। देवरानी गायत्री का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। गायत्री आज भी उस पल को यादकर घबरा जाती है। वह कहती हैं, “लाश देखकर हम चौंक गए। विश्वास ही नहीं हो रहा था कि दीदी खत्म हो गई हैं। उनके पूरे बदन पर खरोंचा लगा हुआ था। ब्लाउज आगे से फटा था। गाल फूलकर लाल हो गए थे, जैसे किसी ने चेहरे पर ईंट मारी हो। दीदी की हालत देख ऐसा लग रहा था कि किसी ने उन्हें बड़ी बेरहमी से मारा हो।

8KM के अंदर 4 लाशें मिलने के बाद लोग सहमे हुए
शाही थाना क्षेत्र के खजुरिया, आनंदपुर, कुल्छा और परतापुर गांवों में महिलाओं के शव मिले हैं। ये सभी 8KM की सीमा में आते हैं। इस एरिया में आने वाले कुल 15 गांवों में करीब 8 हजार से ज्यादा की आबादी रहती है। इलाके में लगातार हो रही हत्याओं पर हमने लोगों से बात की, जो पता चला वह डराने वाला था।

हत्याओं के बाद क्षेत्र की महिलाओं में डर है। वह कहती हैं कि अब बेटियों को स्कूल भेजने में भी डर लगता है। खेत में घर के मर्दों के साथ ही काम पर जाते हैं।

हत्याओं के बाद क्षेत्र की महिलाओं में डर है। वह कहती हैं कि अब बेटियों को स्कूल भेजने में भी डर लगता है। खेत में घर के मर्दों के साथ ही काम पर जाते हैं।

खुजरिया गांव में घर के दरवाजे पर बैठे बृजलाल कहते हैं, “शाही में 40 दिन में 3 महिलाओं की निर्मम हत्या की गई। इन घटनाओं से लोग पहले ही दहशत में जी रहे थे। फिर, हमारे गांव में भी रमेश की पत्नी को खेत में मार डाला गया।”

“जब से यह घटना घटी है। गांव की महिलाओं ने खेत जाना ही बंद कर दिया है। मारे डर के जानवरों को चारे की जगह आटे का चोकर दिया जा रहा है। इन घटनाओं के बाद इतनी दहशत है कि अगर कोई खेत जाता है, तो अपने साथ 4-5 लोगों को ले जाता है।”

  • यहां रुकते हैं। अब झाड़ियों में मिली लाशों के सिमिलर पैटर्न को ग्राफिक के जरिए जानते हैं, फिर पुलिस की कार्रवाई पर चलेंगे…
  • अब …पुलिस की कार्रवाई पर चलते हैं…

DSP बोले – हत्यारों को पकड़ने के लिए लगाई गईं स्पेशल SOG टीमें
3 महीने के भीतर महिलाओं की हत्या के इन 4 सनसनीखेज मामलों के बाद बरेली पुलिस अलर्ट मोड में है। पुलिस इस बात का भी पता लगा रही है कि आखिर इन हत्याओं के पीछे क्या किसी एक शख्स का हाथ है। अगर ऐसा क्लू मिलता है तो यह इलाके की बाकी महिलाओं के लिए भी खतरे की घंटी है।

शाही थाना क्षेत्र में हुईं महिलाओं की हत्या की जांच DSP हर्ष मोदी को दी गई है। हमने उनसे बात की। हर्ष कहते हैं, “हर एक हत्या का पैटर्न सेम है। महिलाओं को सुनसान जगहों पर मारा गया। सभी मामलों की जांच चल रही है। हत्यारे जल्द से जल्द पकड़े जाएं, इसके लिए बकायदे स्पेशल SOG टीमें लगी हुई हैं। फिलहाल, 2 मामलों में अहम सुराग मिले हैं। इनके आधार पर आगे की कार्रवाई हो रही है।”

“गांवों में डर का माहौल कम करने के लिए मोबाइल पुलिस के माध्यम से इलाके में गश्त बढ़ा दी गई हैं। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के दिखने पर स्थानीय थाने को सूचना देने के लिए लोगों को फोन नंबर दिए गए हैं। इसके अलावा हम पीड़ित परिवारों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। ताकि उनकी हर संभव मदद की जा सके।”

  • अब, आपको 7 महीने पीछे ले चलते हैं… जब बाराबंकी में इसी तरह एक के बाद एक 3 महिलाओं की डेडबॉडी मिली थी और साइको किलर को पकड़ा गया था।

