दिल्ली में पेंट फैक्ट्री में आग, 7 लोगों की मौत: दमकल की 22 गाड़ियों ने मिलकर 4 घंटे में आग पर काबू पाया

नई दिल्ली47 मिनट पहले

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पेंट फैक्ट्री में लगी आग पर काबू पाने में 4 घंटे का समय लगा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। - Dainik Bhaskar

पेंट फैक्ट्री में लगी आग पर काबू पाने में 4 घंटे का समय लगा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

दिल्ली के अलीपुर में दयाल मार्केट में मौजूद पेंट फैक्ट्री में गुरुवार (15 फरवरी) की शाम 5.25 बजे आग लग गई। इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई। आग लगने की सूचना मिलने पर दमकल की 22 गाड़ियां मौके पर पहुंची थी। जिन्होंने रात 9 बजे आग पर काबू पाया।

पुलिस का कहना है कि 7 लोगों के झुलसे हुए शव मिले हैं, जिन्हें पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया गया है। कुछ लोगों के मिसिंग होने की बात सामने आ रही है। उनकी तलाशी जारी है। आग लगने के कारण सामने नहीं आ सका है।

दमकल की 22 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया है।

दमकल की 22 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया है।

18 और 26 जनवरी को आग की घटना में हुई थी लोगों की मौत

18 फरवरी की घटना में 6 लोगों की मौत हो गई थी।

18 फरवरी की घटना में 6 लोगों की मौत हो गई थी।

26 जनवरी को दिल्ली के शाहदरा इलाके में एक बहुमंजिला इमारत के ग्राउंड फ्लोर में आग लग गई थी। इस घटना में 9 महीने की बच्ची सहित चार लोगों की दम घुटने से मौत हो गई थी और दो घायल हो गए थे।

वहीं, दिल्ली के पीतमपुरा इलाके में 18 जनवरी को चार मंजिला इमारत में आग लगने से 6 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में 4 महिलाएं थीं। फायर ब्रिगेड की 8 गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पाया गया था। इमारत की पहली मंजिल में लगी थी। इससे ऊपर की तीन मंजिलों तक धुआं फैल गया था। पूरी खबर पढ़ें

मध्य प्रदेश के हरदा में हुई थी 13 लोगों की मौत

6 फरवरी को हरदा के बैरागढ़ में पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट हुआ था। बारूद के ढेर में लगी आग से पूरा हरदा शहर दहल उठा था। 13 लोगों की जान चली गई थी और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।

पटाखा फैक्ट्री में तीन साल पहले बारूद भरते समय एक परिवार की तीन महिलाएं जान गंवा चुकी हैं। इस मामले में फैक्ट्री मालिक राजेश अग्रवाल जेल तक जा चुका था। हालांकि, बाद में बाहर आ गया था।

राजेश दोबारा अपने अवैध व्यापार को खड़ा करने में जुट गया था। तब के एसपी ने फैक्ट्री के लाइसेंस निरस्त करने की तक पेशकश की थी। कलेक्टर ने इसे अनफिट घोषित करते हुए सील कर दिया था।

राजेश अग्रवाल की यह पटाखा फैक्ट्री हरदा-मगरधा रोड पर है। करीब 20 साल पहले बैरागढ़ गांव में इसकी शुरुआत की थी। फैक्ट्री के लगने के बाद धीरे-धीरे यहां काम करने वालों समेत दूसरे लोगों ने घर बना लिए।

फैक्ट्री में काम करने वाले करीब 40 परिवार भी यहीं पर अस्थाई निर्माण कर रहने लगे। फैक्ट्री का विस्तार करते हुए जो लाइसेंस मिला था, राजेश ने उससे ज्यादा बारूद का भंडार करना शुरू कर दिया। वर्कर्स को बारूद देकर घरों में भी पटाखों का निर्माण करवाने लगा था। पूरी खबर पढ़ें

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हरदा ब्लास्ट के मुख्य आरोपी की एक और फैक्ट्री सील:जांच में तय मात्रा से ज्यादा बारुद मिला; बोरियों में मिले सुतली बम

हरदा के बैरागढ़ में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट मामले में प्रशासन ने मुख्य आरोपी सोमेश अग्रवाल की एक और फैक्ट्री सील कर दी। टीम ने गुरुवार को फैक्ट्री की जांच की। यहां पटाखों के स्टॉक और लाइसेंस के अनुसार बारुद के स्टॉक का मिलान किया तो तय मात्रा से काफी ज्यादा बारुद मिला। कई बोरियों में तैयार सुतली बम भी मिले। पूरी खबर पढ़ें

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