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- Arpita Mukherjee Partha Chatterjee | West Bengal Teacher Recruitment Scam ED Raids Update
कोलकाताएक घंटा पहले
पार्थ चटर्जी को मंगलवार को जब मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था, तभी महिला ने उन पर चप्पल फेंकी।
बंगाल के चर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले में आरोपी ममता बनर्जी सरकार के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी पर एक महिला ने चप्पल फेंकी है। पार्थ पर उस समय चप्पल फेंकी गई, जब उन्हें मेडिकल के लिए कोलकाता के ESIC हॉस्पिटल में लाया गया था। महिला यहां अपने परिजन का इलाज करवा रही है।
मीडिया से बातचीत के दौरान गुस्साई महिला ने कहा कि पार्थ चटर्जी जैसे लोग जनता का करोड़ों रुपए लूटकर अपने घर की तिजोरी भर रहे हैं। ऐसे भ्रष्टाचारी को AC कार में अस्पताल लाया जाता है। इन्हें तो गले में रस्सी बांधकर घसीटकर लाना चाहिए।
मैं अपने मरीज के लिए दवा लाने गई थी, लेकिन पार्थ को देखकर मुझे गुस्सा आया और मैंने उसे चप्पल फेंककर मारी। ये चप्पल उसके गंजे सिर पर जाकर लगती तो मुझे ज्यादा खुशी होती। मैं तो नंगे पांव चल लूंगी, लेकिन ऐसे लुटेरों को कब तक सरकारी सुविधा मिलती रहेगी। बता दें कि पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को हर 48 घंटे में ESIC हॉस्पिटल में मेडिकल टेस्ट के लिए लाया जाता है।
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पार्थ-अर्पिता की 6 प्रॉपर्टी पर मंगलवार को पड़ा छापा
इसके पहले आज सुबह अर्पिता ने ED को बयान दिया है कि जो भी पैसा उसके फ्लैट से बरामद हुआ है, वह उसका नहीं है और उसे इस पैसे का सोर्स भी नहीं पता। जबकि पार्थ चटर्जी ने कहा कि उन्हें षड्यंत्र के तहत फंसाया जा रहा है। पार्थ और अर्पिता से जुड़ी 6 प्रॉपर्टी पर आज सुबह से ही ED की रेड चल रही है।
पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार रात अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया के फ्लैट पर छापेमारी की। सूत्रों के मुताबिक, ED ने यहां अपार्टमेंट के CCTV फुटेज खंगाले और एंट्री डायरी भी देखी। जांच-पड़ताल के बाद अधिकारियों ने एंट्री डायरी और माई गेट ऐप का डेटा जब्त कर लिया।
अपार्टमेंट के सचिव अमित चौरसिया ने मीडिया को बताया कि टेक्निकल वजहों से CCTV फुटेज नहीं निकाला जा सका है। उसे सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया है।
इसी फ्लैट से मिले थे 28 करोड़ कैश
27 जुलाई को ED ने अर्पिता के बेलघरिया के इसी फ्लैट पर छापेमारी की थी। इसमें करीब 28 करोड़ रुपए कैश मिले थे। 18 घंटे तक चली इस छापेमारी में ED की टीम ने 5 किलो सोना भी बरामद किया था। फ्लैट से इतने अधिक पैसे मिलने के बाद अर्पिता ने पहली बार कबूला था कि सभी रकम पार्थ चटर्जी की है।
अर्पिता के घर पर ED ने 23 जुलाई और 27 जुलाई को छापेमारी की थी। पहले दिन 26 घंटे और दूसरे दिन 18 घंटे तक ED की कार्रवाई चली थी।
ED की पूछताछ में पार्थ-अर्पिता ने अब तक क्या-क्या कहा है?
1. पार्थ चटर्जी: अर्पिता के फ्लैट से मिले पैसे किसके हैं, मुझे नहीं पता। शिक्षा विभाग में नेताओं की सिफारिश पर नौकरियां दी गईं।
2. अर्पिता मुखर्जी: जो पैसा मिला है, वो पार्थ का है। मुझे फ्लैट पर जाने की इजाजत नहीं थी। पार्थ के लोग फ्लैट पर कैश रखने आते थे।
11 बैंकों में दोनों का जॉइंट अकाउंट, 8 करोड़ रुपए रखे
ED सूत्रों के मुताबिक 11 बैंकों में पार्थ-अर्पिता के जॉइंट अकाउंट होने की जानकारी मिली है। इनमें 8 करोड़ रुपए होने का सबूत मिला है। एजेंसी जल्द ही इन खातों को सीज करने की तैयारी में है। वहीं, ED पार्थ के करीब 15 और ठिकानों पर छापा मारने की तैयारी में है।
पेंटहाउस के बारे में जानकारी मिली, 2 फ्लैट भी
ED सूत्रों को अर्पिता के जिस फ्लैट से 22 करोड़ रुपए कैश मिले थे, उस सोसाइटी में पार्थ ने अलग-अलग नामों से एक पेंटहाउस और दो फ्लैट्स खरीद रखे हैं। छापेमारी के बाद सोसाइटी के ऐप से इन फ्लैट्स के बारे में जानकारी हटा दी गई है।
आनंदबाजार पत्रिका ने सोसाइटी में रहने वाले लोगों के हवाले से बताया कि बिल्डिंग की 19वीं और 20वीं मंजिल पर दो फ्लैट्स हैं, जबकि सबसे ऊपर पेंटहाउस बनाया गया है। यहां रहने वाले लोगों ने बताया कि पार्थ कभी-कभी इस पेंटहाउस में आते थे।