खड़गे ने ममता बनर्जी को लेटर लिखा: बंगाल में न्याय यात्रा को सुरक्षित रास्ता देने की मांग की, कहा- शरारती तत्व बाधा बन सकते हैं

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नई दिल्ली8 घंटे पहले

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24 जनवरी को ममता बनर्जी ने कांग्रेस की न्याय यात्रा में शामिल न होने की बात कही थी। (फाइल) - Dainik Bhaskar

24 जनवरी को ममता बनर्जी ने कांग्रेस की न्याय यात्रा में शामिल न होने की बात कही थी। (फाइल)

असम के बाद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पश्चिम बंगाल में एंट्री कर चुकी है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यात्रा में किसी तरह की बाधा या परेशानी न हो, इसके लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेटर लिखा है। उन्होंने ममता बनर्जी से यात्रा को सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने की मांग की है।

खड़गे ने लेटर में ममता से कहा कि आपको पता ही होगा कि आपके पड़ोसी राज्य असम में न्याय यात्रा को रोकने की कोशिश की गई। यह राजनीतिक उकसावे पर किया गया है, लेकिन हमारे कैडर ने इसका बहादुरी से सामना किया। अब यात्रा अगले कुछ दिनों में बंगाल से होकर गुजर रही है। मुझे अवगत कराया गया है कि कुछ शरारती तत्व फिर से यात्रा में बाधा बन सकते हैं। इसलिए सुरक्षा सुनिश्चित करें।

राहुल गांधी के नेतृत्व में 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई यात्रा सुबह असम से पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में प्रवेश कर गई। कूचबिहार में एक रोड शो का नेतृत्व करने के बाद राहुल गांधी नई दिल्ली चले गए, क्योंकि यात्रा ने दो दिन का ब्रेक लिया है। 28 जनवरी को दोपहर 2 बजे जलपाईगुड़ी से यात्रा फिर से शुरू होगी।

इससे पहले ममता बनर्जी ने कांग्रेस की न्याय यात्रा में शामिल न होने की भी बात कही थी। उन्होंने कहा- 25 जनवरी को राहुल गांधी की न्याय यात्रा हमारे राज्य से गुजर रही है, लेकिन हमें इसके बारे में बताया तक नहीं गया। हमें यात्रा से जुड़ने के लिए नहीं बोला गया है, इसलिए हम इसमें शामिल नहीं होंगे।

23 जनवरी को असम के गुवाहाटी में कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस से भिड़े और बैरिकेडिंग तोड़ दी थी।

23 जनवरी को असम के गुवाहाटी में कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस से भिड़े और बैरिकेडिंग तोड़ दी थी।

बंगाल में लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी TMC
ममता ने 24 जनवरी को लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस ने मेरा प्रस्ताव ठुकराया दिया। हम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेंगे।

दरअसल, कांग्रेस लोकसभा चुनाव के लिए बंगाल में 10 से 12 सीटों की मांग कर रही है, जबकि TMC केवल दो सीटें देने पर अड़ी है। यह वे सीटें हैं जिन्हें कांग्रेस ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जीता था। कांग्रेस के अलावा बंगाल में लेफ्ट पार्टियां भी हैं, जो 28 दलों वाले विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A का हिस्सा हैं।

ममता ने बुधवार को हावड़ा में मीडिया से कहा- मेरी कांग्रेस से कोई चर्चा नहीं हुई है। मैंने हमेशा कहा है कि बंगाल में हम अकेले लड़ेंगे। मुझे इस बात की बिल्कुल चिंता नहीं है कि देश में क्या होगा, लेकिन हम सेक्युलर पार्टी हैं और बंगाल में हम अकेले भाजपा को हराएंगे। मैं अब भी I.N.D.I.A का हिस्सा हूं।

कांग्रेस बोली- ममता के बिना गठबंधन की कल्पना नहीं
कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी जयराम रमेश ने ममता के फैसले पर कहा- ममता बनर्जी ने कहा था कि हम भाजपा को हराना चाहते हैं और हम इसके लिए कुछ भी करेंगे। राहुल गांधी भी साफ कर चुके हैं कि ममता बनर्जी गठबंधन के मजबूत स्तंभ हैं। उनके बिना गठबंधन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। I.N.D.I.A बंगाल में मिलकर चुनाव लड़ेगी।

