हिमाचल में 6 दिन बारिश का अलर्ट: किन्नौर का शिमला से संपर्क कटा, कुल्लू में स्कूल 5 अगस्त तक बंद, मणिकर्ण में लैंडस्लाइड का खतरा

शिमला2 घंटे पहले

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हिमाचल के रामपुर में लैंडस्लाइड का खौफनाक वीडियो - Dainik Bhaskar

हिमाचल के रामपुर में लैंडस्लाइड का खौफनाक वीडियो

हिमाचल प्रदेश में अगले 6 दिन बारिश होने का अलर्ट है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की मानें तो प्रदेश में 5 अगस्त तक कई इलाकों में बारिश होने का दौर जारी रहेगा। 2 और 3 अगस्त के लिए कुछ इलाकों में बारिश होने का यलो अलर्ट जरूर दिया गया है, लेकिन इस अवधि में मानसून थोड़ा कमजोर पड़ेगा।

3 जिलों को छोड़ 9 में काफी कम बारिश हुई
बीते एक सप्ताह के दौरान भारी बारिश से राहत मिली है। 24 से 30 जुलाई तक प्रदेश में नॉर्मल से 26 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में शिमला, किन्नौर और सिरमौर जिले को छोड़कर अन्य 9 जिलों में काफी कम बारिश हुई है। मगर शिमला जिले में बीते सप्ताह में भी नॉर्मल से 89 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है।

हिमाचल में बारिश के कारण लैंडस्लाइड से मची तबाही का मंजर।

हिमाचल में बारिश के कारण लैंडस्लाइड से मची तबाही का मंजर।

हिमाचल में लैंडस्लाइड ने काफी तबाही मचाई
ठियोग के सैंज, बलसन, जुब्बल कोटखाई, रोहड़ू, रामपुर और कोटगढ़ में जनजीवन बेहाल है। पिछले सप्ताह कम बारिश जरूर हुई है, लेकिन हर ओर लैंडस्लाइड से तबाही हो रही है। लोगों के घरों, बगीचों व सड़कों को नुकसान पहुंचा। बीते 7 दिनों के दौरान 2500 से ज्यादा घर, दुकानें, गौशालाएं लैंडस्लाइड व जमीन धंसने से क्षतिग्रस्त हुई हैं। इस सप्ताह शिमला में सबसे ज्यादा तबाही मची।

किन्नौर जिला का राजधानी से संपर्क कटा हुआ
जनजातीय जिला किन्नौर का राजधानी शिमला से 5 दिन से संपर्क कटा हुआ है। शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे लैंडस्लाइड से जगह-जगह बंद हो रहा है। ब्रोनी खड्ड के पास हाईवे को ज्यादा नुकसान हुआ है। कभी ज्यूरी, कभी झाखड़ी तो कभी चौरा में सड़क पर बार-बार स्लाइड हो रहा है।

कुल्लू के स्कूलों में 5 अगस्त तक छुट्टियां
कुल्लू जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूल 5 अगस्त तक बंद कर दिए गए हैं। DC कुल्लू आशुतोष गर्ग ने भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की संभावना तथा बंद सड़कों को देखते हुए यह निर्णय लिया है। वहीं रामपुर सब डिवीजन के स्कूल भी एक अगस्त तक बंद किए गए हैं।

हिमाचल में कुदरत की मार से मची तबाही का मंजर।

हिमाचल में कुदरत की मार से मची तबाही का मंजर।

मणिकर्ण में लैंडस्लाइड का खतरा मंडराया
पिछले 24 घंटे के दौरान कालका-शिमला हाईवे पर दत्यार के पास पहाड़ी से मलबा और पत्थर सड़क पर गिरे। इससे करीब एक घंटे तक चारों लेन बंद करनी पड़ीं। वहीं कुल्लू जिले की मणिकर्ण घाटी में लैंडस्लाइड की घटनाओं से लोग दहशत में हैं।

मणिकर्ण के ब्रउेना, गड़सा का खोड़ाअगे, तीर्थन घाटी का रूपाजाणी, मनाली विस में जलौरा सहित कई गांवों पर खतरा मंडरा रहा है। कई घरों को एहतियातन खाली करवाया गया है।

मानसून में 189 लोगों की जान गई
प्रदेश में भारी बारिश से 5657.3 करोड़ रुपए से अधिक की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है। मानसून में 24 जून से 30 जुलाई तक 189 लोगों की जान जा चुकी है। इस अवधि में 218 लोग घायल हुए। 704 मकान पूरी तरह जमींदोज हुए। 7179 मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है।​​​​​​​

रस्सी से बांधकर पहाड़ी से नीचे उतारी बोलेरो कैंपर
कुल्लू की गड़सा-शियाह सड़क पर लैंडस्लाइड के बाद बोलेरो कैंपर फंस गई। ग्रामीणों ने पहाड़ी से 300 मीटर नीचे रस्सी से बांधकर बोलेरो कैंपर को जान जोखिम में डालकर उतारा। इससे जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।

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