एमपी-राजस्थान में मंगलवार तक भारी बारिश का अलर्ट: भोपाल में 12 घंटे में 4 इंच पानी गिरा; बिहार में 6 नाव डूबने से 18 लोग लापता

नई दिल्ली12 मिनट पहले

देशभर में भारी बारिश से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। मौसम विभाग ने एमपी-राजस्थान में मंगलवार तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। एमपी के कई जिलों में पिछले 48 घंटे से तेज बारिश हो रही है। भोपाल, जबलपुर, उमरिया, मंडला और डिंडौरी में सोमवार को स्कूलों में छुट्टी का ऐलान किया गया है। भोपाल में सुबह 8:30 से रात 8:30 बजे तक 12 घंटे में 4 इंच से ज्यादा बारिश हो गई। यहां सीजन में बारिश का कुल आंकड़ा 56.44 इंच पर पहुंच गया। 2016 में पूरे सीजन में 56.58 इंच बारिश हुई थी, जो कि एक रिकॉर्ड है।

बिहार के सारण जिले में नदी में उठ रही तेज लहरों की चपेट मे आने से बालू लदे ओवर लोड 6 नाव डूब गईं। इस पर सवार डेढ़ दर्जन मजदूर अब तक लापता हैं।

यूपी के कई जिलों में भी ज्यादा बारिश का अलर्ट है। प्रयागराज जिले में गंगा किनारे के सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है। 50 हजार छात्र लॉज छोड़ कर चले गए हैं।

देश में बीते दिन की बारिश की स्थिति इस मैप के जरिए समझें…

यह मैप भारतीय मौसम विभाग की वेबसाइट से लिया गया है। मैप प्रतीकात्मक है।

यह मैप भारतीय मौसम विभाग की वेबसाइट से लिया गया है। मैप प्रतीकात्मक है।

अब देश के अन्य राज्यों में बारिश की स्थिति जान लीजिए…

MP: भोपाल-जबलपुर समेत कई जिलों में आज स्कूलों में छुट्टी
भोपाल में प्रशासन ने सोमवार को स्कूलों में छुट्टी का ऐलान किया है। भोपाल में मानसून की इस सीजन में अब तक 55 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। जबलपुर, उमरिया , मंडला और डिंडौरी में भी सोमवार को स्कूलों में छुट्टी का ऐलान किया गया है।

राजगढ़ के ब्यावरा में लगातार बारिश से हालात बिगड़े नजर आए। शहर के कई इलाकों में पानी भर गया। जिसके बाद नगर निगम, पुलिस और प्रशासन समेत अन्य टीमों ने रेस्क्यू अभियान चलाया। रविवार तक करीब 25-30 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया।

पिछले 24 घंटे के भीतर उमरिया में सबसे ज्यादा बारिश हुई। यहां पर 142 MM यानी करीब छह इंच बारिश हो गई। सीधी में चार इंच और गुना में तीन इंच के करीब बारिश हुई। पढ़ें पूरी खबर…

भिंड में 2 दिन से ही तेज बारिश का दौर जारी है। बारिश का पानी कलेक्ट्रेट और अस्पताल में भी घुस गया था। कई निचली बस्तियों में भी जलभराव हो गया।

भिंड में 2 दिन से ही तेज बारिश का दौर जारी है। बारिश का पानी कलेक्ट्रेट और अस्पताल में भी घुस गया था। कई निचली बस्तियों में भी जलभराव हो गया।

राजस्थान: जयपुर सहित 26 जिलों में आज बारिश की चेतावनी
मौसम केंद्र जयपुर ने 22 अगस्त को झालावाड़,प्रतापगढ़ और बारां में बहुत ज्यादा भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। कोटा, बूंदी, टोंक, सवाईमाधोपुर, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर,उदयपुर,पाली में ऑरेंज अलर्ट है। यहां 8 इंच से ज्यादा (205 मिलीमीटर तक) बरसात होगी। भीलवाड़ा, राजसमंद, सिरोही, अजमेर, जयपुर, दौसा, करौली, अलवर, सीकर, नागौर, बीकानेर, जोधपुर में 4 इंच से ज्यादा ( 65 से 115 मिलीमीटर तक) बारिश होगी।

23 अगस्त को उदयपुर, सिरोही, पाली, जालोर, बाड़मेर, जैसलमेर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। डूंगरपुर, राजसमंद, नागौर,जोधपुर में भारी बारिश का यलो अलर्ट है। 24 अगस्त को जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर, जोधपुर में भी यलो अलर्ट है।

राजस्थान में 4 दिन बाद फिर मानसून सिस्टम एक्टिव हो गया है। 23 अगस्त को उदयपुर, सिरोही, पाली, जालोर, बाड़मेर, जैसलमेर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट है।