जयराम रमेश ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा में TMC को निमंत्रण नहीं मिलने की बात पर कहा- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कई बार कह चुके हैं कि गठबंधन की सभी पार्टियां भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित हैं। कांग्रेस पार्टी यात्रा में ममता जी का स्वागत करेगी।

भाजपा बोली- ममता का ये फैसला I.N.D.I.A के अंत की सूचना ममता के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले पर भाजपा IT सेल के प्रमुख और बंगाल भाजपा के सह प्रभारी अमित मालवीय ने कहा- ममता बनर्जी का ये फैसला उनकी हड़बड़ाहट दिखा रहा है। वे अपना राजनीतिक मैदान बचा नहीं पा रही हैं। इसलिए वे सभी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती हैं, ताकि चुनाव के बाद भी प्रासंगिक बनी रहें।

वे विपक्षी गठबंधन का चेहरा बनना चाहती थीं, लेकिन किसी ने उनका नाम नहीं सुझाया। राष्ट्रीय चेहरा बनने के लिए उन्होंने दिल्ली के कितने चक्कर लगाए, पर वे सब किसी काम नहीं आए। अब राहुल गांधी की यात्रा बंगाल पहुंचने के पहले ममता का ये फैसला I.N.D.I.A के अंत की सूचना है।

पिछले 5 दिनों में ममता के दो बयान
22 जनवरी:
ममता बनर्जी ने कहा- लेफ्ट पार्टियां I.N.D.I.A के एजेंडे को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही हैं। मैं यह स्वीकार नहीं करूंगी। मैं उन लोगों से सहमत नहीं हो सकती, जिनके साथ मैंने 34 साल तक संघर्ष किया है। इतने अपमान के बावजूद मैंने I.N.D.I.A की मीटिंग में हिस्सा लिया।

19 जनवरी: ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद जिले के पार्टी नेताओं के साथ मुलाकात की। ममता ने स्पष्ट कहा कि TMC को प्राथमिकता नहीं दी गई तो प्रदेश की सभी 42 लोकसभा सीटों पर TMC स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने के लिए तैयार है।

बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष बोले- ममता मौका परस्त
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अधीर रंजन चौधरी ने 23 जनवरी को ममता बनर्जी पर निशाना साधा था। उन्होंने ममता को मौका परस्त बताया और कहा- हम उनकी दया पर चुनाव नहीं लड़ेंगे।कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ना जानती है और हमने पश्चिम बंगाल में दो सीटें TMC और BJP को हराकर जीती हैं। ममता खुद कांग्रेस की दया से साल 2011 में बंगाल की सत्ता में आईं।

चौधरी का यह बयान राहुल गांधी के असम में मंगलवार को दिए बयान के बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि ममता कांग्रेस के बहुत करीब हैं। सीट शेयरिंग पर बातचीत चल रही है। कभी-कभी हमारे नेता कुछ कहते हैं, उनके नेता कुछ कहते हैं और यह चलता रहता है। यह एक स्वाभाविक बात है। इस तरह की टिप्पणियों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

पंजाब में AAP ने कहा- कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेंगे
उधर, पंजाब में भी आम आदमी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को कहा- हम 13 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। इसके अलावा बिहार में भी JDU और RJD कांग्रेस को ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं हैं। यहां भी अनबन की खबर है। पूरी खबर पढ़ें…

I.N.D.I.A में शामिल पार्टियों के बीच अन्य राज्यों में सीट शेयरिंग की स्थिति…

पंजाब: कांग्रेस का 8 सीटों पर दावा, लेकिन AAP राजी नहीं

पंजाब में लोकसभा की 13 सीटें हैं। आम आदमी पार्टी के चीफ अरविंद केजरीवाल ने दिसंबर में भटिंडा में एक रैली के दौरान लोगों से AAP को सभी 13 सीटें जिताने की अपील की थी। जाहिर है कि AAP का दावा पंजाब की सभी 13 सीटों पर है। अभी 13 में से 8 सीटों पर कांग्रेस के सांसद हैं। कांग्रेस इन 8 सीटों पर दावा कर रही है। पंजाब में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी कांग्रेस को इतनी सीटें देने के लिए तैयार नहीं है।

