आज खुलेंगे जगन्नाथ पुरी मंदिर के चारों द्वार: ओडिशा की नई भाजपा सरकार ने पहली कैबिनेट मीटिंग में फैसला लिया; 500 करोड़ का ट्रस्ट-फंड भी बनेगा

भुवनेश्वर21 मिनट पहले

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मंदिर के चारों गेट खोलने के कार्यक्रम में ओडिशा की नई सरकार के सभी मंत्री शामिल होंगे। - Dainik Bhaskar

मंदिर के चारों गेट खोलने के कार्यक्रम में ओडिशा की नई सरकार के सभी मंत्री शामिल होंगे।

ओडिशा के नए सीएम मोहन चरण मांझी ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद उन्होंने पहली कैबिनेट मीटिंग की, जिसमें फैसला लिया गया कि गुरुवार (13 जून) सुबह जगन्नाथ पुरी मंदिर के चारों द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इसके साथ ही 12वीं सदी के मंदिर के रखरखाव के लिए 500 करोड़ रुपए का एक फंड तैयार किया जाएगा।

मांझी ने कहा कि राज्य सरकार ने तय किया है कि सभी मंत्रियों की मौजूदगी में पुरी जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार खोल दिए जाएंगे। श्रद्धालुओं को चारों द्वारों से एंट्री मिलेगी। उन्होंने कहा कि मंदिर के चारों द्वार खोलने का वादा भाजपा ने अपने इलेक्शन मैनिफेस्टो में किया था। द्वारों के बंद होने से श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।

बुधवार (12 जून) को मोहन चरण माझी ने ओडिशा के 15वें सीएम के रूप में शपथ ली।

बुधवार (12 जून) को मोहन चरण माझी ने ओडिशा के 15वें सीएम के रूप में शपथ ली।

कोरोना के समय से बंद थे मंदिर के चारों गेट
पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की सरकार ने कोरोना के समय से ही मंदिर के चारों द्वारों को बंद कर रखा था। श्रद्धालुओं को सिर्फ एक गेट से मंदिर में प्रवेश की अनुमति थी। काफी समय से चारों द्वारों को खोले जाने की मांग उठ रही थी। मुख्यमंत्री मोहन मांझी ने कहा कि सभी मंत्री बुधवार रात को ही पुरी के लिए रवाना हो गए हैं, ताकि वे रात में वहां रुकें और सुबह-सुबह द्वार खुलने के समय मौजूद रहें।

किसानों और महिलाओं के लिए योजना लागू करेगी सरकार
मुख्यमंत्री मांझी ने कहा कि राज्य सरकार धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3100 प्रति क्विंटल करने के लिए भी कदम उठाएगी। संबंधित विभाग को इस बारे में काम करने का निर्देश दिया गया है। जल्द ही इसे लेकर एक कमेटी बनाई जाएगी।

इसके अलावा किसानों की परेशानियों से निपटने के लिए समृद्ध कृषक नीति योजना बनाई जाएगी। सभी विभागों को निर्देश दिया गया है कि वे इस बारे में सही गाइडलाइन और रोडमैप बनाएं और उसे सरकार के सामने पेश करें। यह सरकार के शुरुआती 100 दिनों के कार्यकाल में कर लिया जाएगा।

मांझी ने यह भी कहा कि महिला सशक्तिकरण और बाल कल्याण के लिए बीजू जनता दल की सरकार के प्रयास विफल रहे हैं। इसलिए नई सरकार 100 दिनों के अंदर सुभद्रा योजना लागू करेगी जिसके तहत महिलाओं को 50 हजार रुपए के कैश वाउचर दिए जाएंगे। इस योजना को लागू करने के लिए भी विभागों को गाइडलाइन और रोडमैप बनाने को कह दिया गया है।

बुधवार को मोहन चरण मांझी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली
ओडिशा में पहली बार भाजपा की सरकार बन गई है। 52 साल के मोहन चरण माझी ने बुधवार को राज्य के 15वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। उनके साथ दो डिप्टी CM कनक वर्धन सिंहदेव (67) और प्रभाती परिदा (57) ने भी शपथ ली। माझी मंत्रिमंडल में 13 मंत्रियों ने भी शपथ ली।

शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, अमित शाह के अलावा उत्तर प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, असम, हरियाणा, गोवा और उत्तराखंड के CM भी मौजूद थे। ओडिशा के पूर्व सीएम नवीन पटनायक को भी समारोह में बुलाया गया था।

शपथ ग्रहण समारोह से जाते वक्त पीएम मोदी ने मंच पर नवीन पटनाटक से हाथ मिलाया।

शपथ ग्रहण समारोह से जाते वक्त पीएम मोदी ने मंच पर नवीन पटनाटक से हाथ मिलाया।

सीएम मोहन चरण माझी कैबिनेट के लिए 13 मंत्रियों ने शपथ ली…

  1. सुरेश पुजारी
  2. रबिनारायण नाइक
  3. नित्यानंद गोंड
  4. गणेश राम सिंह खुंटिया
  5. सूर्यवंशी सूरज
  6. कृष्ण चंद्र पात्रा
  7. प्रदीप बालसमंता
  8. गोकुला नंदा मलिक
  9. संपद कुमार स्वैन
  10. ​​​​​​​पृथ्वीराज हरिचंदन
  11. ​​​​​​​मुकेश महालिंग
  12. बिभूति भूषण जेना
  13. ​​​​​​कृष्ण चंद्र महापात्रा​​​​​​​​​​​​​​