राजस्थान में 4 दिन बाद फिर मानसून सिस्टम एक्टिव हो गया है। 23 अगस्त को उदयपुर, सिरोही, पाली, जालोर, बाड़मेर, जैसलमेर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट है।

UP: प्रयागराज में बाढ़ से 50 हजार छात्रों ने लॉज छोड़ा
मौसम विभाग ने 42 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसमें 26 जिलों में येलो अलर्ट और 16 जिलों में रेड अलर्ट है। रेड अलर्ट वाले जिलों में 70 किलोमीटर प्रति घंटे और येलो अलर्ट वाले जिलों में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना जताई है।

रविवार को प्रयागराज में गंगा किनारे के सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है। 50 हजार छात्र लॉज छोड़ कर चले गए हैं। इसके अलावा 10 हजार से ज्यादा परिवार इससे प्रभावित हुए हैं।

दूसरी ओर, बलिया में टोंस नदी में छोटी नाव डूब गई। नाव पर 6 लोग सवार थे। इसमें सभी लोग तैरकर सुरक्षित बाहर निकल गए। हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई थी। पढ़ें पूरी खबर…

प्रयागराज में गंगा किनारे के सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है। 50 हजार छात्र लॉज छोड़ कर चले गए हैं। इसके अलावा 10 हजार से ज्यादा परिवार इससे प्रभावित हुए हैं।

प्रयागराज में गंगा किनारे के सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है। 50 हजार छात्र लॉज छोड़ कर चले गए हैं। इसके अलावा 10 हजार से ज्यादा परिवार इससे प्रभावित हुए हैं।

बिहार: छपरा में बालू लदी 6 नाव गंगा नदी में डूबीं
बिहार के 20 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पटना में बारिश का दौर जारी है। इसके साथ ही अगले 24 घंटे में तेज हवा और आकाशीय बिजली की भी संभावना जताई गई है। इधर, भोजपुर और पटना में गंगा नदी उफान पर है। गंगा खतरे के निशान के पास पहुंच गई है।

सारण जिले के डोरीगंज थाना क्षेत्र में तेज पूर्वा हवा की चपेट में आने से बालू लदे ओवर लोड 6 नाव डूब गईं। इस पर सवार डेढ़ दर्जन मजदूर अब तक लापता हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, 6 नाव सोन से बालू लादकर डोरीगंज की तरफ आ रही थीं, तभी नदी में उठ रही तेज लहर की चपेट मे आने से गंगा सरयुग सोन के संगम के पास डूब गईं। पढ़ें पूरी खबर…

बिहार के 20 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। भोजपुर और पटना में गंगा नदी उफान पर है। गंगा खतरे के निशान के पास पहुंच गई है।

बिहार के 20 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। भोजपुर और पटना में गंगा नदी उफान पर है। गंगा खतरे के निशान के पास पहुंच गई है।

हिमाचल: 3 दिन भारी बारिश का यलो अलर्ट
हिमाचल में बारिश से भारी तबाही हुई है। बाढ़, लैंडस्लाइड और बादल फटने की 34 घटनाओं में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 22 हो गया है, जबकि 6 लापता हैं। कांगड़ा, मंडी और चंबा जिले में कुदरत का कहर सबसे ज्यादा बरपा। मंडी में 14, चंबा के भटियात में 3 और कांगड़ा व शिमला जिले में 2-2 लोगों की मौत हो गई। इनमें एक 9 साल की एक बच्ची भी है जिसकी कांगड़ा के शाहपुर में मकान गिरने से जान चली गई।

हिमाचल में कई जगह संपर्क सड़कों का नामो निशान मिट गया है। बिजली की 358 और पानी की 65 योजनाएं चरमरा गई हैं।

हिमाचल में अगले तीन दिन भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। राज्य पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। पर्यटकों से आग्रह किया है कि वे हिमाचल घूमने आने से पहले राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की वेबसाइट https://hpsdma.nic.in पर जानकारी प्राप्त कर ही घूमने की योजना बनाएं। पर्यटक नदी किनारों और भूस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों की ओर न जाएं। पढ़ें पूरी खबर…

कांगड़ा के चक्की खड्‌ड में उफान आ गया। इसके बाद जो बाढ़ आई, उसमें खड्‌ड पर 1929 में बना 800 मीटर लंबा पठानकोट-जोगिंद्रनगर नैरो गेज रेलवे पुल बह गया।

कांगड़ा के चक्की खड्‌ड में उफान आ गया। इसके बाद जो बाढ़ आई, उसमें खड्‌ड पर 1929 में बना 800 मीटर लंबा पठानकोट-जोगिंद्रनगर नैरो गेज रेलवे पुल बह गया।

पूरे देश में अगले तीन दिन तक कैसा रहेगा मानसून, जानने के लिए ये चार मैप देखें…

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