छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र में मानसून 3-4 दिन में पहुंच सकता है: पूर्वोत्तर के 8 राज्यों में गरज के साथ बारिश;UP-दिल्ली समेत 4 राज्यों में हीटवेव का अलर्ट

नई दिल्ली40 मिनट पहले

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गुजरात में मानसून आ चुका है। यहां कई जिलों में बारिश हुई। यूपी के भी कुछ हिस्सों में शुक्रवार को बारिश हुई। - Dainik Bhaskar

गुजरात में मानसून आ चुका है। यहां कई जिलों में बारिश हुई। यूपी के भी कुछ हिस्सों में शुक्रवार को बारिश हुई।

छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और बंगाल की खाड़ी में 3-4 दिन में मानसून पहुंच सकता है। वहीं, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूर्वोत्तर के 7 राज्यों असम, मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, त्रिपुरा, सिक्किम और मिजोरम में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं और गरज के बारिश की संभावना जताई है। ऐसा मौसम 7 दिन तक रह सकता है।

वहीं, उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ में 15-18 जून तक सीवियर हीटवेव (तेज लू) का अलर्ट जारी किया गया है। मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और जम्मू में भी दो दिन हीटवेव की स्थितियां बन सकती हैं।

यूपी का प्रयागराज देश में सबसे गर्म, 46.9 डिग्री रहा तापमान
उत्तर प्रदेश का प्रयागराज शुक्रवार को सबसे गर्म रहा। IMD के मुताबिक, यहां का तापमान 46.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, यूपी, हरियाणा, दिल्ली और पूर्वी मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में टेम्परेचर 44-46 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

गुजरात में मानसून ने दस्तक दी
गुजरात में मानसून आधिकारिक तौर पर आ चुका है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय हो गया है। इसके चलते मौसम विभाग ने अगले 6 दिनों तक राज्य के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है। शुक्रवार को सूरत, बनासकांठा, गांधीनगर, अहमदाबाद, नवसारी, वलसाड समेत कई जिलों में गरज के साथ बारिश हुई।

सिक्किम में भारी बारिश, हेल्पलाइन नंबर जारी
सिक्किम सरकार ने शुक्रवार 14 जून को प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 7602673187 जारी किया है। सरकार ने मानसून सीजन में लोगों से सावधान रहने की भी ताकीद दी है।

सिक्किम में गुरुवार (13 जून) को एक दिन में 220 मिमी से ज्यादा बारिश हुई। इससे पिछले साल बना संगकालांग ब्रिज ढह गया, जिससे गुरुडोंगमार झील और युनथांग घाटी जैसे पर्यटन स्थलों के लिए मशहूर मंगन जिले के जोंगु, चुंगथांग, लाचेन और लाचुंग जैसे शहर देश के बाकी हिस्सों से कट गए हैं।

राहत-बचाव में जुटे डिजास्टर मैनेजमेंट के अधिकारियों ने बताया कि लाचुंग और चुंगथांग में करीब 2 हजार पर्यटक फंसे हैं। इन्हें अब हेलिकॉप्टर से ही रेस्क्यू किया जा सकता है, लेकिन खराब मौसम में हेलिकॉप्टर का उड़ पाना मुमकिन नहीं है। फिलहाल, पर्यटक जहां फंसे हैं, उन्हें वहीं रहने को कहा गया है।

सिक्किम में तीस्ता नदी भी उफान पर है, जिससे सिंगताम शहर के निचले इलाकों में रहने वाले लोग प्रभावित हो सकते हैं।

बारिश की तस्वीरें…

मुंबई में 14 जून को तेज बारिश हुई, जिसके चलते सड़कों पर पानी भर गया।

मुंबई में 14 जून को तेज बारिश हुई, जिसके चलते सड़कों पर पानी भर गया।

मुंबई में शुक्रवार (14 जून) की सुबह तेज बारिश हुई। तस्वीर ईस्टर्न एक्सप्रेस-वे की है।

मुंबई में शुक्रवार (14 जून) की सुबह तेज बारिश हुई। तस्वीर ईस्टर्न एक्सप्रेस-वे की है।

अब बात मानसून की
देश के दक्षिणी राज्यों में समय से पहले दस्तक देने के बाद मानसून कमजोर पड़ गया है। अर्थ साइंस के पूर्व सेक्रेटरी माधवन राजीवन ने कहा कि अगले 8-10 दिन तक मानसून के तेजी से आगे बढ़ने की संभावना नहीं है। बिहार और झारखंड में 16 से 18 जून तक मानसून के पहुंचने का अनुमान है। यह 20 से 30 जून के बीच उत्तर प्रदेश और 27 जून के आसपास दिल्ली पहुंच सकता है।

यहां मौसम बदलेगा: कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। साथ ही 40-50 किमी प्रति घंटे की स्पीड से हवाएं चल सकती हैं। ऐसा मौसम 4-5 दिन रह सकता है।

दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है, जिसके चलते मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है और 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

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