दिल्ली: सीट शेयरिंग पर सहमति बनी, AAP 4 और कांग्रेस 3 सीटों पर लड़ सकती है

दिल्ली में AAP और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर सहमति बन गई है। कांग्रेस ने दिल्ली में 5 सीटों की डिमांड की थी, लेकिन AAP के 4 और कांग्रेस के 3 सीटों पर लड़ने के संभावित फॉर्मूले पर दोनों पार्टियां राजी हैं।

UP: कांग्रेस 20-25 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, सपा 10 सीटें दे रही

UP में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर शुक्रवार 12 जनवरी को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की बैठक होनी थी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, UP को लेकर पार्टी का रोड मैप क्लियर नहीं था, इस वजह से मीटिंग टालनी पड़ी।

कांग्रेस UP में 20-25 सीटों पर लड़ना चाहती है, जबकि सपा 10 से ज्यादा सीट नहीं देना चाहती। सपा खुद कम से कम 60 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है और अपनी सहयोगी RLD को 5 सीट दिलाना चाहती है। ऐसी स्थिति में UP में कांग्रेस के लिए 15 सीटें ही बचेंगी।

बिहार: JDU ने कांग्रेस को 4 सीटें देने का प्रस्ताव रखा, कांग्रेस 8-10 सीटें मांग रही

बिहार में सीटों के बंटवारे पर हुई बैठक में JDU ने RJD-JDU को 17-17, कांग्रेस को 4 और लेफ्ट पार्टियों को 2 सीट दिए जाने का प्रस्ताव रखा। हालांकि, कांग्रेस बिहार में 8-10 सीटें मांग रही है।

सूत्रों के मुताबिक, JDU-RJD को 16-16, कांग्रेस को 6 और लेफ्ट दलों को 2 सीट दिए जाने के संभावित फॉर्मूले पर सहमति बन सकती है। हालांकि, कांग्रेस नीतीश के I.N.D.I.A गठबंधन से अलग होने की आशंकाओं को भी नकार नहीं रही। इस स्थिति में कांग्रेस, RJD और लेफ्ट दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी।

महाराष्ट्र: कांग्रेस 20 सीटों पर अड़ी, शिवसेना को भी इतनी ही सीटें मिल सकती हैं

महाराष्ट्र को लेकर भी कांग्रेस की NCP (शरद गुट) और शिवसेना (UBT) के साथ बैठक हो चुकी है। शिवसेना 23 और NCP 10 सीटों की मांग कर रही हैं, जबकि कांग्रेस 20 से कम सीटों पर चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस 20, शिवसेना 20, NCP 6, वंचित बहुजन अघाड़ी एक और स्वाभिमानी पक्ष एक सीट के संभावित फॉर्मूले पर चुनाव लड़ सकते हैं।

बाकी राज्यों में सीट शेयरिंग की स्थिति…

  • गुजरात: गुजरात मे आम आदमी पार्टी को 2 सीटें मिल सकती है।
  • हरियाणा: AAP हरियाणा में भी चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन कांग्रेस उसे एक भी सीट देने के पक्ष में नहीं है।
  • जम्मू-कश्मीर: कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और PDP के साथ चुनाव लड़ेगी। जम्मू की 2 सीट और लद्दाख की एक सीट पर कांग्रेस दावा कर रही है, ऐसी स्थिति में नेशनल कॉन्फ्रेंस दो और PDP एक सीट पर चुनाव लड़ेंगी।
  • केरल: 20 सीटों में से कांग्रेस 16 और गठबंधन के बाकी दल 4 सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं।
  • तमिलनाडु: DMK 30 और कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, लेकिन 1-2 सीटों पर पेंच फंस रहा है।
  • झारखंड में कांग्रेस JMM के साथ चुनाव लड़ेगी, जबकि ओडिशा में लेफ्ट दलों को 1-2 सीट मिल सकती है।
  • कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना और नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में कांग्रेस किसी से भी गठबंधन नहीं करेगी।

विपक्षी दलों की 7 महीने में 5 बैठकें सिलसिलेवार पढ़ें….

