- Hindi News
- Local
- Himachal
- Shimla
- Himachal Pradesh Rain Flood Situation Update; Monsoon Week | Cloud Burst | Road Closed | Alert | Manali Shimla Dharmshala Mandi Weather Forecast
शिमला3 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
शिमला जिले के कोटखाई में सड़क पर गिर गया पहाड़
हिमाचल में मानसून कमजोर पड़ गया है। प्रदेश के सभी 12 जिलों में 31 जुलाई से छह अगस्त के बीच नॉर्मल से 63 प्रतिशत कम बारिश हुई है। लाहौल स्पीति में सबसे कम 0.7 मिलीमीटर (MM), किन्नौर में मात्र 3 MM और कुल्लू में 7.9 MM बादल बरसे है।
वहीं बीते सप्ताह चंबा में 15.8 MM, बिलासपुर में 44.9 MM, हमीरपुर में 36.1 MM, कांगड़ा में 89.7 MM, मंडी 54.7 MM, शिमला 22.5 MM, सिरमौर 51.3 MM, सोलन 41.6 MM और ऊना में 25.6 MM बरसात हुई है। प्रदेश में इस अवधि में औसत नॉर्मल 66.7 MM बारिश होती है, जबकि इस बार 24.6 MM बरसात हुई है। प्रदेशवासियों ने इससे राहत की सांस ली है।
अगले चार-पांच दिन भी कम बारिश का पूर्वानुमान
इससे भी अच्छी बात यह है कि अगले चार-पांच दिन भी मानसून धीमा रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की माने तो प्रदेश में मौसम 12 अगस्त तक खराब रहेगा, लेकिन इस दौरान कुछेक स्थानों पर ही बारिश का पूर्वानुमान है। 10 और 11 अगस्त तक ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश हो सकती है।
शिमला में बारिश के बाद APMC के किसान भवन को लैंडस्लाइड से पहुंचा नुकसान
अब तक की बरसात ने बरपाया कहर
बेशक बीते सप्ताह में कम बरसात हुई है। मगर, इस साल की मानसून ने खूब कहर बरपाया है। खासकर सात से 11 जून के बीच हुई बारिश ने प्रदेश में तबाही मचाई है। इससे 6,687 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है। अकेले जल शक्ति विभाग की 1629.81 करोड़ रुपए, PWD की 2087.70 करोड़ और बिजली बोर्ड की 1505.73 करोड़ रुपए की संपत्ति को नुकसान हुआ है।
207 लोगों की जा चुकी जान
प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान 207 लोगों की जान गई है। इनमें 58 लोगों की मौत लैंड स्लाइड और बाढ़ की चपेट में आने से हुई है, जबकि 241 लोग घायल तथा 32 लोग लापता हैं।
885 घर जमीदोज, सैकड़ों बेघर
प्रदेश में अब तक 885 घर जमीदोज हो गए हैं, जबकि 7592 घरों को नुकसान पहुंचा है। 260 दुकानें, 2481 गौशालाएं तबाह हुई हैं। सैकड़ों लोग बेघर हुए हैं। प्रदेश में अब तक लैंड स्लाइड की 80 बड़ी घटनाएं और फ्लैश फ्लड की 53 घटनाएं हो चुकी हैं।
215 सड़कें 24 दिन से बंद
भारी बारिश के कारण आई आपदा की वजह से 215 सड़कें 24 दिन से बंद पड़ी हैं। इससे प्रदेशवासियों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। सेब की ढुलाई पर सबसे ज्यादा बुरा असर पड़ा है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिंक रोड को मिलाकर बंद सड़कों की संख्या सैकड़ों में है।