असम में उग्रवादी ग्रुप के समर्थन पर छात्र गिरफ्तार: सोशल मीडिया पर लिखा- ULFA लीडर के लिए जान दे दूंगा; 2 महीने में दूसरी गिरफ्तारी

18 मिनट पहले

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असम में एक 22 साल के छात्र को उग्रवादी ग्रुप का समर्थन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसने सोशल मीडिया पर कथित रूप से प्रतिबंधित संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) का समर्थन किया था। इसके अलावा उसने पुलिस को गिरफ्तार करने की चुनौती भी दी थी।

तांगला कॉलेज में पढ़ता है छात्र
छात्र की पहचान उदलगुरी के बोरंगबाड़ी निवासी प्रमोद कलिता के रूप में हुई है। वह तांगला कॉलेज में पढ़ता है।अधिकारियों ने बताया कि छात्र को उदलगुरी जिला पुलिस ने रविवार को कलाईगांव से गिरफ्तार किया है। वह अब न्यायिक हिरासत में है।

सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- मैं हमेशा उल्फा का समर्थन करता हूं
कलिता ने अंग्रेजी और असमिया में अपने पोस्ट में कथित तौर पर लिखा कि वह उल्फा-आई और ग्रुप के नेता परेश बरुआ के लिए अपनी जान देने को तैयार है। साथ ही लिखा कि वह हमेशा उल्फा का समर्थन करता है। इसके अलावा अपनी गिरफ्तारी की मांग वाली एक टिप्पणी का जवाब देते हुए उसने पुलिस को उसे गिरफ्तार करने की चुनौती दी।

पुलिस ने बताया कि कलिता ने स्पष्ट किया है कि वह उल्फा से प्यार करता है, लेकिन उसका सदस्य नहीं है। पुलिस ने उस पर IPC और गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) की कई धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।

बरसश्री पिछले दो महीने से जेल में बंद है।

बरसश्री पिछले दो महीने से जेल में बंद है।

असम में पिछले दो महीने में ऐसी दूसरी गिरफ्तारी
18 मई को गोलाघाट में पुलिस ने जोरहाट के डीसीबी कॉलेज की 19 साल की छात्रा बरसश्री बुरागोहेन को उल्फा-आई के समर्थन में कथित तौर पर ‘राष्ट्रविरिधी’ कविता लिखने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पिछले हफ्ते एक जिला अदालत ने उसे जेल से परीक्षा देने की अनुमति दी थी। गुवाहाटी हाई कोर्ट उसकी जमानत अर्जी पर 21 जुलाई को सुनवाई करेगा।

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