24 साल का अमरेंद्र बना साइको किलर
दिसंबर 2022 में अयोध्या-बाराबंकी बॉर्डर के रामसनेही घाट थाना क्षेत्र में 3 महिलाओं की हत्या कर दी गई। तीनों ही हत्याओं का पैटर्न एक जैसा था। इन वारदातों के पीछे जिसका नाम आया, वह था- साइको किलर। साइको किलर सिर्फ बुजुर्ग महिलाओं को टारगेट करता। फिर उन्हें बेदर्दी से पीटता, रेप करता। आखिर में गला दबाकर मार डालता था।

24 साल का अमरेंद्र रावत जिसने साइको किलर बनकर महिलाओं को मारा था।

24 साल का अमरेंद्र रावत जिसने साइको किलर बनकर महिलाओं को मारा था।

इस खतरनाक हत्यारे को पकड़ने के लिए बाराबंकी, लखनऊ, अयोध्या और सुल्तानपुर की पुलिस टीमें लगाई गईं। 25 हजार रुपए का इनाम तक रख दिया गया। दिन-रात 30 से ज्यादा गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। 20 दिन तक पुलिस साइको किलर को खोजती रही। आखिरकार, 25 जनवरी को अमरेंद्र रावत को अयोध्या पुलिस ने मवई थाना क्षेत्र के हुनहुना गांव से दबोच लिया। पता चला कि साइको किलर अमरेंद्र बाराबंकी के सरवा गांव का रहने वाला है।

साइको किलर ने 3 बुजुर्ग महिलाओं को बेरहमी से मारा था…

हत्या 1: घर से काम पर गई 60 साल की महिला से रेप
5 दिसंबर 2022 को मवई के खुशेटी गांव की 60 वर्षीय महिला घर से कुछ काम के लिए निकली थी। जब वह शाम तक नहीं लौटी, तो घरवालों ने खोजबीन के बाद थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई। फिर 6 दिसंबर दोपहर के वक्त पुलिस को महिला का शव मिला। लाश पर कोई कपड़ा नहीं था। महिला के चेहरे और सिर पर चोटों के निशान थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि रेप के बाद गला दबाकर हत्या की गई। अपराधी का पता नहीं चल पाया।

हत्या 2: 62 साल की महिला का इब्राहिमाबाद के खेत में शव मिला
बाराबंकी जिले के इब्राहिमाबाद कस्बे में 17 दिसंबर 2022 को खेत से 62 साल की महिला की लाश बरामद होती है। लाश शाम के वक्त मिली, लेकिन हत्या सुबह के वक्त हो चुकी थी। इस शव पर भी कोई कपड़ा नहीं था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला कि रेप के बाद गला घोंटकर हत्या हुई है। हत्यारे का फिर कोई पता नहीं चला।

साइको किलर की यही धुंधली तस्वीर पुलिस के हाथ लगी थी, जिसके बाद उसकी तलाशी शुरू हुई।

साइको किलर की यही धुंधली तस्वीर पुलिस के हाथ लगी थी, जिसके बाद उसकी तलाशी शुरू हुई।

हत्या 3: शौच के लिए गई 61 साल की महिला की न्यूज डेडबॉडी मिली
29 दिसंबर 2023 को राम सनेही घाट कोतवाली से 3 किमी दूर ठेठरहा गांव की शौच के लिए निकली महिला लापता हो गई। उसका शव 30 दिसंबर को खेत में अर्धनग्न अवस्था में मिला। यह महिला भी 61 साल की थी और हत्या का पैटर्न पहली 2 हत्याओं से मैच कर रहा था। इस लाश के मिलते ही पुलिस ने साइको किलर की तलाश तेज कर दी। तीसरी डेडबॉडी मिलने के 26 दिन बाद साइको किलर को पकड़ लिया गया।

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5 साल की बच्ची के प्राइवेट पार्ट में गन्ना डाला

बाराबंकी की रहने वाली एक बच्ची, उम्र 5 साल। वो अब कभी मां नहीं बन सकती। क्यों? क्योंकि 25 जुलाई को उसके पड़ोस में रहने वाले 40 साल के एक आदमी ने उसके प्राइवेट पार्ट में गन्ना डाला। उसे शराब पिलाई और उसके साथ रेप किया। वो खेत में तड़पते-तड़पते बेहोश हो गई। होश आया तो तालाब में पड़ी थी। शरीर नुचा-कुटा और खून से लथपथ। जैसे-तैसे तालाब के किनारे आई और दोबारा बेहोश हो गई। पढ़िए पूरी खबर…

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