अग्नि केली त्योहार: ग्रामीण एक-दूसरे पर फेंकते हैं जलते नारियल के छिलके; देवी दुर्गा की करते हैं अराधना

मंगलुरु26 मिनट पहले

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कर्नाटक के मंगलुरु में अग्नी केली त्योहार मनाया गया। इस त्योहार को थुथेधारा त्योहार भी कहा जाता है। ये त्योहार मंगलुरु के कतील दुर्गपरामेश्वरी मंदिर में मनाया जाता है। इस दिन अट्टूर और कोडेट्टूर गांव के लोग मंदिर में एक दूसरे पर जलते नारियल के छिलके फेंकते हैं। ये खेल 15 मिनट तक चलता है। अग्नि केली युद्ध की देवी दुर्गा को समर्पित त्योहार है। ग्रामीणों का मानना है कि इन रस्मों से देवी दुर्गा खुश होती है ।