केंद्र, त्रिपुरा ने 2 उग्रवादी संगठन से शांति समझौता किया: अमित शाह बोले- यह 12वां समझौता, अब तक 10 हजार उग्रवादियों ने सरेंडर किया

नई दिल्ली13 मिनट पहले

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शाह बोले- अब तक नॉर्थ ईस्ट के लिए 12 शांति समझौते हो चुके हैं। - Dainik Bhaskar

शाह बोले- अब तक नॉर्थ ईस्ट के लिए 12 शांति समझौते हो चुके हैं।

केंद्र सरकार और त्रिपुरा राज्य सरकार ने बुधवार (4 सितंबर) को 2 उग्रवादी संगठन नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (NLFT) और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स (ATTF) के साथ शांति समझौता किया। इस समझौता ज्ञापन पर साइन करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा मौजूद रहे।

शाह बोले- दोनों संगठन हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होंगे
इस मौके पर शाह ने कहा कि 35 साल से चल रहे संघर्ष के बाद 2 संगठनों ने हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने और त्रिपुरा के विकास के लिए अपनी इच्छा व्यक्त की। शांति समझौते पर साइन के साथ ही दोनों संगठनों के 328 कैडर मुख्यधारा में शामिल होने के लिए तैयार हैं। शाह ने कहा कि ये नॉर्थ ईस्ट के लिए 12वां समझौता है। अब तक करीब 10,000 उग्रवादियों ने हथियार छोड़कर आत्मसमर्पण किया है।

सीएम माणिक साहा बोले- राज्य में शांति के लिए मोदी सरकार ने 3 समझौते किए
इस दौरान सीएम माणिक साहा पूरे नॉर्थ ईस्ट में शांति और विकास का माहौल बनाने के लिए पीएम मोदी और अमित शाह की सराहना की। साहा ने कहा कि पिछले 10 सालों में मोदी सरकार ने शांति समझौतों और बातचीत से नॉर्थ ईस्ट में विकास किया है। इनमें अकेले त्रिपुरा के लिए अब तक तीन समझौते हुए हैं। NLFT और ATTF के सदस्यों भी राज्य के विकास में सहयोग देने के लिए मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है।

2 मार्च को TIPRA मोथा संगठन के साथ शांति समझौता हुआ।

2 मार्च को TIPRA मोथा संगठन के साथ शांति समझौता हुआ।

मार्च में केंद्र, त्रिपुरा और TIPRA मोथा संगठन के साथ शांति समझौता हुआ
त्रिपुरा के मूल निवासियों की समस्याओं का स्थायी समाधान लाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में इसी साल मार्च माहीने के दौरान TIPRA मोथा, त्रिपुरा और केंद्र सरकार के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। इस दौरान अमित शाह ने कहा था कि मैं त्रिपुरा के सभी लोगों को आश्वस्त करता हूं कि अब आपको अपने अधिकारों के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा। भारत सरकार आपके अधिकारों की सुरक्षा के लिए सिस्टम बनाने में दो कदम आगे रहेगी।

ULFA ने केंद्र और असम सरकार के साथ शांति समझौते पर साइन किया था।

ULFA ने केंद्र और असम सरकार के साथ शांति समझौते पर साइन किया था।

दिसंबर 2023 में असम के उग्रवादी संगठन ULFA के साथ शांति समझौता हुआ
यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (ULFA) ने पिछले साल 29 दिसंबर को केंद्र और असम सरकारों के साथ एक त्रिपक्षीय समझौता साइन किया। इस शांति समझौते में हिंसा छोड़ने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने की बातें हुईं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की मौजूदगी में यह समझौता हुआ था। इस शांति समझौते के बाद ULFA के 700 कैडरों ने भी समर्पण किया था।

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