मेघालय1 घंटे पहले
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बांग्लादेश की सीमा से सटे मेघालय के गांवों में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। 27 मार्च को इचामती इलाके में दो लोगों की लाश मिली थी। दावा किया गया था कि CAA विरोध के दौरान इशान सिंह (24) और सुजीत दत्ता (35) की खासी स्टूडेंट यूनियन केएसयू (KSU) के सदस्यों ने हत्या कर दी थी।
पुलिस ने इस मामले में पीड़ित परिवारों की शिकायत के बाद KSU के दो लोगों को गिरफ्तार किया था। कोर्ट के आदेश पर दोनों को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था। अब उन्हें छोड़ने की मांग को लेकर KSU विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
CAA विरोध प्रदर्शन के दौरान दो की हत्या
दरअसल, 27 मार्च को इचामती इलाके में इशान सिंह (24) और सुजीत दत्ता (35) की लाश मिली थी। सुजीत के पिता ने पुलिस को बताया था कि इचामती के बाजार में CAA के विरोध में प्रदर्शन हो रहा था। KSU के की सभा भी थी। वहां पर मौजूद लोगों ने मेरे बेटे पर हमला किया और उसकी हत्या दी।
सुजीत के छोटे भाई सुशील का कहना है कि घटना के बाद से हमारे घर से कोई भी बाहर जाने से कतरा रहा है। कोई काम पर भी नहीं गया। मेरा भाई सुजीत मजदूर था। जब उसकी हत्या हुई तब वो काम पर गया हुआ था।
सुशील ने आगे कहा कि उस दिन दोपहर 3 बजे मैं भी बाजार जाने का सोच रहा था। लेकिन जब मुझे पता चला कि KSU की सभा हो रही है तो मैं घर पर ही रुक गया था। छोटे भाई सुजीत के पास मोबाइल नहीं था। शाम करीब 5.30 बजे भाई के दोस्त ने घर आकर बताया कि सुजीत को KSU के मेंबर ने पकड़ लिया है।
भारत–बांग्लादेश इंटरनेशनल बॉर्डर के पास दो लोगों की लाश मिलने के बाद मेघालय में हाई अलर्ट।
हत्या के आरोपियों गिरफ्तार किया गया: SP
पूर्वी खासी हिल्स के SP ऋतुराज रवि ने कहा कि KSU के दो सदस्यों शानबोरलांग शती (26) और मेसाडाबोर स्केम्बिल (26) को युवकों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था। हालांकि, ये हत्या CAA प्रोटेस्ट से जुड़ी है या नहीं इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
ऋतुराज ने आगे कहा कि आरोपियों की रिहाई की मांग लिए KSU मेंबर विरोध कर रहे हैं। उन लोगों ने स्थानीय पुलिस स्टेशन के बाहर भी प्रदर्शन किया था।
आरोपियों को घर से उठाया और बाद में गिरफ्तार किया : ऋतुराज
डिप्टी सीएम तिनसॉन्ग बोले- दोनों पक्ष संयम बरतें
युवकों की हत्या के बाद से स्थिति बिगड़ने पर मेघालय डिप्टी सीएम प्रेस्टोन तिनसॉन्ग ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि चाहे आदिवासी NGO हों या गैर-आदिवासी NGO, सभी से मेरा अनुरोध और अपील है कि अपनी लिमिट में रहें। कानून को अपना काम करने दें।
थाने पर पेट्रोल बम से हमला, सात जिलों में अलर्ट
कुछ दिन पहले शिलांग के मावलाई पुलिस स्टेशन पर पेट्रोल बम से हमला हुआ था। इसमें पुलिस की गाड़ी जल गई थी। इस घटना में पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। घटना के बाद डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस डीएनआर माराक ने सात जिलों के एसपी को अलर्ट जारी कर दिया है।
खासी डे मानाने की नहीं मिली परमिशन
माराक ने कहा कि आशंका है कि NGO आंदोलन कर सकता है। पुलिस स्टेशन पुलिस गाड़ियां को आंदोलन के लिए निशाना बनाया जा सकता है। केएसयू 4 अप्रैल को खासी डे मनाना चाहता था, जिसकी परमिशन नहीं दी गई है।
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