ओडिशा को 24 साल बाद आदिवासी CM मिला
ओडिशा को 24 साल बाद आदिवासी CM मिला। इससे पहले कांग्रेस के हेमानंद बिस्वाल राज्य के पहले आदिवासी CM थे। बिस्वाल 1989-1990 और 1999-2000 तक दो बार CM रहे। राज्य के दूसरे आदिवासी CM गिरिधर गमांग थे। हालांकि उनका कार्यकाल बहुत छोटा रहा। बिस्वाल के बाद कांग्रेस यहां कभी सत्ता में नहीं रही।

मोहन माझी शिशु मंदिर में गुरुजी, फिर सरपंच, अब ओडिशा के CM
मोहन चरण माझी क्योंझर जिले के झोपुड़ा ब्लॉक के रायकोड़ा गांव के रहने वाले हैं। वे यहां से 2019, 2009 और 2000 में भी विधायक रह चुके हैं। 23% आदिवासी आबादी वाले ओडिशा में माझी भाजपा का स्थानीय बड़ा आदिवासी चेहरा हैं।

माझी उसी समुदाय से आते हैं, जिससे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आती हैं। यानी माझी संथाल आदिवासी समुदाय के हैं। ओडिशा में मिशनरीज द्वारा आदिवासियों के धर्म परिवर्तन का मुद्दा बहुत बड़ा है। मोहन माझी कन्वर्जन के खिलाफ क्योंझर और मयूरभंज जिले में जमकर काम किया।

इसके अलावा वे 28 सितंबर 2023 को तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष प्रमिला मलिक के पोडियम की तरफ दाल फेंक दी थी। तब उन्हें पूरे सेशन के लिए निलंबित कर दिया गया था। ओडिशा मिड डे मिल में दाल को लेकर हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर वे प्रदर्शन कर रहे थे।

प्रभाती परिदा ओडिशा की पहली महिला डिप्टी CM
1967 में जन्मीं प्रभाती परिदा ओडिशा की पहली महिला डिप्टी सीएम बनेंगी। उन्होंने 2024 के चुनाव में पहली बार पुरी की नीमापारा विधानसभा सीट से जीत दर्ज की है। उन्होंने बीजू जनता दल (BJD) के दिलीप कुमार नायक को 4,588 वोटों से हराया है।

प्रभाती एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उन्होंने 1995 में उत्कल विश्वविद्यालय से LLB की डिग्री और 2005 में उसी विश्वविद्यालय से पब्‍ल‍िक एडमिन‍िस्‍ट्रेशन में MA की डिग्री हासिल की है। प्रभाती ने 2005 में ओडिशा हाई कोर्ट में एक वकील के रूप में भी काम किया।

उनकी शादी पूर्व सरकारी कर्मचारी श्याम सुंदर नायक से हुई है। प्रभाती परिदा के पत‍ि सरकारी अध‍िकारी थे, जो कुछ साल पहले रिटायर हुए है। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, प्रभाती परिदा की कुल चल-अचल संपत्ति 3.6 करोड़ रुपए है। प्रभाती परिदा ने कुल आय 31.8 लाख घोषित की है, जिनमें से 9 लाख रुपए उनकी खुद की कमाई है।

कनक वर्धन सिंहदेव: पटनायक सरकार में मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष भी रहे
कनक वर्धन सिंहदेव बोलांगीर के राजपरिवार से हैं। उन्होंने 1995 में सक्रिय राजनीति में कदम रखा। सिंहदेव ने बोलांगीर जिले के पटनागढ़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और छठी बार जीते।

वे नवीन पटनायक सरकार में 2000-2004 तक उद्योग और सार्वजनिक उद्यम, 2004-2009 तक शहरी विकास और सार्वजनिक उद्यम के मंत्री रह चुके हैं। 2013-2016 तक वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

ओडिशा विधानसभा में पहली बार भाजपा को बहुमत

ओडिशा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहली बार बहुमत के साथ जीत हासिल की है। राज्य की 147 सीटों में से भाजपा को 78 सीटें मिली हैं। वहीं, नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (BJD) को 51, कांग्रेस को 14, CPI(M) को 1 और अन्य को 3 सीटों पर जीत मिली है।

लोकसभा चुनाव में भी पहली बार भाजपा ने यहां बड़ी जीत दर्ज की है। राज्य की 21 सीटों में से भाजपा को 20 और कांग्रेस को एक सीट मिली है। BJD और अन्य दलों को एक भी सीट नहीं मिली। 2019 में भाजपा को 8, BJD को 12 और कांग्रेस को एक सीट पर जीत मिली थी। यानी भाजपा को इस बार 12 सीटों का फायदा है।

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