पांचवी बैठक: 13 जनवरी को वर्चुअली हुई, खड़गे को गठबंधन का चेयरपर्सन बनाया गया

विपक्षी दलों की पांचवी बैठक 13 जनवरी को वर्चुअली हुई थी। 28 दलों के गठबंधन में सिर्फ 9 पार्टियां ही इस मीटिंग में शामिल हुईं। मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चेयरपर्सन बनाया गया। मीटिंग में नीतीश कुमार का नाम संयोजक के लिए सुझाया गया था। बाद में सहमति बनी कि, पार्टी प्रमुखों की एक टीम बनाई जाए। संयोजक की जरूरत नहीं है। पूरी खबर पढ़ें…

चौथी बैठक: 19 दिसंबर को दिल्ली में हुई: ममता ने PM के चेहरे के लिए खड़गे का नाम सुझाया

I.N.D.I.A के नेताओं की चौथी बैठक 19 दिसंबर को दिल्ली के अशोका होटल में हुई थी। इसमें ममता बनर्जी ने PM चेहरे के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का सुझाव रखा था। अरविंद केजरीवाल ने इसका समर्थन किया। यह जानकारी बैठक के बाद MDMK के सांसद वाइको ने दी। हालांकि PM फेस के सवाल पर UP के पूर्व CM अखिलेश यादव ने चुप्पी साध ली। पूरी खबर पढ़ें…

तीसरी बैठक- 31 अगस्त-1 सितंबर को मुंबई में हुई: 13 मेंबर की कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाई गई

INDIA अलायंस की पिछली और तीसरी बैठक मुंबई में 31 अगस्त-1 सितंबर को हुई थी।

INDIA अलायंस की पिछली और तीसरी बैठक मुंबई में 31 अगस्त-1 सितंबर को हुई थी।

INDIA अलायंस की तीसरी बैठक मुंबई में 31 अगस्त से 1 सितंबर को हुई थी। मीटिंग में अलायंस ने 5 कमेटियों का गठन किया था। इनमें कैंपेन कमेटी, कोऑर्डिनेशन/स्ट्रैटजी कमेटी, मीडिया, सोशल मीडिया और रिसर्च कमेटी शामिल हैं। इस बैठक में 28 विपक्षी दलों ने पांच राज्यों में हो चुके चुनाव की रणनीति तैयार की थी। पूरी खबर पढ़ें…

दूसरी बैठक- 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई: गठबंधन का नाम INDIA तय किया गया

विपक्षी एकता की दूसरी बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई थी।

विपक्षी एकता की दूसरी बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई थी।

विपक्षी एकता की दूसरी बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई थी। 2024 के आम चुनाव में भाजपा को हराने के लिए विपक्ष के 26 दल एक साथ आए थे। इस बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम INDIA तय किया गया था। इसका फुल फॉर्म इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस है। पूरी खबर पढ़ें…

पहली बैठक- 23 जून को पटना में नीतीश की अगुआई में हुई, 15 पार्टियों के 27 नेता शामिल हुए

विपक्षी गठबंधन की पहली बैठक पटना में हुई थी।

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विपक्षी गठबंधन की पहली बैठक पटना में हुई थी। इस बैठक की अगुआई बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने की थी। बैठक में विपक्ष के 15 दल शामिल हुए थे। ये बैठक अगले लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार का सामना करने के लिए विपक्ष को एकसाथ लाने के लिए थी। पूरी खबर यहां पढ़ें…

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पंजाब में लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी AAP:I.N.D.I.A की मीटिंग में ऑफर रखेंगे केजरीवाल; कैंडिडेट्स के 40 नामों के पैनल बनाए

पंजाब की सभी 13 सीटों पर आम आदमी पार्टी (AAP) अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी। इसके लिए अंदरूनी तौर पर AAP ने पूरी तैयारी कर ली है। 13 लोकसभा सीटों पर 40 नामों की लिस्ट भी तैयार कर ली गई है। किसी सीट पर 2 तो किसी पर 4 विकल्प भी रखे गए हैं। पढ़ें पूरी खबर…

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